बच्चों का बढ़ता मोटापा कम करने के लिए अपनाएं ये तरीके

 

 

बच्चों का बढ़ता मोटापा एक सामान्य स्वास्थ्य मुद्दा बनता जा रहा है जो बच्चों के शरीर में वसा के उच्च स्तर को दिखाता है। आपको  बता दें कि 30 या उससे अधिक बॉडी मास इंडेक्स (body mass index) मोटापे का सूचक होता है। पिछले कुछ दशकों से, मोटापा एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन गया है। वास्तव में, यह अब तक कई देशों में एक महामारी बन गया है ।

 

बच्चों और वयस्कों में बढ़ते मोटापे को रोकने के लिए बहुत सारे तरीके हैं। लेकिन वयस्कों की गलत आदते अब बच्चे भी अपनाने लगे हैं। यही वजह है की आने वाले समय में यह बच्चों के लिए भी एक बड़ी परेशानी बन जाएगा। पहले के समय में बच्चे बाहर खेलने जाते थे। लेकिन जैसे जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ती गई वैसे-वैसे बच्चे भी उसे अपनाते गए और वह बाहर जाने के बजाए घर पर बैठकर कंप्यूटर और मोबाइल पर गेम आदि खेल कर अपना समय बिताते हैं जो बच्चो में बढ़ते मोटापे का कारण बनती हैं।

 

 

 

बच्चों में बढ़ते मोटापे का कारण

 

 

फास्ट फूड है जिम्मेदार

 

आज के समय में बच्चों को पौष्टिक खाना बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है, उन्हें तो केवल जंक फूड खाने में मजा आता है। बच्चों को जंक फूड आसानी से मिल जाता है और कहीं न कहीं इसके पीछे उनके माता-पिता भी जिम्मेदार हैं क्योंकि वह भी इसे बढ़ावा देते हैं। बच्चों के इस खानपान के चलते मोटापा तेजी से उनकी तरफ बढ़ रहा है।

 

 

 

शारीरिक गतिविधियों में कम रुचि

 

आज के समय में बच्चे शारीरिक गतिविधियों में बिल्कुल भी रूचि नहीं लेते हैं। जिन बच्चों के अंदर खेलने-कूदने की इच्छाशक्ति कम हो जाती है। इसके अलावा जो बच्चे शारीरिक गतिविधियों में कम दिलचस्पी रखते हैं, उन बच्चों को मोटापा अपना शिकार बना लेता है।

 

 

 

बच्चों में बढ़ता तनाव 

 

जीवनशैली बदलने से खान-पान का तौर-तरीका भी बदल गया है यही वजह है की बच्चों को भी आज के समय में तनाव होने लगा है। आज कल के माता पिता पैसा कमाने की दौड़ में इतना आगे निकलते जा रहें है की वह अपने बच्चे को समय ही नहीं दे पा रहे है। यही वजह है की उन्हें अपने काम को लेकर तनाव होने लगा है।

 

 

 

आनुवांशिक कारण

 

बच्चों के बढ़ते मोटापे के पीछे उनके माता-पिता का मोटे भी एक कारण हो सकता हैं,जिसे हम अनुवांशिक कारण कह सकते हैं। इसके अलावा माता-पिता दोनों में से कोई एक मोटा है तब भी बच्चे में मोटापा बढ़ने की आशंका बनी रहती है। इस तरह से आनुवांशिक कारणों से भी बच्चों में मोटापा बढ़ता है।

 

 

 

बच्चों में बढ़ते मोटापे को कम करने के उपाय

 

 

 

घर में फास्ट फूड को सीमित करें

 

यदि आप घर में फास्ट फूड लाते हैं, तो आपके बच्चे को उन्हें खाने की अधिक संभावना होती है। आप अपने घर में स्वस्थ खाद्य पदार्थों को लाना शुरू करें, और अपने बच्चे को उसी को खाने को कहें और उन्हें इसके फायदे बताएं।

 

 

 

बच्चों के रूटीन में शारीरिक गतिविधि को शामिल करें

 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का भी यही कहना है की सभी माता पिता अपने बच्चों की दिनचर्या में शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाना चाहिए। बच्चों और किशोरों को रोजाना कम से कम 60 मिनट तक शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए। अपने बच्चों को फिजिकल एक्टिविटीज जैसे गेम्स, स्पोर्ट्स, जिम क्लास या यहां तक कि आउटडोर कामों में भी शामिल करें।

 

 

 

हरी सब्जियां और फलों का सेवन करें

 

आप अपने बच्चों के बढ़ते मोटापे को कम करना चाहते हैं तो उन्हें केवल हरी सब्जियां और फल ही खिलाएं। उसके पूरे दिन भर के रूटीन में अलग-अलग तरह के फल व सब्जियां खिलाएं, क्योंकि इससे बच्चे के शरीर में कई तरह के विटीमेंस और मिनरल्स जाएंगे जो उसे कई बीमारियों से भी बचाएगा।

 

 

 

बच्चों के साथ करें व्यायाम

 

बच्चों में शुरुआत से ही हेल्दी खाना खाने की आदतों को डालें, साथ ही अपने बच्चों के व्यायाम के प्रति जागरूक करें उसे अपने साथ व्यायाम करने को कहें। ताकि व्यायाम करके वह अपनी सेहत को बेहतर रख सकें। सुबह खुद भी सैर करें और बच्चों को अपने इस काम में शामिल करें क्योंकि जैसा आप बच्चों को सिखाएंगे वह वैसा ही करेंगे।

 

 

 

टीवी या फोन के साथ स्नैक्स न खाने दें

 

ज्यादातर यही देखा जाता है कि बच्चे टीवी या फोन के साथ खाने का सेवन भी करते रहते है, जो उनके मोटापा को बढ़ावा देता है। इसके अलावा बच्चे को कम से कम 1 घंटा घर से बाहर खेलने-कूदने की आदत जरूर डालें।

 

 

आज के समय में बच्चे बचपन में मोटापे का शिकार हो रहे हैं जिसकी वजह से बच्चों का कद बढ़ना रुक जाता है। इतना ही नहीं कुछ बच्चों के शरीर में कई अंगो का सही से विकास भी नहीं हो पाता है।बच्चो में बढ़ता वजन उनके चलने-फिरने में भी समस्या पैदा करता है।

 

इसके अलावा मोटापे की वजह से उनके शरीर में दर्द भी होने लगता है। बहुत अधिक मोटे बच्चों को साँस लेने में भी दिक्कत हो सकती है। बच्चे थोड़ा सा काम करने पर जल्दी थक जाते हैं। इसलिए ये उनके माता-पिता की जिम्मेदारी होती है की वह उन्हें पौष्टिक भोजन ही खिलाएं। इसके आलावा अगर बच्चे में मोटापे से जुड़ी कोई अन्य समस्या है तो आप हमारे डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं

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