कुछ ऐसे जोड़े होते हैं जो जुड़वाँ बच्चे चाहते हैं, अगर आप उनमे से एक हैं तो हम आपको बता दे की अब यह आपके लिए बहुत ही आसान हो सकता है जरूरत है तो आपको बस सही जानकारी की। आज साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है कि असंभव भी संभव हो सकता है। इसके अलावा कुछ प्राकृतिक तरीके भी हैं जिसकी मदद से आप जुड़वां बच्चों की माँ बन सकती हैं।
लेकिन इससे पहले की आप जुड़वाँ बच्चो के लिए कोई भी तरीका अपनाये आप यह भी जान ले की इसमें कुछ जोखिम भी होता हैं, जैसे समय से पूर्व कॉर्ड क्लैंपिंग, समय से पूर्व बच्चे का जन्म आदि। ऐसी परिस्थिति में बेहतर होगा कि आप इससे जुड़ी हर छोटी बड़ी जानकारी पहले ही हासिल कर लें।साथ की अगर आप जुड़वाँ बच्चो की माँ बनने वाली हैं, तो अपने लिए एक भरोसेमंद डॉक्टर को चुने जो पुरे दो महीने आपका ध्यान रखे|
क्या कहते हैं आकंड़े-
इससे पहले की आप जुड़वाँ बच्चो की माँ बनने की प्लानिंग करे, आपको इससे जुड़े सही आकड़ो के बारे में भी पता होना चाहिए। शोध के अनुसार सामान्य महिला में जुड़वां बच्चों की माँ बनने के केवल 3 प्रतिशत ही सम्भावना होती है जबकि अफ्रीकन महिलाओं में जुड़वां बच्चों की सम्भावना एशिया महिलाओं की तुलना में अधिक होती है।
ऐसा भी मन जाता हैं की अधिक बच्चे होने से भी भविष्य में जुड़वाँ बच्चो की सम्भावना बढ़ जाती हैं, अगर आप जुड़वाँ बच्चो की माँ बनना चाहती हैं, तो हमारे पास इसके लिए कुछ बेहतरीन तरीके हैं जो इस बात की सम्भावना को बढ़ाते हैं। तो आइये जानते हैं उन तरीको के बारे में।
फोलेट-
कई अध्यन्न और शोध में इस बात का पता चला हैं, की जिन महिलाओ में फोलिनीक एसिड या फोलेट (कृत्रिम फोलिक एसिड की अपेक्षा में काफी बेहतर है) होता है उनमे जुड़वाँ बच्चो की माँ बनने की सम्भावना ४० प्रतिशत होती है, फोलेट आपके सपने को पूरा करने में आपकी मदद करता है।
कसावा-
कसावा पृथ्वी के उष्णकटिबंधीय और उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाया जाने वाला एक क्षुप है जिसकी मोती जड़ आलू की तरह मड से युक्त होती हैं, चावल और मक्के के बाद, मानव-आहार में यह विश्व में तीसरा सबसे बड़ा कार्बोहाइड्रेट का स्रोत है।
कसावा मूल रूप से दक्षिण-अफ्रीका का वनस्पति था लेकिन अब विश्व-भर के गरम क्षेत्रों में मिलता हैं, माना जाता है कि यह हाइपरोव्यूलेशन का कारण बनता है, जिससे दो या उससे अधिक बच्चों के गर्भ में आने की सम्भावना बढ़ जाती है। कई अलग-अलग ब्रांडों पर शोध करने के बाद कैसनोवम को सबसे लोकप्रिय और सर्वोत्तम परिणाम देने वाला माना गया है। यह सबसे अच्छा विकल्प माना गया हैं, इसमें फोलेट होता हैं, और पौधे के सबसे शक्तिशाली हिस्सों में से अलग-अलग जड़ी बूटियों के साथ इसे बनाया गया है जो आपके जुड़वां बच्चे की इच्छा को पूरा करने में आपकी मदद कर सकता है।
डेयरी-
कई अध्यनो में इस बात की पुष्टि की गई है कि जो महिलाएं अधिक मात्रा में दूध, दही या अन्य डेयरी से बने उत्पादों का सेवन करती हैं, वे ज़्यादातर जुड़वा बच्चों की माँ बनती हैं।इसके पीछे का कारण गाये में आईजीएफ या इंसुलिन जैसे ग्रोथ फैक्टर हो सकते हैं इसलिए जितना ज़्यादा आप डेरी उत्पादों का सेवन करेंगी आपके जुड़वां बच्चों की माँ बनने की सम्भावना उतनी ज़्यादा रहेगी।
उम्र-
रिसर्च और अध्यनो के अनुसार जिन महिलाओ की उम्र ज्यादा होती हैं, आम तोर पर उनमे अधिक मात्रा में एफएसएच होता है। इससे ज़्यादा संख्या में अंडे छोड़ने की सम्भावना बढ़ जाती है। हालांकि बढ़ती उम्र में गर्भधारण करना जोखिम भरा भी हो सकता है। अगर आप ज्यादा लम्बे समय तक माँ बनने के लिए इंतज़ार करेगी तो उसके लिए मुश्किल होती हैं।
हाइपरोव्यूलेशन-
हाइपरोव्यूलेशन तब होता है जब एक महिला का अंडाशय प्रत्येक चक्र के दौरान एक से अधिक अंडे छोड़ता है, इसके कई कारण हो सकते हैं उम्र, रजोनिवृत्ति, कसावा, आनुवांशिकी या अन्य विभिन्न हार्मोनल कारण।
परिवार और जेनेटिक्स-
अगर परिवार से पहले भी जुड़वाँ बच्चे पैदा हो चुके हैं, तो आपके भी जुड़वाँ बच्चे होने की सम्भावना काफी बढ़ जाती हैं। यह अनुवांशिक प्रवित्तियों की वजह से होता है। इतना ही नहीं अगर आप भी अपने भाई या बहन की जुड़वा हैं तो इस स्थिति में भी आपके जुड़वां बच्चों की माँ बनने की सम्भावना बढ़ जाती है।
उचाई और वजन-
ऊंचाई और वज़न भी गर्भधारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कहा जाता है कि जो महिलाएं मध्यम से ऊंची लम्बाई की होती हैं और जिनका वज़न थोड़ा अधिक होता है ऐसी स्त्रियां अधिकतर जुड़वा बच्चों की माँ बनती हैं।
मैग्नीशियम और कैल्शियम-
मैग्नीशियम और कैल्शियम के संयोजन मूल रूप से जुड़वाँ बच्चो की सम्भावना बढ़ा देता हैं, लेकिन पहले अपने डॉक्टर या केमिस्ट से उचित खुराक की जानकारी ले लेना ही बेहतर होता हैं।
मका रुट-
मका रूट प्रजनन क्षमता के लिए एक आम पेरूवियन उपचार है, जो जुड़वां बच्चे होने की सम्भावना को बढ़ाता है लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं जैसे मूड स्विंग्स आदि। बेहतर होगा पहले इसकी उचित खुराक की जानकारी हासिल कर ली जाए।
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