हार्ट बर्न क्या होता है। इसके इलाज के लिए हॉस्पिटल।

सीने मे जलन होने पर एक अजीब सी बेचैनी और घबराहट होने लगती हैं छाती के ठीक बीच में कई बार अधिक तेज जलन होने लगती हैं। छाती मे जलन होने को कई बार लोग नज़रअंदाज़ कर देते हैं जिसे की हार्ट अटैक होने की समस्या बढ़ जाती हैं यदि किसी मनुष्य को सीने में जलन होती हैं तो वह कई घंटे तक रहती हैं तो यह गंभीर समस्या हो जाती है। सीने में जलन होना कुछ नई बीमारियों के संकेत भी हो सकते हैं।

 

 

 

हार्ट बर्न क्या होता हैं ?

 

 

आमतौर पर सीने में जलन या लगातार हार्टबर्न होना पेट और अन्नप्रणाली से जुड़ी समस्याओं का संकेत होता है। आप जब किसी चीज का सेवन करते हैं तो वह अन्नप्रणाली या फूड पाइप की सहायता से पेट तक जाता है, लेकिन जब आपके पेट में दिक्कत होती है तो यह भोजन वापस फूड पाइप में पहुंच जाता है। इसकी वजह से आपको कई गंभीर परेशानियां होती है। पेट में मौजूद एसिड और एंजाइम भी इसके लिए जिम्मेदार होते हैं। इसके आलावा ऐसे लोग जो बहुत ज्यादा तला-भुना, मसालेदार और गरिष्ठ भोजन करते हैं उन्हें भी इस समस्या का खतरा ज्यादा रहता है।

 

 

 

हार्ट बर्न के लक्षण क्या हो सकते हैं ?

 

हार्ट बर्न के लक्षण निम्नलिखित होते हैं –

 

  • खाना खाने के बाद या रात के समय सीने में जलन या फिर दर्द होना।

 

  • अधिक खासी आना।

 

  • मुँह में कड़वा और अम्लीय स्वाद होना।

 

  • लगातार गले में खराश होना।

 

  • खाना निगलने में दिक्कत होना।

 

  • छाती के बीच हिस्से या ब्रेस्टबोन के आस-पास अचानक जलन महसूस होना।

 

  • झुकने, मुड़ने पर छाती में दर्द की शिकायत होना।

 

  • गर्म, एसिडिक, नमकीन और खट्टा टेस्ट।

 

  • मतली आना।

 

 

 

हार्ट बर्न होने के कारण क्या होते हैं ?

 

 

हार्ट बर्न के कई कारण हो सकते हैं यह बीमारी किसी में भी देखने को मिल सकती हैं हार्ट बर्न की स्थिति में डॉक्टर के पास जाने के बाद वह इसका कारण जानने की पूरी कोशिश करते हैं डॉक्टर्स का मानना हैं की कई बार हार्ट बर्न के कारण कुछ इस प्रकार निकल कर आ जाते हैं जैसे की –

 

  • अधिक मसालेदार भोजन खाना।

 

  • खाने के तुरंत बाद लेटना (खाना न हज़म होना)।

 

  • अधिक शराब पीना तथा धूम्रपान करना।

 

  • फैटी फूड, स्पाइसी फूड, फ्राइड फूड और कुछ एसिडिक फूड जैसे ओरेंज, ग्रेपफ्रूट, टमाटर आदि से हार्टबर्न की परेशानी हो सकती है।

 

  • कुछ लोगों में लहसुन, प्याज, चॉकलेट और पुदीना से भी हार्टबर्न की समस्या हो सकती है।

 

  • कॉफी, ओरेंज और दूसरे एसिडिक जूस: ये कुछ ऐसी ड्रिंक्स हैं, जो हार्टबर्न को बदतर या ट्रिगर कर सकता है।

 

 

 

हार्ट बर्न के निदान कैसे किए जाते हैं ?

