आंतों की कमजोरी के इलाज के लिए हॉस्पिटल।

आंत मानव शरीर में आहार नली का सबसे महत्वपुर्ण हिस्सा होती है जो पेट तक फैली होती है। मानव के पेट की वह लंबी नली जिसमें उनके द्वारा खाये गये भोजन के पदार्थों का पाचन होता है। आंतों का काम हमारे शरीर में भोजन पचाने का होता है जिससे हमारे शरीर का पाचन सही से काम करने में मदद कर सके। मानव के शरीर में यह बड़ी और छोटी आंतों के रूप में होती है। बड़ी आंत मानव शरीर में मांसपेशियों से बनी नली की तरह का एक अंग है जो पाचन तंत्र का अंतिम हिस्सा बनाता है और छोटी आंत लम्बी, पतली और घुमावदार नली जैसी होती है जो पेट में स्थित होती है और भोजन से पोषक तत्वों को पचाने और संश्लेषण करने में एक अहम भूमिका निभाती है।

 

जब आंतों का काम काज बिगड़ जाता है तो, इससे शरीर को कई समस्याएं होने लगती हैं। इसलिए, अस्वस्थ भोजन हमारे अस्वस्थ होने का कारण बन सकती है जिसका सीधा असर हमारे स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ता है।

 

 

आंतों में कमजोरी के लक्षण।

 

 

1. ऑयली या दुर्गंधयुक्त मल आंतों की कमजोरी के कारण मानव का मल पेट में बहुत ज्यादा गन्दगी फैला सकता है, और ये समस्या आपकी कुछ लापरवाही की वजह से हो सकती है जैसे आपका बहुत ज्यादा ऑयली खाना, हैल्थी डाइट टाइम से न खाना आदि ऑयली और दुर्गंधयुक्त मल का कारण बन सकते हैं।

 

 

2. थकान और कमजोरी – आंतों की कमजोरी के लक्षण कुछ इस प्रकार भी दिखाई दे सकते हैं जैसे मानव के शरीर में कमजोरी आना थकान होना आदि। मानव के शरीर में आंतों की कमजोरी के कारण शरीर में न्यूट्रीएंट्स (Nutrients) और विटामिन (Vitamin) की कमी हो जाती है। जिससे मानव के शरीर में थकान और कमजोरी बनी रहती हैं।

 

 

3. भूख ना लगना और मतली (vomit) – आंतों की कमजोरी के कारण मानव को हमेसा उल्टी जैसा मन रहता हैं और भूख भी नहीं लगती हैं जिसके कारण मानव को और ज्यादा परेशानी होने लगती हैं। जब मानव की आंत सही से काम नहीं करती हैं तो इससे मानव का डाइजेशन खराब रहता हैं।

 

 

4. ब्लोटिंग और डायरिया – ब्लोटिंग और डायरिया, दोनों ही आंतों की कमजोरी के लक्षणों में से हैं। दरअसल, जब आपका डाइजेशन सही नहीं होता है गैस और अपच की समस्या बनी रहती है। इससे ब्लोटिंग और डायरिया होता रहता है।

 

 

5. सूजन – सूजन आंतों की कमजोरी के कुछ मुख्य लक्षणों में से एक है। जब व्यक्ति के आंत में सूजन होती है तो व्यक्ति को बुखार, सूजन और पेट में दर्द की समस्या होने लगती है. इसमें व्यक्ति की पाचन क्रिया तेज होती है और इसकी वजह से व्यक्ति को उल्टी, जी मिचलाने और दस्त की समस्या होने लगती है। जिससे व्यक्ति की आंतों में सूजन आने लगती हैं।

 

 

6. कम भूख लगना – भूख न लगने का कारण व्यक्ति की आंतों में इन्फेक्शन होना, सूजन आना, वोमिटिंग, या आपका ज्यादा दवाई खाना भी हो सकता है। इन्हीं कुछ कारणों की वजह से व्यक्ति को भूख कम लगती हैं।

 

 

इसलिए अगर व्यक्ति के शरीर में आंतों की कमजोरी के ये लक्षण महसूस होने लगे तो, व्यक्ति को तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और व्यक्ति को अपनी आंते हेल्दी रखने के लिए व्यक्ति को अपनी डाइट में भरपूर फूड्स को शामिल करें। साथ ही बार बार पानी पिएं और एक्सरसाइज करें।

 

 

आंतों की कमजोरी का क्या कारण है?

