Dr. Atul Mathur से कराएं हार्ट ट्रीटमेंट, जानिए कैसे करें डॉक्टर से संपर्क?

डॉ. अतुल माथुर (Dr. Atul Mathur ) नई दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट में से एक हैं और उन्हें इस पूरे 25 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वह फोर्टिस एस्कॉर्ट हार्ट इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के निदेशक हैं। डॉ. अतुल माथुर एशिया प्रशांत में कोरोनरी और वस्कुलर इंटरवेंशन (Coronary and Vascular interventions) दोनों के क्षेत्र में अग्रणी हैं। कॉम्प्लेक्स कोरोनरी प्रोसीजर के अलावा डॉ अतुल माथुर महाधमनी स्टेंट ग्राफ्टिंग, कैरोटिड स्टेंटिंग, आईवीसी फिल्टर प्लेसमेंट, पेरिफेरल वस्कुलर स्टेंटिंग, वेनस इंटरवेंशन आदि के विशेषज्ञ भी हैं।

 

Dr. Atul Mathur से कराएं हार्ट ट्रीटमेंट! (Get heart treatment with Dr. Atul Mathur in Hindi)

 

Dr. Atul Mathur को मिले पुरस्कार और मान्यताएं

Dr. Atul Mathur  को कई पुरस्कार और मान्यताएं भी मिली हैं उन्हें 1999 में भारत में पहली कैरोटिड स्टेंटिंग प्रक्रिया (ब्रेन स्ट्रोक को रोकने के लिए की जाने वाली एक प्रक्रिया) के लिए पुरस्कार मिला है। 2002 में एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट नई दिल्ली में भारत में पहले सेरेब्रल प्रोटेक्शन डिवाइस का इस्तेमाल करने वाले पहले डॉक्टर हैं।

Dr. Atul Mathur की क्वॉलिफिकेशन

एमबीबीएस (1983), एमडी (इंटरनल मेडिसिन) – एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जयपुर, राजस्थान (1987), डीएम (कार्डियोलॉजी) – एम्स (1991)। यदि आप डॉक्टर से ऑनलाइन कंसल्ट करना चाहते हैं तो इसके लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं।

 

 

हार्ट डिजीज कितने प्रकार की होती हैं? (types of heart disease in Hindi)

 

हृदय रोग में हृदय संबंधी समस्याओं की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। कई रोग और स्थितियां हृदय रोग की छत्रछाया में आती हैं। हृदय रोग के प्रकारों में शामिल हैं:

 

  • अतालता (Arrhythmia): अतालता एक हृदय ताल असामान्यता है।

 

  • एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis): एथेरोस्क्लेरोसिस धमनियों का सख्त होना है।

 

  • कार्डियोमायोपैथी (Cardiomyopathy): इस स्थिति के कारण हृदय की मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं या कमजोर हो जाती हैं।

 

  • जन्मजात हृदय दोष (Congenital heart defects): जन्मजात हृदय दोष हृदय की अनियमितताएं हैं जो जन्म के समय मौजूद होती हैं।

 

  • कोरोनरी धमनी रोग (Coronary artery disease): सीएडी हृदय की धमनियों में पट्टिका के निर्माण के कारण होता है। इसे कभी-कभी इस्केमिक हृदय रोग कहा जाता है।

 

  • हृदय संक्रमण (Heart infections): हृदय संक्रमण बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के कारण हो सकता है।

 

कार्डियोवैस्कुलर बीमारी शब्द का इस्तेमाल दिल की स्थितियों को संदर्भित करने के लिए किया जा सकता है जो विशेष रूप से रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करते हैं।

 

हार्ट डिजीज के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of heart disease in Hindi)

 

हृदय रोग के परिणामस्वरूप विभिन्न प्रकार के लक्षण हो सकते हैं:

 

 

  • दिल की धड़कन का असामान्य होना

 

  • सांस लेने में समस्या होना

 

  • शरीर में थकान और ऊर्जा में कमी होना

 

  • छाती में जमाव या खांसी

 

  • बुखार

 

  • ठंड लगना

 

  • अचानक तेजी से पसीना आना

 

 

हार्ट डिजीज का निदान कैसे किया जाता है? (How Heart Disease Is Diagnosed in Hindi)

 

हार्ट डिजीज का निदान करने के लिए आपका डॉक्टर कई प्रकार के परीक्षण और मूल्यांकन का आदेश दे सकता है। इनमें से कुछ परीक्षण हार्ट डिजीज के लक्षण दिखाने से पहले किए जा सकते हैं। दूसरों का उपयोग लक्षणों के विकसित होने पर संभावित कारणों को देखने के लिए किया जा सकता है। जिसमें शामिल है :

  • शारीरिक टेस्टऔर रक्त टेस्ट
  • नॉन -इनवेसिव टेस्ट
  1. इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी या ईकेजी)
  2. इकोकार्डियोग्राम
  3. कैरोटिड अल्ट्रासाउंड
  4. तनाव की जांच
  5. टिल्ट टेबल टेस्ट
  6. होल्टर मॉनिटर
  7. सीटी स्कैन
  8. हार्ट एमआरआई
  • इनवेसिव टेस्ट 
  1. कार्डिएक कैथीटेराइजेशन और कोरोनरी एंजियोग्राफी
  2. इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी अध्ययन

 

 

हार्ट डिजीज के लिए कौन से उपचार उपलब्ध हैं? (What treatments are available for heart disease in Hindi)

 

हृदय रोग का उपचार काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि आपको हृदय रोग किस प्रकार का है और साथ ही यह कितना आगे बढ़ चुका है।

यदि मरीज की स्वास्थ्य स्थिति दवाओं से ठीक हो सकती है तो डॉक्टर मरीज को दवा देते हैं। जब मरीज की स्वास्थ्य स्थिति ज्यादा ख़राब होती है तब डॉक्टर हार्ट सर्जरी करने का फैसला लेते हैं। विभिन्न प्रकार की हार्ट सर्जरी की जाती है। आपका डॉक्टर मरीज की स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए इनमें किसी भी सर्जरी को करवाने की सलाह दे सकता है:

 

  • महाधमनी सर्जरी

 

  • महाधमनी वाल्व सर्जरी

 

  • अतालता सर्जरी

 

  • जन्मजात हृदय शल्य चिकित्सा

 

  • कोरोनरी धमनी बाईपास ग्राफ्ट (सीएबीजी) सर्जरी

 

  • लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस (LVAD)

 

  • बाएं वेंट्रिकुलर रीमॉडेलिंग / सर्जिकल वेंट्रिकुलर बहाली

 

  • मायेक्टोमी/मायोटॉमी

 

  • ट्रान्सम्योकार्डियल (TMR)

 

  • वाल्वुलर सर्जरी

 

  • हार्ट ट्रांसप्लांट

 

यदि आप कम खर्च में हार्ट ट्रीटमेंट की तलाश कर रहे हैं या इससे सम्बंधित किसी भी तरह की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9654030724) पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें Connect@gomedii.com पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।


Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।