जाने ब्रेन टीवी क्या है और इसका इलाज।

ब्रेन से जुड़ी समस्या अधिक घातक होती हैं जिसका पता लगाना भी मुश्किल होता हैं। ब्रेन से जुड़ी बीमारी ब्रेन टीबी होती हैं जो की खतरनाक होती हैं। अधिकतर लोगो को ऐसा लगता हैं की टीबी सिर्फ फेफड़ो में होती हैं परन्तु ऐसा नहीं हैं टीबी ब्रेन में भी हो सकती हैं। ब्रेन टीबी होने से दिमाग में सूजन आ जाती हैं, ब्रेन टीबी को मेनिनजाइटिस ट्यूबरक्लोसिस के नाम से भी जाना जाता है। ब्रेन टीबी किसी भी उम्र में मनुष्य को हो सकती हैं। यदि किसी मनुष्य को ब्रेन टीबी होने की संभावना या लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें डॉक्टर से इलाज अवश्य करना चाहिए।

 

 

 

ब्रेन टीबी के लक्षण।

 

 

ब्रेन टीबी के लक्षणों की शुरुआत शरीर में धीरे- धीरे होती हैं ब्रेन टीबी के लक्षण सामान्य होते हैं इसलिए इस बीमारी का पता जल्दी-से नहीं लगता हैं परन्तु डॉक्टर के अनुसार ब्रेन टीबी के लक्षण कुछ इस प्रकार होते हैं जैसे की –

 

 

  • थकान महसूस होना।

 

  • बुखार आना

 

  • सुस्त रहना

 

  • बार-बार बेहोश हो जाना

 

  • उल्टी आना

 

 

  • बीमारी बढ़ने पर गर्दन में अकड़न

 

  • लगातार सिर में दर्द होना

 

  • अधिक गुस्सा आना

 

  • अस्वस्थता

 

 

ब्रेन टीबी होने के कारण।

 

 

ब्रेन टीबी होने के बहुत सारे कारण हो सकते है जिसमें अधिक एल्कोहल का सेवन करना, एचआईवी एड्स, फेफड़ों की टीबी, रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी आदि होते है। ब्रेन टीबी होने पर काफी सारी जटिलताएं भी पाई जाती है जिसमें मानव शरीर को बहरापन, मस्तिष्क में दबाव बढ़ना, ब्रेन स्ट्रोक, ब्रेन डैमेज, अधिकांश मामलों में रोगी की मृत्यु भी हो जाती है। अगर आपके शरीर में एक ही समय में सिरदर्द और दृष्टि परिवर्तन जैसी समस्या उत्पन्न हो तो यह खतरें का निशानी हो सकता है। आप तत्काल अपने डॉक्टर से संपर्क करें यह संकेत मस्तिष्क में बढ़ते दबाव का हो सकता है जो आगे चलकर एक गंभीर समस्या बन सकती है।

 

 

 

ब्रेन टीबी का इलाज।

 

 

सही डाइट से ब्रेन टीबी से बचा जा सकता है। इसे रोकने में डाइट भी अहम भूमिका निभा सकती है। इसके लिए रोगी को अपने डाइट में ताजे फल, सब्जियां और काफी मात्रा में प्रोटीन आदि पोषक तत्वों को जरूर शामिल करें। इनसे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और बीमारी से लड़ने में मदद मिलती है परन्तु बीमारी बढ़ जाती हैं तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें, खुद से इलाज करने की कोशिश ना करें इससे आपकी समस्या अधिक बढ़ सकती हैं। ब्रेन टीबी का इलाज दवाइयों द्वारा भी किया जा सकता हैं।

 

 

 

ब्रेन टीबी में क्या खाना चाहिए ?

 

 

  • ताजे फल व सब्जियां खाएं: ब्रेन टीबी में ज्यादा मात्रा में ताजे फल व सब्जियां लेनी चाहिए। जिससे आपके शरीर को पोषण मिलें और आप क्षय रोग से लड़ सकें।

 

 

  • दूध: ब्रेन टीबी में दूध पीना चाहिए इससे आपको प्रोटीन व कैल्शियम मिलता है, साथ ही दूध इम्यूनिटी बढ़ाता है।

 

 

  • कैलोरी: टीबी के मरीज अधिकतर कुपोषण का शिकार हो जाते हैं तथा शरीर भी इतना कमजोर हो जाता हैं कि वह बीमारी के लक्षणों को झेल नहीं पाते टीबी के मरीजों के लिए केला, अनाज दलिया,गेहूं और रागी जैसे खाद्य पदार्थ काफी फायदेमंद होता हैं।

 

 

  • ग्रीन टी: अगर आप टीबी जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं तो चाय और कॉफी का सेवन आपको कम ही करना चाहिए। हालांकि आप इनकी जगह ग्रीन टी को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। ग्रीन टी टीबी के इलाज में फायदेमंद होती है।

 

 

  • लहसुन: ब्रेन टीबी में लहसुन का सेवन भी बहुत लाभकारी है। यदि एक महीने तक लहसुन की दो-तीन कलियां रोज सुबह कच्ची ही चबा ली जाएं तो रोग शरीर से पूरी तरह निकल जाएगा।

 

 

  • प्रोटीन: ब्रेन टीबी के दौरान कमजोर शरीर को प्रोटीन देना बहुत जरूरी हो जाता है। इसलिए प्रोटीन के धनी पदार्थ अपने भोजन में शामिल करें। प्रोटीन के लिए मछली, पनीर, दालें, उबले अंडे, सोया और मांस, भी खाएं यह सेहत के लिए फायदेमंद रहता हैं।

 

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