 

आंतो मैं कमजोरी होने के बहुत से कारण हो सकते है जैसे की दूषित पानी पी लेने से, दूषित खाना को खाने से हो सकती है। इसके अलावा बिना धुले हुए बर्तन मैं पानी का सेवन करना, खाना किसी बीमार व्यक्ति के साथ खाने से, आधा पक्का हुआ खाना या बहार का बेकार खाने सेआपको समस्या हो सकती है। इसीलिए कहा जाता है की गंदे बर्तन का बहुत दिनों का रखा हुआ पानी बहुत देर के कटे हुए फलो का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इनमे दूषित बैक्टीरिया की मात्रा बहुत ज्यादा हो सकती है। जिसके कारण आप बीमार या आपकी पाचन क्रिया ख़राब हो सकती है, और अंत में आपकी आंते कमजोर हो सकती है, सूजन आ सकती हे, इन्फेक्शन हो सकता है आपको बहुत सी बीमारियाँ हो सकती हे। इसलिए आंतों की कमजोरी से बचने के लिए आपको सफाई और पौष्टिक खाने की ज्यादा ज्यादा जरूरत हे। ताकि किसी भी प्रकार की बिमारियों से बचा जा सके।

 

 

 

आंतों की कमजोरी का इलाज।

 

आंतें शरीर का बहुत महत्वपूर्ण अंग हैं जो पाचन क्रिया को पचाने में मदद करता हैं। इसलिए ऐसे में अगर आंतो में कमजोरी आ जाए तो इसके कारण पाचन क्रिया के साथ-साथ कई महतवपूर्ण अंग अस्वस्थ होने लगते है। इसलिए आंतों को स्वस्थ रखना जरूरी है।आइए आज आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं जिनकी मदद से आंतों की कमजोरी को दूर किया जा सकता है। आँतों को स्वस्थ रखने के लिए आइए जानते हे आंतों की कमजोरी को दूर करने का इलाज।

 

 

1.स्वस्थ आहार – हैल्थी खाना आंतों को स्वास्थ्य रखने के लिए महत्वपूर्ण है। खाने में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जैसे कि पालक, सलाद, अनाज, फल, और सब्जियां। इसके साथ ही, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि आपकी आंतों को नमी मिल सके।

 

 

2.रोजाना व्यायाम – जो व्यक्ति अपने डेली रूटीन (Daily Routine) में आलसी पन महसूस करता है तो उसके आंत के खराब होने की संभावना ज्यादा रहती है. लेकिन यदि आप नियमित रूप से योग व व्यायाम करेंगे तो आपको पाचनतंत्र की समस्या नहीं होगी, इसलिए कुछ समय के लिए शाम और सुबह टहलना बेहद फायदेमंद होता है। आंतों को स्वस्थ रखने के लिए कम से कम 20 मिनट हर दिन व्यायाम करें।

 

 

3.पानी ज्यादा पीना – अगर आप खाना ज्यादा खाते हैं, और खाने के साथ ज्यादा पानी नहीं पीते हैं तो आपकी आंतों को नुकसान हो सकता है। इसलिए इन स्‍वस्‍थ अनाज और सब्जियों के साथ पानी की उचित मात्रा लेना कभी नहीं भूलना चाहिए।

 

 

4.नियमित रूप से खाओ, लेकिन लगातार नहीं – हर समय खाते रहने की आदत आंतों के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अच्‍छी नहीं होती, क्‍योंकि आंतों को साफ, बैक्‍टीरिया मुक्त करने के लिए, पाचन को आराम देने की जरूरत होती है। हर दो घंटे के बाद कुछ मिनट के लिए आपकी आंतें, मौजूद चिकनी मसल्‍स पाचन तंत्र के माध्‍यम से बैक्‍टीरिया को बाहर निकालती है, लेकिन खाते समय यह प्रक्रिया रूक जाती है। इसलिए आंतों को स्‍वस्‍थ रखने के लिए दो भोजन के बीच में गैप रखना जरूरी होता है। जिससे आंतो को फ़िल्टर करने मैं परेशानी न हो।

 

 

 

आंतो की कमजोरी के इलाज के लिए अच्छे अस्पताल।

 

 

आंतो की कमजोरी के इलाज के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल।

 

 

 

 

 

आंतो की कमजोरी के इलाज के लिए गुरुग्राम के अच्छे अस्पताल।

 

 

 

 

 

आंतो की कमजोरी के इलाज के लिए ग्रेटर नोएडा के बेस्ट अस्पताल।

 

 

  • शारदा अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • यथार्थ अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
  • बकसन अस्पताल ग्रेटर नोएडा
  • जेआर अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • प्रकाश अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • शांति अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
  • दिव्य अस्पताल , ग्रेटर नोएडा

 

यदि आप इनमें से कोई अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 959900311) पर संपर्क कर सकते हैं।

 

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