डब्‍लूएचओ (WHO) ने माना मानसिक बीमारी है सेक्स की लत, जानिए इसके लक्षण

दुनियाभर में यौन हिंसक की वारदातें बढ़ती जा रही है, ऐसे मामलों की पीछे एक वजह सेक्‍स के प्रति लत (sex addiction) भी है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने माना है कि सेक्स की लत मानसिक बीमारी (Mental illness) का लक्षण है, जिसे जबरन यौन संबंध  (Compulsive Sexual Behaviour) के नाम से भी जाना जाता है। डब्ल्यूएचओ (world health organisation) के मुताबिक, इस बीमारी से पीड़‍ित इंसान मानसिक बीमारी की वजह से खुद को सेक्स (Sex) करने से रोक नहीं पाता है। ऐसे लोगों को बार-बार सेक्स करने इच्छा होती है। इसके चलते सेक्स एडिक्शन के शिकार लोग अपनी सेहत को भी नजरअंदाज कर देते हैं।

 

सेक्स की लत लगने वाले इंसान को इस बीमारी का पता नहीं चलता और जब तक इसके बारे में वो जान पाता है, तब तक देर हो चुकी होती है। होती है सेक्‍स करने की इच्‍छा डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, इस बीमारी से ग्रसित व्‍यक्ति को कहीं भी किसी जगह भी सेक्‍स करने की तलब जग जाती है। सेक्‍स करने के बाद भी उसे कभी संतुष्‍ट‍ि नहीं मिलती है, बस उसमें सेक्स करने तीव्र इच्छा जगी रहती है। सेक्‍स करना उसके ल‍िए डेली रुटीन (Daily routine) में किए जाने वाली आदतों में शुमार हो जाता है। लेकिन इस आदत को आप पूरी तरह अनैतिक यौन इच्‍छाओं (Sexual desires) से जोड़कर भी नहीं देख सकते हो।

 

डब्‍लूएचओ ने  क्‍यों कहा इसे मेंटल डिसऑर्डर

 

अगर कोई व्‍यक्ति सेक्‍स एडिक्‍शन से ग्रसित है तो वो सेक्‍स की वजह से हर जरुरी कार्य को टालने के साथ ही अपनी सेहत को भी नजरअंदाज करने लगता है। इसके लक्षण 6 महीनें में खुलकर सामने आते है। डब्ल्यूएचओ  (WHO) ने गेमिंग एडिक्‍शन (Gaming addiction) के बाद अब सेक्‍स एडिक्‍शन को मानसिक बीमारी की कैटेगरी में रखा है। इसे मेंटल डिसऑर्डर (Mental disorder) यानी मानसिक बीमारी की कैटेगेरी में रखने का ये फायदा होगा कि इस समस्‍या से पीड़ित लोगों को इलाज के कई ऑप्शन्स मिल पाएंगे और इस क्षेत्र में रिसर्च भी हो पाएगी।

 

सेक्‍स एडिक्‍शन या सेक्‍स की लत के लक्षण

 

हो जाते है हस्‍तमैथुन (Masturbation) के आदी जबरन यौन संबंध (Compulsive Sexual Behaviour)  ग्रसित लोग पॉर्न विडियो (porn video) देखते रहते हैं और यदि उन्हें सेक्स के लिए कोई पार्टनर नहीं मिलता तो वे हस्तमैथुन करते रहते हैं। वो हस्‍तमैथुन के आदी हो जाते है।

 

सेक्‍स के ल‍िए चाहिए पार्टनर

 

ऐसे लोग एकदम से और हर कहीं से सेक्स करना चाहते हैं, वे अपने पार्टनर को सेक्‍स ऑब्‍जेक्‍ट (Sex object) के तौर पर ही देखते है।

 

अकेलेपन का शिकार

 

सेक्‍स एडिक्‍शन से ग्रस्‍त लोग अवसाद, चिंता और अकेलेपन से ग्रसित होते हैं, क्यों कि उन्हें लंबे समय तक साथ देने वाला पार्टनर नहीं मिल पाता है।

 

हार्मोनल असंतुलन के वजह से भी

 

जबरन यौन संबंध (Compulsive Sexual Behaviour) जैसे डिसऑर्डर के पीछे की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है, फिर भी कई रिसर्च स्टडीज़ (research study) दावा करती हैं कि यह दिमाग में केमिकल या हार्मोन (Hormone) के असंतुलन और बचपन की कोई यौन हिंसा (Sexual violence) के कारण ऐसा होता है।

 

STD’s (Sexually transmitted disease) होने का ज्‍यादा डर

 

सेक्‍स के लती लोगों में अक्‍सर एसटीडी (Sexually transmitted disease) या एड्स (AIDS) होने का खतरा ज्यादा रहता है, क्यों कि अपनी सेक्स इच्छा के चलते ये लोग वैश्याओं ( merchants) और अंजान लोगों से भी सेक्स करने करने को तैयार रहते हैं, वो भी बिना किसी सुरक्षा के।

 

कोई इलाज नहीं

 

हाइपर सेक्सयुलिटी (Hyper sexuality) का पूरा इलाज संभव नहीं है लेकिन मेडिकल (Medical) और प्रेक्टिकल थैरेपी (Practical Therapy) से इसे कम किया जा सकता है।

 

ड्रग्‍स भी होती है एक वजह

 

जरूरत से ज्यादा ड्रग (Drug) लेने वाले लोग भी सेक्स एडिक्शन के शिकार हो सकते हैं। उनके साथ ऐसा तब होता है, जब वे इसकी शुरुआत कर रहे होते हैं या फिर उसे छोड़ने की कोशिश कर रहे होते हैं। माना जाता है कि ऐसे लोगों के लिए सेक्स भी नशे का काम करता है।

Doctor Consutation Free of Cost=

Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।