यात्रा के दौरान डाइट कंट्रोल करने के आसान तरीके

हर बार जब आप छुट्टियों में यात्रा की योजना बनाते हैं, तब क्या आप अपनी डाइट प्लान को साथ ले जाते हैं? यह सवाल पूछने के पीछे वजह यह है कि बहुत लोग जब छुट्टीया काम के सिलसिले में बाहर जाते है तब वे अपनी मनपसंद खाना खाने की तमन्ना अपने साथ ले जाते हैं। यात्रा को बहाना बनाकर वे अपनी मनमर्जी का खाना खाते हैं। साथ ही उनका मानना होता है कि यात्रा उनहें नए-नए प्रकार का खाना खाने का सुनहरा अवसर देती है। इसके अलावा यात्रा के दौरान वे रेस्त्रांओं में वैसे खानों को प्रथमिकता देते हैं जो उनके लिस्ट में काफी समय से था।

 

जैसा कि हम यहां यात्रा के दौरान डाइट प्लान का अनुसरण करने पर बात कर रहे हैं, तो क्यों ना पहले हम इस बात को जान ले कि यात्रा के दौरान रेस्त्रां में खाना खाना आपकी डाइट के लिए कितना खतरनाक है:

 

रेस्त्रां में जो खाना परोसा जाता है उसकी मात्रा बहुत अधिक होती है और हम सब में ज्यादा खाना खाने की नैसर्गिक आदत होती है हम ज्यादा खाने को ना नहीं कर पाते हैं।

समान्यत: रेस्त्रां के मेन्यूज़ में मौजूद फूड आईट्मस में कैलोरी, कोलेस्ट्रॉल, सैट्युरेटेड फैट और सोडियम की मात्रा अधिक होती है।

रेस्त्रां के खानों में फाइबर और दूसरे पौष्टिक तत्वों की मात्रा कम होती है।

जब आप रेस्त्रां में खाना खा रहे होते हैं तब आपकों मालूम नहीं होता है कि आप कितनी कैलोरी और सैट्यूरेटेड फैट का सेवन कर रहे हैं क्योंकि रेस्त्रां के खानों में पोष्टिक तत्वों की मात्रा की सारणी नहीं होती है।

लेकिन, अगर हम कहे कि आप अपनी यात्रा बिना अवांछनीय वजन ग्रहण किये भी पूरी कर सकते हैं। यह सर्वविदित है कि यात्रा के दौरान संयमरूप से खाना खाना श्रेयकर होता है, इसके अलावा कुछ ऐसे सुझाव भी हैं जिनका पालन कर आप अपनी डाइट प्लान का अनुसरण यात्रा के दौरान भी कर सकते हैं।

 

डाइट कंट्रोल करने के आसान तरीके

 

दिन में एक बार खाना खाएं

 

शायद इस बात पर आपको हमे मारने का मन करे लेकिन दिन में एक बार खाना खाना आपकी कैलोरी और पैसे दोनो को बचाएगा। आप कुछ प्रमाणित और सही नाश्ते के बेहतरीन विकल्प जैसे की लो सुगर वाला ताज़ा ओटमील, रेसेदार अन्न और ब्रेकफास्ट बार्स लें (ब्रांड, सुगर लेवल, स्ट्युरेटेड फैट्स, फाबर और प्रोटिन की जांच लें)। आप नजदीकी ग्रोसर की दुकान ढूंढ ले और अपने रूम को नाश्ते के लिए ताजा फलों और स्नैक्स से भर लें।

 

शून्य कैलोरी वाले पेय पदार्थ को चुनें

 

आप कभी नहीं चाहेंगे कि पीने के पदार्थ से भी आपको अंवाछनिय कैलोरी मिले क्योंकि यात्रा के दौरान मिलने वाले खानों में कैलोरी की अधिक मात्रा से आप पहले ही परेशान हैं। इसिलए लिक्विड कैलोरी पर अपनी पैनी नज़र बना कर रखें और ऐसे में आप शून्य कैलोरी वाले पेय पदार्थ ले सकते हैं जो की आजकल ज्यादातर रस्त्रांओं में असानी से मिल जाते हैं। आप गर्म/ठंडी चाय, कॉफी, क्लब सोडा और डाइट सोडा की जगह अनस्वीटेन्ड नींबू पानी ले सकते हैं।

