बच्चों में एकाग्रता की कमी को कैसे दूर करें ?

आज के समय में ऐसे बहुत से माता पिता है जो अपने बच्चों में एकाग्रता की कमी की वजह से परेशान है। आज हम इसी के बारे में बात करेंगे।  आपने अक्सर अपने माता-पिता को यह कहते हुए सुना होगा कि मेरा बच्चा है, तो स्मार्ट लेकिन उसमें एकाग्रता की कमी है इस वजह से वह पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है।

 

 

ऐसा आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रसार के कारण भी होता है। इसके लिए आप अपने घर में सकारात्मक माहौल रखने की कोशिश करें। आइए हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताते हैं जिनसे आप अपने बच्चे में होने वाली इस परेशानी को दूर कर पाएंगे।

 

 

 

एकाग्रता का मतलब क्या होता है ?

 

 

एकाग्रता का मतलब होता है जब आप किसी भी काम को करने का मन बना लें और उसके आलावा आप किसी भी चीज के बारे में न सोचे या अन्य बातों पर ध्यान न लगाते हुए उसी चीज पर ध्यान केन्द्रित करे, तब तक जब तक उस कार्य को वह पूरा ना कर लें। अगर सीधी भाषा में कहें तो अपने मन और मस्तिष्क में एक ढृढ़ निश्चय कर लें। जब आप ऐसा करते हैं तो अपने काम में सफलता अवश्य मिलेगी।

 

 

 

बच्चों में एकाग्रता की कमी के कारण

 

 

 

 

 

 

  • पौष्टिक भोजन में कमी,

 

 

  • फ़ास्ट फ़ूड का ज्यादा सेवन,

 

 

  • अनियमित दिनचर्या,

 

 

  • बच्चे का ज्यादा शैतान होना या चंचल होना।

 

 

 

बच्चों में एकाग्रता बढ़ाने के उपाए

 

 

बच्चो के साथ मेमोरी गेम खेले 

 

यदि आप अपने बच्चे की एकाग्रता बढ़ाना चाहते है तो उनके साथ ब्रेन गेम खेले इसके लिए बच्चों को किसी भी चीज़ जैसे फलों, सब्ज़ियों आदि के नाम और कलर बताएं और फिर उनसे खुद पूछे। इस गेम के लिए टेबल पर कुछ चीज़ें- पेन, पेंसिल, कॉपी, बुक या अन्य कोई भी चीज़ रखें.

बच्चे को 30 सेकंड तक ध्यान से देखने के लिए कहें,उसके बाद में वे चीज़ें हटा दें या उन्हें कपड़े से ढंक दें, अब बच्चे से उन चीज़ों के नाम पूछें।

 

 

 

टीवी और मोबाइल फ़ोन से रखे दूर 

 

 

कुछ बच्चे होमवर्क करते समय टीवी देखते है लेकिन ये अच्छी आदत नहीं है, क्योंकि इससे उनका ध्यान और ज्यादा भटकता है। इसके आलावा आप मोबाइल फ़ोन से भी बच्चों को दूर रखें या एक नियमित समय के लिए ही उन्हें इसका इस्तेमाल करने दें। इससे आपके बच्चे में एकाग्रता बढ़ेगी।

 

 

 

उन्हें शारीरिक गतिविधि करने दें

 

 

बच्चो से ज्यादा से ज्यादा शारीरिक गतिविधि करने को कहे ऐसा करने से उनका हर काम में मन लगेगा, जैसे बाहर खेलना, दौड़ना ऐसा करने से उस बच्चे का मानसिक विकास बेहतर तरीके से होता है।

 

 

 

 

बच्चों को समय पर भोजन कराएं 

 

 

एक बच्चे के मानसिक और शारीरिक वकास के लिए सबसे जरुरी है की उसका भोजन बेहद पौष्टिक होना चाहिए। तभी उसके दिमाग का विकास अच्छे तरीके से होता है। बच्चे को दूध, अंडे, हरी सब्जियां,मौसमी फल आदि का सेवन जरूर कराएं।

 

 

 

बच्चे के पढ़ने के लिए अलग कमरा रखे 

 

 

सबसे जरुरी बात यह है की बच्चे के पढ़ते वक़्त घर में बिल्कुल भी शोर न मचाए, ऐसा करने से उनका ध्यान भटक सकता है। अपने बच्चे के पढ़ने के लिए एक अलग कमरा बनाए ताकि पढ़ते वक़्त उन्हें किसी भी तरह की परेशानी ना रहे।

 

 

 

घर का माहौल सकारत्मक रखें

 

 

घर का माहौल सकारात्मक ही होना चाहिए इससे भी बच्चे के दिमाग पर अच्छा असर पड़ता है और बच्चे का मानसिक विकास भी अच्छे से होता है। यदि बच्चे के सामने तनाव भरा माहौल रहता है तो ये उसकी सेहत और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है।

 

 

 

बच्चों के साथ समय बिताएं 

 

 

यदि आप अपने बच्चे के साथ ज्यादा समय बिताएंगे और उनकी परेशानियों को हल करेंगे तो इससे उनका मनोबल बढ़ेगा और एकाग्रता भी अपने आप बढ़ेगी।

 

 

 

बच्चे को पर्याप्त नींद लेने दें 

 

 

बच्चों की एकाग्रता में कमी की एक वजह पर्याप्त नींद ना लेने भी होता है। ऐसा करने से उनके मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है, इसलिए उन्हें पूरा आराम करने दें और पर्याप्त नींद लेने दें, इससे उनकी एकाग्रता भी बढ़ेगी।

 

 

 

टाइम प्लान बनाएं

 

 

अपने बच्चे की रोजाना की दिनचर्या बनाएं और कोई भी काम करने के लिए एक समय निर्धारित करें, ऐसा करने से उनकी एकाग्रता बढ़ेगी।

 

 

एक उम्र तक बच्चों में चंचलता होती है जिसकी वजह से उनकी एकाग्रता कम होती है। लेकिन बच्चों में यह समस्या उनकी उम्र बढ़ने के बाद अपने आप दूर हो जाती है। लेकिन कुछ बच्चों में एकाग्रता की कमी रहती है और यह काफी लम्बे समय तक रहती है और इसकी वजह से वह अपना काम भी नहीं कर पाते है।


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