माइग्रेन (Migraine) एक प्रकार का सिरदर्द है | माइग्रेन ग्रस्त लोगों को नियमित तौर पर सिरदर्द के दौरे पड़ते हैं | अक्सर यह दर्द कान, आंख के पीछे और कनपटी में होता है | वैसे यह दर्द सिर के किसी भी भाग में हो सकता है | इससे कुछ लोगों के देखने की क्षमता भी कम हो जाती है | माइग्रेन मूल रूप से तो न्यूरोलॉजिकल समस्या है। इसमें रह-रह कर सिर में एक तरफ चुभन भरा दर्द होता है। यह कुछ घंटों से लेकर तीन दिन तक बना रहता है।
यह एक आनुवांशिक बीमारी है, जो खानपान, वातावरण में बदलाव, बढ़ते तनाव या कभी-कभी बहुत अधिक सोने से भी हो सकता है | इसकी शुरुआत बचपन, किशोरावस्था या वयस्क होने पर कभी भी हो सकती है | कभी-कभी उल्टी, जी मिचलाना आदि की शिकायत भी हो सकती है | अगर उपचार न हो तो यह दर्द 4-5 घंटों तक रह सकता है |
माइग्रेन से बचने के लिए सिरदर्द होने वाले कारणों से बचना चाहिए, जैसे ऊंची आवाज में गाने सुनना, तनावग्रस्त रहना आदि | साथ ही दर्दनिवारक दवाओं का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए | संतुलित दिनचर्या का पालन करना चाहिए | समय पर सोना व जगना चाहिए | नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए | बहुत ज्यादा देर तक भूखे नहीं रहना चाहिए | बहुत तेज व चुभने वाली रोशनी से बचना चाहिए | माइग्रेन में सिर के आधे भाग में दर्द होता है | इसलिए माइग्रेन को अधकपाड़ी भी कहते हैं |
माइग्रेन के लक्षण
- लंबे समय तक सिर दर्द होना,
- धुंधला दिखाई देना,
- आंखों में लगातार दर्द,
- सिर दर्द के साथ उल्टी होना,
- सिर के जिस हिस्से में दर्द होता है, उसके विपरीत हिस्से में सुन्न या असहज महसूस हो सकता है,
- जब माइग्रेन का दौरा पडता है तो व्यक्ति की कार्य करने की क्षमता 50 प्रतिशत तक कम हो जाती है,
- ज्यादातर लोगों को माइग्रेन का पता तब चलता है, जब वे कई साल तक इस तकलीफ को झेलने के बाद इसके लक्षणों से वाकिफ हो जाते हैं,
माइग्रेन होने कारण
ज्यादातर मामलों में माइग्रेन की समस्या अनुवांशिक होती है। लडकों की तुलना में लडकियों को माइग्रेन की समस्या अधिक होती है, क्योंकि उनमें एस्ट्रोजन हॉर्मोन का स्तर बढता घटता रहता है।
- काम की थकान,
- तनाव,
- समय पर भोजन न करना,
- धूम्रपान,
- तेज गंध वाले परफ्यूम इस्तेमाल करना,
- ज्यादा या कम नींद लेना
- मौसम का बदलाव,
- हॉर्मोनल परिवर्तन,
- सिर पर चोट लगना,
- आंखों में स्ट्रेस पडना,
- तेज रोशनी,
- एक्सरसाइज न करना,
- धूप, गर्मी या ठंड से परेशानी होना,
- जिन लोगों को हाई या लो ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर व तनाव जैसी समस्याएं होती हैं उनके माइग्रेन से ग्रस्त होने की आशंका बढ जाती है।
इन बातों पर ध्यान दें
सिरदर्द का मतलब हमेशा माइग्रेन नहीं होता। लेकिन अगर आपको तेज दर्द हो रहा है और ऐसा जो पहले कभी न हुआ, हाथ-पैरों में दर्द और कमजोरी महसूस हो रही हो तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लें और समय पर इलाज कराये । कई बार सिरदर्द दूसरी खतरनाक और जानलेवा बीमारियों का भी संकेत होता है। इसलिए बार-बार होने वाले तेज सिरदर्द, गर्दन दर्द, अकडन, जी मिचलाने या आंखों के आगे अंधेरा छा जाने को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
