एक महिला जब गर्भवती होती है तो ये उसके लिए बहुत सम्मान की बात होती है। लेकिन वही जानती है की यह समय उसके लिए खुशियों के साथ कई परेशानियों को भी लाता है। गर्भावस्था के दौरान सीने में दर्द के साथ उस महिला को कई अन्य अंगों में भी दर्द होता है। गर्भावस्था में हृदय रोग को मोटापे की बढ़ी हुई दरों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है, उच्च रक्तचाप और मधुमेह के साथ महिलाओं को अन्य बीमारी से भी बचने की जरुरत होती है।
गर्भावस्था के दौरान सीने में दर्द होना, आने वाले समय में आपके दिल से जुड़ी समस्या की ओर इशारा करता है। दरअसल जिस समय महिलाऐं गर्भवती होती हैं उस दौरान उनके पूरे शरीर में बदलाव होता है, इसकी वजह से उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है।
ऐसा आपके साथ तब होता है जब आप कुछ गलत खा लेते हैं या आपकी गलत जीवनशैली भी इसके पीछे जिम्मेदार होती है। अगर हम विकसित देशों की बात करें तो, कार्डियोमायोपैथी, दिल की बीमारियाँ, उच्च रक्तचाप, एक्यूट मायोकार्डियल इन्फेक्शन ऐसी कई बीमारियां महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान होती हैं।
गर्भावस्था के दौरान सीने में दर्द के कारण
बहुत अधिक भोजन करना : गर्भावस्था के दौरान सीने में दर्द इसकी वजह से भी हो सकता है। दरअसल गर्भवती महिला को काफी चटपटी चीजें खाने का मन करता है जिसकी वजह से वह अपने पसंदीदा खाना ज्यादा खा लेती हैं और उनके सीने में दर्द होने लगता है।
अपच : ये महिलाओं तथा पुरषों के सीने में दर्द का सबसे आम कारण है, दरअसल ये समस्या किसी को भी तब होती है जब उसके पेट और छाती के बीच गैस फंस जाती है। गर्भावस्था के दौरान ये समस्याएं महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती हैं।
सीने में जलन : जब आप बहुत ज्यादा तेेेल और चिकनाई वाले भोजन का सेवन करते हैं, तो ये आपके लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक होता है। गर्भावस्था के दौरान आपको इस बात का बहुत ज्यादा ध्यान रखना चाहिए।
पाचन ख़राब होना : गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं उस दौरान कुछ गलत खाने से उनका पाचन तंत्र बिगड़ जाता है। यही वजह है की उनका खाना ढंग से पच नहीं पाता है और गर्भावस्था के दौरान सीने में दर्द हो जाता है।
शारीरिक श्रम ज्यादा करना : गर्भावस्था के दौरान कुछ महिलाएं बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम कर लेती हैं उसकी वजह से भी उनके सीने में दर्द होने लगता है।
गर्भावस्था के दौरान सीने में दर्द से बचने के उपाए
- गर्भावस्था के दौरान महिला को अपना बहुत ज्यादा ध्यान रखने की जरुरत होती हैं। उन्हें बैठते या खड़े होते समय अपने स्ट्रक्चर पर बहुत ध्यान देना चाहिए और ज्यादा भाग दौड़ वाले काम नहीं करने चाहिए। उन्हें एक उचित मुद्रा में रहना चाहिए ताकि उनके पूरे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक से हो सके।
- जब भी गर्भवती महिला लेटे तब तकिए का उपयोग सही तरीके से करे। जिससे की उसके पूरे शरीर में ऑक्सीजन ठीक से पहुंचे और इस बात का भी ध्यान रखना होगा की वह एक ही करवट में ज्यादा समय तक ना लेटी रहें।
- गर्भावस्थ के दौरान महिला को सबसे ज्यादा अपने खान-पान का ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में उन्हें अपने आहार में मैग्नीशियम (Magnesium), कैल्शियम (calcium), विटामिन (vitamins) और आयरन (iron) से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए।
- ऐसे समय में महिलाओं को ज्यादा तले भुने और चिकनाई वाले भोजन से बचना चाहिए, अधिक मसालेदार भोजन करने से उनके स्वास्थ्य के साथ होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है।
- जो महिलाएं गर्भावस्था के दौरान शराब और कैफीन का सेवन करती हैं तो उन्हें ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे गर्भावस्था के दौरान सीने में दर्द हो सकता है।
- इस बात का ध्यान महिला के साथ अन्य लोगों को भी रखना चाहिए। जब भी आप भोजन करें तो भोजन करने के तुरंत बाद ना लेटें और एक बार में ज्यादा भोजन करने के बजाए थोड़े-थोड़े अंतराल पर भोजन करें।
- गर्भावस्था के दौरान बिल्कुल भी तनाव ना लें, क्योंकि ऐसा करने से उनकी रक्त वाहिकाओं और छाती पर बुरा प्रभाव पड़ता है इसकी वजह से भी आपके सीने में दर्द हो सकता है।
- यदि आप गर्भावस्था के दौरान सीने में दर्द की समस्या से बचना चाहते हैं, तो आपको नियमित रूप से मेडिटेशन और योग करना चाहिए, तभी आप इस समस्या से बचे रह सकते हैं।
यदि आप गर्भवती हैं या आपके जानने वाली कोई भी महिला गर्भवती है और आपके मन में इससे जुड़े किसी भी तरह के सवाल या परेशानी हैं तो आप हमारे डॉक्टर से सलाह लें सकते हैं। वैसे भी एक गर्भवती महिला को अपना बहुत ज्यादा ध्यान रखने की जरुरत होती है।
Disclaimer: GoMedii एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।