सर्दियों में गर्भवती महिलाएं कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल!

सर्दियां का मौसम कई तरह के बदलाव लेकर आता है। सर्दियां का मौसम अपने साथ अनेक तरह की समस्याएं भी लाता है। ऐसे में आपको अपना खास ध्यान रखना पड़ता है।

 

चूंकि अब सर्दियां शुरू हो चुकी है तो इस दौरान ठंड अपना असर भी दिखाएगी और हर व्यक्ति को कई तरह के शारीरिक बदलावों से होकर गुज़रना पड़ेगा। बात की जाए गर्भवती महिला की तो सर्दियों में उनका खास ख्याल रखना पड़ता है। क्योंकि उन्हें सर्दियों में काफी सारी शारीरिक समस्याओं से गुज़रना पड़ता है।

 

आपको बता दें कि गर्भावस्था में रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी ज्यादा प्रभावित होती है इसलिए उन्हें सर्दी, खासी, ज़ुकाम जैसी समस्याओं से गुज़रना पड़ता है। इसलिए ठंड के मौसम में गर्भवती महिला को अपने खानपान का और भी ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है।

 

सर्दियों में प्रैग्नेंट महिलाओं को अपनी सेहत से लेकर डाइट तक का खास ख्याल रखना पड़ता है। ठंड में प्रैग्नेंट महिलाओं को सर्दी-खांसी, इंफेक्शन और ड्राई स्किन की समस्या हो सकती है। सर्दियों में की गई जरा सी लाहपरवाही मां और शिशु के लिए खतरनाक हो सकती है। आज हम आपको बताएंगे कि प्रैग्नेंसी के दौरान सर्दियों में आपको किन बातों का ख्याल रखना चाहिए। इन विंटर हेल्थ केयर टिप्स को फोलो करके आप कई समस्याओं से बच सकती है।

 

सर्दियों में गर्भवती महिलाओ के लिए टिप्स

 

इन चीजों का करें सेवन

 

गर्भावस्था के दौरान आप अपने शरीर को ज्यादा से ज्यादा हाइड्रेट रखें। क्योंकि इस दौरान आपका इम्यून सिस्टम काफी प्रभावित रहता है। ऐसा करने से आप पर सर्दी जल्दी से बुरा प्रभाव नहीं डाल पाएगी।

 

विटामिन सी जरूर लें

 

इसके अलावा आप ध्यान दें कि आप अपने खान पान में विटामिन सी का ज्यादा से ज्यादा सेवन कर रही हों। आप अपने खान पान में नींबू, संतरा जैसी चीज़ें ज़रूर शामिल करें। इसके अलावा आप ब्रोकली का इस्तेमाल भी कर सकती हैं।

 

लापरवाही बिल्कुल ना करें

 

आप अगर गर्भवती हैं और आपको खांसी ज़ुकाम जैसी बीमारियां ठंड के मौसम में होना आम बात है। लेकिन आपको बता दें कि आप इन छोटी छोटी बीमारियों में भी लापरवाही बिल्कुल ना करें। अगर आपको ऐसी कुछ बीमारी होती है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

 

ये सब भी खाएं

 

ध्यान रखें कि आपको इस दौरान अपने साथ साथ अपने अंदर पल रही नन्ही सी जान की देखभाल करनी है। तो ऐसे में आप प्रोटीन युक्त चीज़ों को अपने आहार में शामिल करें। आप अंडा, चिकन, मछली, दूध और दालों का सेवन ज़रूर करें।

 

पर्याप्त आराम

 

सात से आठ घंटे की अच्छी नींद और अच्छे तरीके से आराम करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है। इससे बीमारी के लक्षण भी कम होते हैं।

 

पानी पीना

 

भरपूर मात्रा में पानी पीएं ताकि शरीर को पानी की कमी न हो। इसके साथ ही जूस, सूप भी लें।

 

अच्छा आहार लें

 

पौष्टिक आहार हमेशा प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाता है। इससे जल्दी आराम मिलता है इसलिए थोड़ा -थोड़ा पौष्टिक आहार छोटे अंतराल पर लेते रहें।

 

बंद नाक की करें देखरेख

 

नाक बंद होने से बहुत परेशानी होती है। इससे राहत पाने के लिए दिन में दो से तीन बार भाप लें । इसके अलावा आप नेसल स्प्रे और वैपोरप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

खांसी की करें देखभाल

 

गले की खराश से राहत पाने के लिए दिन में दो तीन बार नमक के पानी से गरारा करें। इसके अलावा गुनगुना पानी पिएं साथ ही पानी में नींबू, और शहद भी मिलाकर पी सकते हैं।

 

दवाएं

 

इस दौरान किसी प्रकार की दवा खुद से न लें इससे आपके बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है। बेहतर होगा कि डॉक्टर की सलाह लें और फिर दवा लें। हो सकता है कि डॉक्टर आपको पैरासिटामॉल लेने की सलाह दे ताकि आपको बुखार, बदन दर्द और सिर दर्द से राहत मिले। इसके अलावा थ्रोट लोसेंजेस गले की खराश के लिए और खांसी के लिए किसी सिरप की सलाह दें।

 

क्या सर्दी का असर बच्चे पर भी पड़ सकता है?

 

कभी कभार अगर सर्दी ज़ुकाम होता है तो इसका असर बच्चे पर नहीं पड़ता है। इस दौरान सामान्य सर्दी की चपेट में आना आम है। सर्दी की वजह से गर्भवती महिलाओं को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पर इसका इलाज हो सकता है और इसका कोई साइड इफेक्ट भी नही होता है।

 

कब जाएं डॉक्टर के पास?

 

  • जब आपको सर्दी के कारण सोने में परेशानी हो

 

  • लक्षण लगातार गंभीर होते जा रहे हैं और कोई आराम नहीं मिल रहा हो

 

  • अगर आपको एक सौ दो डिग्री (1020F) से अधिक बुखार है तो

 

  • बदरंग कफ और सीने में दर्द होने पर
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