क्या कुछ घरेलू उपायों से पीरियड्स के दर्द को कम किया जा सकता हैं

जैसा की हम सब जानते हैं महिलाओं में पीरियड्स यानि की मासिक धर्म की समस्या आम होती हैं, परन्तु इस आम समस्या में महिलाओं को अनेक प्रकार की समस्या झेलनी पड़ती है। पीरियड्स के समय सभी महिलाओं का दर्द का अनुभव भिन्न होता हैं जैसे की कुछ महिलाओं को दर्द कम होता हैं और कुछ को अधिक ज्यादा जिसके चलते महिलाएं अपने रोजाना के कार्य करने में भी असमर्थ हो जाती हैं। पीरियड्स के समय में महिलाओं को किसी भी प्रकार की दर्द निवारक दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए। आज हम इस लेख में बात करेंगे की पीरियड्स के समय अधिक दर्द होने पर कुछ घरेलू उपायों से पीरियड्स के दर्द को काम कैसे किया जा सकता हैं या नहीं ?

 

 

 

पीरियड्स के दौरान दर्द काम करने के लिए क्या उपाय करने चाहिए ?

 

 

पीरियड्स के दौरान दर्द कम करने लिए आप कुछ घरेलू नुस्खे अपना सकते है जैसे की-

 

 

  • गर्म पानी से सेंकना: पेट पर गर्म पानी की बोतल या हीटिंग पैड लगाने से दर्द और ऐंठन में आराम मिल सकता है।

 

  • पेट और पीठ की हल्की मालिश: पेट और पीठ की हल्की तेल मालिश से मांसपेशियों को आराम मिल सकता है और दर्द कम हो सकता है।

 

  • व्यायाम: हल्के व्यायाम जैसे योग या पैदल चलना, एंडोर्फिन रिलीज करने में मदद कर सकता है, जो दर्द निवारक होते हैं।

 

  • स्वस्थ आहार: फल, सब्जियां और साबुत अनाज से भरपूर आहार लेने से दर्द कम करने में मदद मिल सकती है।

 

  • अदरक: अदरक में सूजन-रोधी गुण होते हैं जो दर्द कम करने में मदद कर सकते हैं। आप अदरक की चाय पी सकती हैं या अदरक को अपने आहार में शामिल कर सकती हैं।

 

  • पुदीना: पुदीना मांसपेशियों को आराम देने और दर्द कम करने में मदद कर सकता है। आप पुदीने की चाय पी सकती हैं या पुदीने के तेल से मालिश कर सकती हैं।

 

  • गुड़: गुड़ पीरियड के दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें एंटी-स्पास्मोडिक गुण होते हैं, जो गर्भाशय में होने वाली ऐंठन को कम करने में सहायक होता है। गुड़ खाने से हार्मोनल संतुलन में भी मदद मिलती है।

 

 

 

पीरियड में बहुत ज्यादा दर्द क्यों होता है?

 

 

पीरियड्स के समय महिलाओं को दर्द का अनुभव होता है क्योंकि उनके गर्भाशय की दीवार के अंदर एक परत होती है, जिसे एंडोमेट्रियम कहा जाता है। इस परत को हर महीने शरीर तैयार करता है ताकि गर्भाशय में गर्भ आता हो तो यहाँ स्थापित हो सके। परंतु, यदि गर्भाशय में योनि के मुख से बाहर निकलने वाले अंदोमेट्रियम के कुछ हिस्से होते हैं, तो इन्हें अंड या गर्भाशय के दीवार पर अड़े होने के कारण दर्द का अनुभव होता है।

 

जब यह अंडाशय और गर्भाशय के दीवार के साथ मिलते हैं, तो इसका परिणाम यह होता है कि शारीरिक दर्द का अनुभव होता है। इसे अधिकतर महिलाओं के लिए सामान्य मासिक धर्म के दौरान अनुभव किया जाता है, लेकिन कुछ महिलाओं को यह अधिक प्रभावित करता है। अन्य कारणों में प्रोस्टाग्लैंडिन्स के उत्पादन का बढ़ जाना, जो मांसपेशियों को उत्तेजित करके दर्द को बढ़ा सकता है। हालांकि, इस प्रकार का दर्द सामान्यत: मासिक धर्म के पहले दिनों में अधिक प्रभावित होता है और धीरे-धीरे कम होता है जैसे-जैसे दिन बढ़ते हैं। पीरियड्स के दर्द को नियंत्रित करने के लिए, ऊपर उपरोक्त सुझावों का पालन करें और यदि दर्द अत्यधिक हो, तो डॉक्टर से परामर्श करें।

 

 

 

पीरियड्स में क्या खाने से दर्द कम होता है?

 

 

पीरियड्स के दौरान दर्द कम करने के लिए आप कई तरह के खाद्य पदार्थ खा सकती हैं-

 

 

1. फल और सब्जियां:

 

 

  • हरी पत्तेदार सब्जियां: पालक, मेथी, सरसों का साग, और ब्रोकोली जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां आयरन और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत हैं, जो मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने और रक्तस्राव को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।

 

  • केले: केले में पोटेशियम होता है, जो मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने में मदद करता है।

 

  • अनन्नास: अनन्नास में ब्रोमेलैन नामक एंजाइम होता है जो सूजन को कम करने में मदद करता है।

 

  • तरबूज: तरबूज में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा अधिक होती है, जो निर्जलीकरण को रोकने में मदद करते हैं।

 

  • ओट्स: ओट्स में फाइबर होता है, जो आपको भरा हुआ महसूस करने में मदद करता है और रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखता है, जिससे मूड स्विंग और थकान को कम करने में मदद मिल सकती है।

 

  • ब्राउन राइस: ब्राउन राइस में मैग्नीशियम होता है, जो मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने में मदद करता है।

 

  • अखरोट: अखरोट में ओमेगा -3 फैटी एसिड होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

 

  • एवोकैडो: एवोकैडो में स्वस्थ वसा और फाइबर होता है, जो आपको भरा हुआ महसूस करने में मदद करता है और रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखता है।

 

  • जैतून का तेल: जैतून का तेल में ओमेगा -3 फैटी एसिड होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

 

  • दही: दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पाचन में सुधार करने और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

 

  • अदरक: अदरक में सूजन-रोधी गुण होते हैं जो दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करते हैं।

 

  • हल्दी: हल्दी में करक्यूमिन नामक यौगिक होता है, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है।

 

  • पानी: खूब पानी पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और ऐंठन कम होगी |

 

 

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