माइग्रेन में क्या खाएं
अगर आपको माइग्रेन है तो नाश्ते में ताजा और सूखे फलों का खूब सेवन करें। लंच में उन चीजों का इस्तेमाल करें जिनमें प्रोटीन भरपूर हो। मसलन दूध, दही, पनीर, दालें, मांस और मछली आदि। डिनर में चोकरयुक्त रोटी, चावल या आलू जैसी स्टार्च वाली चीजों के साथ सलाद भी लें। ज्यादा मिर्च-मसाले वाली चीजों से परहेज करें।
माइग्रेन में क्या न खाएं
अगर आपको माइग्रेन है तो आप डिब्बाबंद पदार्थों और जंक फूड का सेवन एकदम न करें। इससे आपका माइग्रेन और खतरनाक होता जाएगा। चूंकि जंक फूड में मैदे की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए इसे कम से कम खाएं। चूंकि इनमें ऐसे रासायनिक तत्व पाए जाते हैं जो माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं।
माइग्रेन से छुटकारा
माइग्रेन की अचूक दवा है योग और ध्यान। अगर योग नहीं कर सकते हैं तो व्यायाम करें। इससे आपका तनाव कम होगा। और तनाव कम होने से आपका डिप्रेशन दूर होगा। लेकिन ध्यान रहे आप जिस जगह पर योग कर रहे हैं वो तेज धूप, तेज गंध वाली नहीं होना चाहिए। साथ ही साथ माइग्रेन वाले रोगियों को अच्छी नींद लेना चाहिए।
माइग्रेन से बचने के घरेलु उपाए
अंगूर का जूस
इसमें काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट भी होता है | यह माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने के लिए लिए एक प्रसिद्ध एंटीऑक्सीडेंट साइट्रस फल और घरेलू उपचार भी है |
अदरक
अदरक का रस, नींबू का रस या अदरक वाली एक कप चाय या अदरक पाउडर लेने से आपको माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने में मदद मिलेगा |
दालचीनी
दालचीनी सिर्फ आपके भोजन को टेस्ट ही नहीं देती, बल्कि माइग्रेन का इलाज करने के लिए एक प्रभावी घरेलू उपचार भी साबित हो सकती है | पानी मिलकार दालचीनी को पीस लें | अब इस पेस्ट को 30 मिनट के लिए माथे पर लगाएं, आराम मिलेगा |
कैफीन की मात्रा करें कम
जब आपको लगता है कि आपको माइग्रेन हो रहा है तो स्थिति को कंट्रोल करने के लिए कैफीन की मात्रा सीमित कर दें, लेकिन यह उन लोगों के लिए नहीं होता है जो कैफीन के आदी होते हैं |
बहुत अधिक लाइट से बचें
बहुत अधिक रोशनी में बैठकर काम करना आपके लिए मुसीबत का सबब बन सकता है | इससे आपका माइग्रेन का दर्द भी बढ़ सकता है |
मसाज
माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका है कि आप या तो खुद या किसी से अपनी मसाज करवाएं | मसाज ब्लड सर्कुलेशन को बूस्ट करती है, जिससे आपको आराम मिलेगा और दर्द भी कम होगा |
इसके अलावा आप जब भी ऐसा कोई दर्द महसूस करें तो अपने मन से कोई भी दर्दनिवारक गोली न लें। बल्कि किसी अच्छे न्यूरोलाजिस्ट को इस बारे में बताएँ और उनके बताए निर्देशों के अनुसार ही चलें।
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