बीएमआई और हृदय स्वास्थ्य, डॉ सुभेंदु मोहंते

 

 

बीएमआई और हृदय स्वास्थ्य ये दोनों ही आपकी सेहत से जुड़ा हैं। लेकिन बीएमआई के बढ़ने पर सबसे पहले आपके हृदय पर बुरा असर पड़ता है। इसके लिए आपको सबसे पहले ये समझना होगा की बीएमआई क्या होता है ? भारत में हृदय रोगों के कारण होने वाली मौतें 1990 में 1.3 मिलियन से बढ़कर 2016 में 2.8 मिलियन हो गई, और 2016 में हृदय रोगों के कारण होने वाली आधी से अधिक मौतें 70 वर्ष से कम आयु के लोगों में देखी गई।

 

 

 

बीएमआई क्या है? (What is BMI in Hindi)

 

 

बीएमआई का फूल फॉर्म है बॉडी मास इंडेक्स (Body Mass Index) है। बीएमआई आपके शरीर की लंबाई, उम्र और वजन के अनुसार होना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य का वजन उसके शरीर की लंबाई के अनुरूप होना चाहिए, तभी उसे एक स्वस्थ व्यक्ति के रूप में गिना जाता है, और बॉडी मास इंडेक्स टेस्ट हमें बताता है कि हम स्वस्थ हैं या नहीं, जिन लोगों के बीएमआई में गड़बड़ी होती है, उनके हृदय पर बुरा असर पड़ता है। जब किसी भी व्यक्ति का स्वास्थ्य बिगड़ता है तब डॉक्टर इसका इस्तेमाल करते हैं।

 

 

मोटे लोगों को अक्सर बहुत सी बीमारी होने का खतरा ज्यादा रहता है। क्योंकि उनका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) बढ़ा हुआ होता है। अधिक वजन वाले लोगों को एक सामन्य वजन वाले व्यक्ति के मुकाबले कई बीमारियां होने का खतरा रहता है। जिन बच्चों का बीएमआई जन्म के समय ज्यादा होता है, उन्हें आने वाले  समय में हृदय से जुड़ी कई समस्या होने का खतरा रहता है।

 

 

 

बीएमआई को कैसे मापे (How to measure BMI in Hindi)

 

 

बी-एम-आई= किलोग्राम का माप

 

 

  • जिन लोगों का बीएमआई 18.5 से नीचे होता है उन्हें कम वजन वाली श्रेणी में रखा जाता है।

 

  • जबकि जिन लोगों का बीएमआई 18.5 से 24.9 उन्हें सामान्य वजन वाली श्रेणि में रखा गया है।

 

  • जिन लोगों का बीएमआई 25 से 29.9 के बीच में रहता है उन्हें सामान्य से अधिक वज़न वाली श्रेणि में रखा गया है।

 

  • ऐसे बहुत से लोग है जिनका बीएमआई 30 से 34.9 रहता है उन्हें मोटापा की श्रेणि में रखा जाता हैं।

 

  • जिन लोगों का बीएमआई 35 से 39.9 होता है उन लोगों को अधिक मोटापे वाली श्रेणी में रखा जाता है।

 

  • जिनका बीएमआई 40 या इससे अधिक होता है उन्हें बहुत अधिक मोटापा वाली श्रेणी में रखा जाता है।

 

 

बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स मोटापे को मापना चाहते है, तो अपना वजन और अपनी लंबाई (इंच में) से विभाजित करें। बीएमआई के आधार पर, आप जांच सकते हैं कि आपका वजन सामान्य है या उससे ज्यादा है। भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सामान्य बीएमआई 23 से कम है, जबकि जिन लोगों का बीएमआई 23 और 25 से ज्यादा है उन्हें बीएमआई के हिसाब से अधिक मोटापे वाली श्रेणी में रखा गया है।

 

 

अधिक बीएमआई होने पर उस व्यक्ति को बहुत सी बीमारियां होती है। जैसे डायबिटीज, किडनी की समस्या, उच्च रक्तचाप ,कोलेस्ट्रॉल की समस्या और हृदय रोग जैसी बीमारी हो सकती है। ये सभी चीजें उस व्यक्ति के स्वास्थ्य  पर बुरा असर डालती है। इसलिए जरुरी है की आप अपने शरीर में बीएमआई सामान्य ही रखें।

 

 

 

बीएमआई के लिए अपना वजन नियंत्रण में कैसे रखें

 

 

फास्ट फ़ूड का सेवन ना करें 

 

यदि आप अपने शरीर का बीएमआई नियंत्रण में रखना चाहते हैं, तो आपको फास्ट फ़ूड का सेवन बिल्कुल छोड़ना होगा। तभी आप अपने शरीर को स्वस्थ रख पाएँगे।

 

 

 

पौष्टिक भोजन करें 

 

यदि आप अपने घर का बना खाना खाएंगे, तो ये आपके लिए ज्यादा अच्छा होगा, बाहर का खाना उतना पौष्टिक नहीं होता है जितना की घर का, इसलिए कोशिश करें की अपने घर में बना खाना ही खाएं। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके भोजन की मात्रा सीमित होना चाहिए। इससे आप कई बीमारियों से भी बचे रहेंगे।

 

 

 

रोजाना व्यायाम करें 

 

यदि आप अपनी दिनचर्या में थोड़ा समय व्यायाम या योग को देंगे तो ये आपके लिए बहुत अच्छा होगा इससे आप मानसिक और शरीरिक रूप से भी स्वस्थ रहेंगे। इसके साथ ही आप कई बीमारियों से भी बचे रहेंगे।

 

 

 

ज्यादा मात्रा में पानी पिएं 

 

अक्सर कुछ लोगों को पाचन से जुड़ी समस्या ज्यादा होती है, इसलिए जरुरी है की आप अपनी बॉडी को हाइड्रेटेड रखने के लिए और पाचन तंत्र को बेहतर रखने के लिए अधिक मात्रा में पानी का सेवन करें। ऐसा करने से भी आप काफी स्वस्थ महसूस करेंगे।

 

 

यदि आप या आपका कोई भी जानने वाला व्यक्ति बीएमआई को मापना चाहते हैं और इससे जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी लेना चाहता है या अपने शरीर से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या से परेशान है तो आप हमारे डॉक्टर से सलाह लें सकते है


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