 

 

हार्ट बर्न के निदान कुछ इस प्रकार से होते हैं –

 

  • अपर डायजेस्टिव सिस्टम का एक्स-रे(X-Ray of Upper Digestive System)

 

  • एंडोस्कोपी(Endoscopy)

 

  • एंब्यूलेट्री एसिड टेस्ट(Ambulatory acid test)

 

  • इसोफेगल इमपीडेंस टेस्ट(Esophageal impedance test)

 

  • हार्टबर्न की जांच करने के लिए ही बर्नस्टेन टेस्ट किया जाता है।

 

 

 

हार्ट बर्न का इलाज क्या हैं ?

 

 

हार्ट बर्न की स्थिति में सर्जरी करना बहुत कठिन माना जाता हैं परन्तु सर्जरी की जरुरत भी अधिक नहीं होती। डॉक्टर्स हार्ट बर्न का इलाज कुछ इस प्रकार करते हैं।

 

  • एंटीएसीड्स: इसकी वजह से पेट के अम्ल को बेअसर करा जा सकता हैं, एंटीएसीड्स दवाएं तुरंत असर करती हैं। लेकिन ये पेट के अम्ल के कारण इसोफेगस मैं हुई क्षति को ठीक नहीं कर पाती।

 

  • एच् 2 रिसेप्टर एंटागोनिस्ट्स: इसकी मदद से पेट में अम्ल की मात्रा को कम किया जा सकता हैं यह एंटीएसीड्स दवाइयों को तरह तुरंत राहत नहीं पहुंचाता हैं परन्तु इसमें लम्बे समय तक आराम मिलता हैं।

 

  • प्रोटोन पंप इन्हिबिटर: यह भी पेट के अम्ल को कम करने के लिए होती हैं।

 

 

 

हार्ट बर्न के इलाज के लिए बेस्ट अस्पताल।

 

 

हार्ट बर्न के इलाज के लिए दिल्ली के बेस्ट अस्पताल।

 

 

 

हार्ट बर्न के इलाज के लिए ग्रेटर नोएडा के बेस्ट अस्पताल। 

 

 

  • शारदा अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • यथार्थ अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
  • बकसन अस्पताल ग्रेटर नोएडा
  • जेआर अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • प्रकाश अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • शांति अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
  • दिव्य अस्पताल , ग्रेटर नोएडा

 

 

यदि आप इनमें से कोई अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।

 

 

 

हार्ट बर्न के लिए क्या खाना चाहिए ?

 

 

  • सीने में जलन होने पर अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं अदरक में एंटी-वायरल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाया जाता हैं जो की हार्ट बर्न की समस्या को दूर करता हैं। हार्ट बर्न होने पर अपने मुँह में थोड़ा- सा अदरक रख लें और कुछ देर तक चबाए यह बहुत आरामदायक होता हैं।

 

  • सौंफ से भी सीने में जलन की परेशानी को कम किया जा सकता है। इसके लिए सौंफ का नियमित रूप से सेवन करें, इसके अलावा सौंफ की चाय या फिर दूध में मिक्स करके भी इसका सेवन किया जा सकता है।

 

  • हार्ट बर्न होने पर ठंडा दूध काफी फायदेमंद होता हैं तथा दूध में शहद या फिर मेपल सिरप मिक्स कर लें यह ठंडा दूध हार्ट बर्न की परेशानी को कम करते हैं।

 

  • सीने में जलन की समस्या कम करने के लिए एलोवेरा जूस आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है, इससे पेट फूलना, खट्टी डकार, अपच की परेशानी दूर होगी।

 

  • केले में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती हैं जिसकी वजह से यह एल्कालाइन फूड बन जाता है। इसका मतलब यह है कि यह गट हेल्थ में हुए एसिड रिफ्लक्स का मुकाबला करने में मदद कर सकता है। खाने के लिए हमेशा पका हुआ केला ही चुनें यह हार्ट बर्न की स्थिति को नियंत्रण में रखता हैं।

 

  • कुछ खाद्य पदार्थ और पेय एसिड रिफ्लक्स और हार्टबर्न को ट्रिगर कर सकते हैं। इसलिए आप भी उन फूड से बचें, जिनकी वजह से आपको इन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वैसे ज़्यादातर गर्मियों में मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए।

 

 

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