 

खाने की मात्रा को कम करें

 

अपने आपको मनपसंदीदा खाने से दूर रखना कोई बुद्धिमानी का कार्य नहीं है इसकी जगह पर आप अपने खाने की मात्रा को कम कर सकते हैं। आप बच्चों वाली फूड मेन्यू या एक एंट्री मिल की जगह एपेटाइजर को चुन सकते हैं जिसमें खाने की मात्रा कम होती है। अगर खाने की टेबल पर आपके साथी भी साथ हैं तो आप अपने एंट्री मील को उनके साथ शेयर करें ताकी आपके खाने की मात्रा घट जाए।

 

सॉस ​के साथ सतर्क रहें

 

आपके साऊथवेस्ट चिकन रैप में आधे से ज्यादा फैट और कौलोरी रैंच सॉस और मेओनीज़ से आते हैं। क्या वास्तव में आप इस बात पर विश्वास करते हैं? कुछ कंडीमेंट्स और सॉस में कैलोरी और फैट की मात्रा, विशेषरूप से क्रीम में जो मेओनीज़ की तरह फैलते हैं, बहुत ही उच्च स्तर पर पायी जाती हैं। अब जब आप अगली बार छुट्टियों के दौरान खाना ऑडर करें तो कैट्सअप, मैरीनैरा, मस्टर्ड और बार्बैक्वे आदि को चुनें क्योंकि इनमें से ज्यादातर में 25 से भी कम कैलोरीज़ होती है।

 

टेबल मंचीज़ से दूरी बनाएं

 

अगर आप खाने की टेबल पर बैठने के दौरान बहुत ज्यादा भूखे हैं तब आप कुछ मंचीज़ जैसे- ब्रेड, क्रैकर्स, चिप्स आदि खाना पसंद करते हैं, दरअसल टेबल पर बैठने पर भूख और तेज़ हो जाती है लेकिन आपको इस जाल में नहीं फंसना चाहिए क्योंकि ये मंचीज़ के छोटे- छोटे टुकड़े आपकी डाइट में सैकड़ों कैलोरीज़ जोड़ते हैं और इनके सेवन से टेबल पर खाना आने से पहले ही आपकी भूख शांत हो जाती है। इसलिए आप वेटर से कहें कि वह खाने से पहले मंचीज़ ना परोसे और आप मंचीज़ की जगह बिना कैलोरी वाले पेय पदार्थ या सलाद को स्टार्टर के विकल्प के रूप में उपयोग में ला सकते हैं।

 

अपनी मिठाई शेयर करें

 

छुट्टी का मतलब है जीवन में खुशियां मनाना और खुशियां बिना कुछ मीठे के अकल्पनीय है। मीठे के लिए हम मिठाईंयों का ऑडर देते हैं लेकिन अगर खाने के बाद आपका पेट भर गया हो तो आप मीठे को अनदेखा कर सकते हैं या फिर इसे आप पैक करवा सकते हैं ताकि जब आपको भूख लगे इसे खा लें। इसके अलवा आप मीठा खाने को अपने टेबल पार्टनर के साथ बाट सकते है जिससे की कैलोरी की संख्या कम हो जाएगी। मिठाई खाने के विचार के पीछे उद्देश्य यह है कि आपकी मीठा खाने की इच्छा की पूर्ति की जा सके और आप इसकी पूर्ति केवल शुरूआती कुछ बाइट खाकर भी कर सकते हैं। मिठाई को बाट कर खाना ही सबसे बेहतरीन विकल्प हो सकता है ताकि आप आत्मग्लानी महसूस ना करें।

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