टॉन्सिलिटिस और एडेनोओडाइटिस : कारण, लक्षण और उपचार

आप जब भी कुछ खाते है तो सबसे पहले आपके मुँह का इस्तेमाल होता है जिसके बाद वह गले से पेट में जाता है। जब आप कुछ भी ठंडी चीज खा लेते है तो आपके गले में टॉन्सिल्स हो जाते है। आज हम टॉन्सिलिटिस और एडेनोओडाइटिस (Tonsillitis & Adenoiditis) के बारे में बात करेंगे की ये आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है। अक्सर ये समस्या मौसम बदलने के कारण भी होती है। आपको बता दें की ये दोनों ही आपस में संबंध रखते है।

 

टॉन्सिलिटिस क्या है ?

 

टॉन्सिलिटिस (Tonsillitis) टोनिल की सूजन है, ये गले के पीछे ऊतक के दो अंडाकार आकार के पैड होते है, प्रत्येक तरफ एक टोनिल होता है।  जब आप कोई ज्यादा ठंडी चीज खाते है, तो ये टन्सिल के रूप में बदल जाते है और आपके गले में दर्द होने लगता है या गले में खराश होने लगती है और कुछ लोगों का गला बैठ जाता है।

 

एडेनोओडाइटिस क्या है ?

 

एडेनोइड ऊतक का एक द्रव्यमान है जो आपके टॉन्सिल के साथ-साथ, नाक या मुंह से गुजरने वाले हानिकारक कीटाणुओं को फंसाकर आपको स्वस्थ रखने में मदद करता है। आपके एडीनोइड्स आपके शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करने के लिए एंटीबॉडी का उत्पादन करते हैं। टॉन्सिल के विपरीत, जो आसानी से अपना मुंह खोलकर देखा जा सकता है, लेकिन आप एडेनोइड्स नहीं देख सकते हैं।

 

 क्या है टोन्सिल के लक्षण?

 

  • गले में दर्द और खराश होना
  • कुछ निगलने में दिक्कत होना
  • आवाज में बदलाव होना
  • गले से लेकर कानों तक दर्द होना
  • गले में दर्द के साथ सिरदर्द होना
  • बुखार का होना
  • गर्दन में दर्द व अकड़न

एडेनोओडाइटिस के लक्षण:

 

  • गले में खराश
  • जुखाम होना
  • गर्दन में सूजी हुई ग्रंथियाँ
  • कान में दर्द
  • मुँह से सांस लेना
  • सांस लेते वक़्त आवाज आना
  • सोते वक़्त खर्राटे आना

 

क्या है इससे बचाव के उपाए

 

अदरक –  गले की किसी भी तरह की समस्या को अदरक कम करने में कारगर होता है। यदि आप गर्म पानी में नींबू का रस और ताजा अदरक पीस कर मिला दें, इसके बाद हर आधे घंटे में इस पानी से गरारे करें। इसके अलावा आप अदरक वाली चाय पिएंगे तो उससे भी काफी आराम होगा।

 

दूध –  एक कप गर्म दूध में आधा चम्मच पिसी हुई हल्दी मिलाकर पीने से बहुत जल्द ही टॉन्सिल्स ठीक हो जाते हैं, लेकिन इसके बाद पानी न पिए, वरना इसका असर ख़तम हो जाता है।

 

सेंधा नमक – हल्के गुनगुने या हल्के गरम पानी में एक चम्मच सेंधा नमक मिला लें और इससे गरारा करें, आपको काफी आराम मिलेगा ऐसा करने से गले में मौजूद बैक्टीरिया भी धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगे।

 

सिरका  गले की तकलीफ में सिरका भी बहुत लाभदायक होता है। सेब के सिरके को गर्म पानी में मिलाकर गरारा करने से गले का संक्रमण ठीक होता है, टॉन्सिल्स में राहत मिलती है।

 

शहद –  शहद का इस्तेमाल भी आपको काफी राहत देता है इसके लिए आप गर्म या गुनगुने पानी में नींबू के साथ शहद को मिलाकर प्रयोग करने से गले का दर्द काफी हद तक ठीक हो जाता है।

 

लहसुन – उबलते हुए पानी में कुछ लहसुन की कलियां डालकर, अच्छी तरह से उबाल कर उसे छान लें, जब यह पानी थोड़ा ठंडा हो जाए, तब इससे गरारे कर लें। इससे गले का दर्द ठीक हो जाएगा।

 

चुकंदर : गले के दर्द में चुकंदर का ज्यूस भी काफी फायदा करता है। यदि आपको ये समस्या बार-बार होती है, तो आप चुकंदर का ज्यूस पीए इससे आपको बहुत फायदा होगा।

 

मेथी के बीज : एक लीटर पानी में मेथी के तीन बीज लेकर उसे गर्म कर लें, उसके बाद इसी पानी से गरारा करें, आपको इससे काफी राहत मिलेगी।

 

यदि आपको गले की समस्या अक्सर होती है, तो आप हमारे डॉक्टर से सलाह लें सकते है। क्योंकि ये किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है, इसलिए ऐसी किसी भी तरह की दिक्कत होने पर आप लापरवाही न करें, वरना आने वाले समय में ये आपके लिए गले के कैंसर का कारण भी बन सकता है

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