क्या ब्रेस्ट कैंसर पूरी तरह ठीक हो सकता है

ब्रेस्ट कैंसर एक प्रकार का कैंसर हैं जो की महिलाओं के लिए बहुत बड़ी समस्या हैं तथा यह अधिक घातक और जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। ब्रेस्ट कैंसर लगभग पूरी तरह से महिलाओं में होता है, लेकिन पुरुषों को भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। यदि किसी भी मनुष्य को ब्रेस्ट कैंसर हो या फिर इसके कुछ लक्षण नज़र आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे।

 

 

 

ब्रेस्ट कैंसर क्या होता हैं ?

 

ब्रेस्ट कैंसर अधिक घातक बीमारी होती हैं, यह अधिकतर महिलाओं में देखी जाती हैं इस बीमारी में स्तन क्षेत्र की कोशिकाएं अनियमित रूप से विकसित होती हैं जिसके कारण स्तनों में गांठ बन जाती हैं जिसमे की मरीज को अधिक दर्द भी होता हैं तथा त्वचा पर भी अधिक बदलाव आता हैं। यदि किसी मनुष्य को ब्रेस्ट कैंसर हो तो इसका इलाज सही समय पर करवा लेना चाहिए तथा ब्रेस्ट कैंसर को ठीक करने के कई उपचार होते हैं।

 

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के कितने प्रकार होते हैं ?

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के चार प्रकार होते हैं –

 

 

  • डक्टल कार्सिनोमा

 

  • इनवेसिव डक्टल कार्सिनोमा

 

  • इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर

 

  • मेटास्टेटिकब्रेस्ट कैंसर

 

 

 

ब्रैस्ट कैंसर के लक्षण क्या नज़र आते हैं ?

 

ब्रैस्ट कैंसर होने पर कई तरह के लक्षण नज़र आते हैं परन्तु कई बार ऐसा होता हैं कि कई लोगो में लक्षण जल्दी से पता नहीं चल पाते। डॉक्टर के अनुसार ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण कुछ इस प्रकार होते हैं जैसे की-

 

 

 

  • अंडरआर्म और कॉलरबोन में सूजन

 

  • दर्द और चुभन

 

  • स्तन के आकार में परिवर्तन

 

  • स्तन की त्वचा में ढीलापन या सिकुड़ापन

 

  • कंधे के नीचे गांठ जैसी सूजन

 

 

 

ब्रेस्ट कैंसर होने के कारण क्या होते हैं ?

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के निम्नलिखित कारण होते हैं जैसे की –

 

 

  • स्तनों से जुड़ी परेशानियों का एक व्यक्तिगत इतिहास।

 

  • स्तन कैंसर का पारिवारिक इतिहास

 

 

  • इनहेरिटेड जीन जो कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं।

 

  • मोटापा और खराब लाइफस्टाइल के कारण।

 

 

  • कम उम्र में मेनोपॉज की शुरुआत होने के कारण

 

 

 

ब्रेस्ट कैंसर की कितनी स्टेज होती हैं ?

 

 

ब्रेस्ट कैंसर की 4 स्टेज होती हैं –

 

 

स्टेज-1: पहली स्टेज में कैंसर की गांठ बहुत छोटी होती हैं, जिसका इलाज आराम से किया जा सकता हैं।

 

स्टेज -2 :दूसरी स्टेज में जो गांठ होती हैं वो बढ़ जाती हैं और बगल तक पहुंच जाती हैं जिसका इलाज कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के द्वारा हो सकता हैं।

 

स्टेज-3 : तीसरी स्टेज में कैंसर की गांठ और भी बढ़ जाती हैं और बगल के साथ-साथ गले तक भी पहुंच जाती हैं जो की अधिक घातक होता हैं।

 

स्टेज-4 : इस स्टेज में गाँठ हड्डियों, फेफड़ो तक पहुँच जाती है और इससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

 

 

 

ब्रेस्ट कैंसर का इलाज किस प्रकार होता हैं ?

 

ब्रैस्ट कैंसर का इलाज निम्नलिखित प्रकारों से होता हैं जैसे की –

 

 

सर्जरी: यह स्तन कैंसर के लिए सबसे सामान्य इलाजों में से एक है, जिसमें स्तन से कैंसरीय ऊतक को निकाला जाता है। इसमें कई प्रकार की सर्जरी मौजूद हैं, जिनमें लंपेक्टमी, मैस्टेक्टमी और लिम्फ नोड निकालना शामिल है।

 

रेडिएशन थेरेपी: इस थेरेपी में ज्यादा ऊर्जा वाले एक्स-रे का इस्तेमाल कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए किया जाता है।

 

कीमोथेरेपी: इसमें दवाओं का इस्तेमाल पूरे शरीर में कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर सर्जरी के बाद बची कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए किया जाता है।

 

हार्मोन थेरेपी: इस थेरेपी में दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है, जो स्तन कैंसर कोशिकाओं के विकास को उत्तेजित करने में मदद करने वाले हार्मोन की उत्पादन को ब्लॉक/कम करने में काम आते हैं।

 

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए अच्छे अस्पताल।

 

 

 

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