कैल्सिट्रियोल (Calcitriol) विटामिन डी 3 का एक रूप है। विटामिन डी (Vitamin D) आपके पेट से कैल्शियम को अवशोषित (absorb) करने में मदद करता है। आपको बता दें की कैल्सिट्रियोल (Calcitriol) शरीर में पैराथीरॉइड हार्मोन के उतार-चढ़ाव होने पर इसके कारण उत्पन्न होने वाली कुछ स्थितियों को नियंत्रित करने में मदद करता है। कैल्सिट्रियोल (Calcitriol) का उपयोग ओवर परैथायराइडिज्म ग्लैंड (overactive parathyroid glands) और उन लोगों में मेटाबॉलिक बोन डिजीज के इलाज के लिए किया जाता है, जिन्हें क्रॉनिक किडनी फेलियर है और जिन्हें डायलिसिस पर रखा जाता है।
कैल्सिट्रियोल का उपयोग कौन सी बीमारी के लिए किया जाता है ?
कैल्सिट्रियोल (Calcitriol) का उपयोग सर्जरी, बीमारी या अन्य स्थितियों के कारण होने वाले हाइपोपरैथायरॉइडिज्म (underactive parathyroid glands) वाले लोगों में कैल्शियम की कमी के इलाज के लिए भी किया जाता है।
दरअसल कैल्सिट्रियोल (Calcitriol) का उपयोग डायलिसिस पर रहने वाले लोगों में कैल्शियम की कमी (hypocalcemia) और मेटाबोलिज्म संबंधी हड्डी रोग के इलाज के लिए भी किया जाता है। कैल्सिट्रियोल (Calcitriol) का सेवन डॉक्टर के कहने पर करना चाहिए। यह एक प्रकार की दवा होती है, बिना डॉक्टर के सलाह के इसका सेवन ना करें। डॉक्टर इस दवा को एक व्यक्ति के स्वास्थ्य को मद्देनजर रखते हुए देता है।
यदि आपके रक्त में कैल्शियम या विटामिन डी का उच्च स्तर है, या यदि आपको कभी भी कैल्सिट्रियोल (Calcitriol) या विटामिन डी (Vitamin D) के अन्य रूपों से एलर्जी की प्रतिक्रिया हुई है, तो आपको कैल्सिट्रॉल का उपयोग नहीं करना चाहिए।
कैल्सिट्रियोल लेने से पहले, अपने डॉक्टर को बताएं कि क्या आपको ऐसी कोई बीमारी है:
- रक्त वाहिका की समस्याएं (Blood vessel problems)
- गुर्दे की बीमारी या गुर्दे की पथरी (Kidney disease or kidney stones)
- लिवर की बीमारी (Liver disease)
- आपके रक्त में फॉस्फेट (phosphate), विटामिन डी (vitamin D,), या कैल्शियम (calcium) के उच्च स्तर
- दवाओं या विटामिन से एलर्जी
जब आप कैल्सिट्रियोल लेते हैं, तो आपका डॉक्टर आपके स्वास्थ्य को देखते हुए ही कुछ विशिष्ट आहार की सलाह देता है। अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
यदि आप खाने वाले खाद्य पदार्थों में कैल्शियम की सही मात्रा नहीं लेते हैं, तब डॉक्टर आपको इस दवा को लेने की सलाह देता है जो आपके शरीर में एक उचित मात्रा में कैल्शियम को बनाए रखता है। इसलिए आप अपने शरीर में कैल्शियम की कमी ना होने दें।
कैल्सिट्रियोल का अधिक सेवन से नुकसान
कैल्सिट्रियोल (Calcitriol) के ओवरडोज लेने से होने वाले नुकसान में शामिल है :
- कमजोरी ( weakness)
- उनींदापन (drowsiness)
- मुँह सूखना (dry mouth)
- जुबान पर धातु का स्वाद (metallic taste)
- मतली (nausea)
- उल्टी (vomiting)
- कब्ज (constipation)
- पेट दर्द (stomach pain)
- भूख न लगना (loss of appetite)
- मांसपेशियों में दर्द (muscle pain)
- हड्डियों में दर्द (bone pain) हो सकता है।
ओवरडोज के संकेतों में बढ़ी हुई प्यास, खुजली, पेशाब में वृद्धि (विशेष रूप से रात में), गंभीर पेट दर्द, अनियमित दिल की धड़कन, वजन में कमी, सेक्स में रुचि कम होना या पेशाब करने में असमर्थ होना।
कैल्सिट्रियोल के साइड इफेक्ट
यदि आपको किसी प्रकार कि एलर्जी हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लें जैसी की: साँस लेने में कठिनाई, आपके चेहरे, होंठ, जीभ या गले में सूजन।
डिहाइड्रेशन के लक्षण – बहुत अधिक प्यास लगना और शरीर में गर्मी महसूस होना, पेशाब करने में असमर्थ होना, अधिक पसीना और त्वचा का रुखा होना।
उच्च कैल्शियम का स्तर – मतली, उल्टी, कब्ज, बढ़ी हुई प्यास या पेशाब आना, मांसपेशियों में कमजोरी, हड्डियों में दर्द, ऊर्जा की कमी, या थका हुआ महसूस होना।
कम कैल्शियम का स्तर – मांसपेशियों में ऐंठन या संकुचन, सुन्नता या तनाव होना (आपके मुंह के आसपास, या उंगलियों और पैर की उंगलियों में अकड़न।
कैल्सिट्रॉल बच्चों के विकास को प्रभावित कर सकता है। किसी भी व्यक्ति को डॉक्टर से बिना पूछे इसका उपयोग बिल्कुल भी ना करना चाहिए। इसके लिए आप हमारे डॉक्टर की सलाह भी लें सकते हैं।
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