क्रोन डिजीज क्या है? क्या आप जानते है यह बीमारी किस चीज से जुडी होती है? आइये जानते है विस्तार से इस बीमारी के बारे में। यह आंतों से जुड़ी एक बीमारी है, जिसके कारण आंतों में लंबे समय के लिए सूजन आ जाती है और जिसका प्रभाव पाचन क्रिया पर पड़ता है। अगर लंबे समय तक इस बीमारी का इलाज न कराया जाए तो आंतों में छेद भी हो सकता है और ये जानलेवा हो सकता है। इसलिए सेहत में किसी भी तरह के बदलाव नजर आये तो इसे अनदेखा न करे और तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करे।
इस रोग के लक्षण पेट दर्द, डायरिया, मल के साथ खून आना और तेजी से वजन घटना आदि शामिल हैं। क्रोन डिजीज जैसी बीमारी से बचने का एक ही रास्ता है कि अपनी जीवनशैली में बदलाव करें, शारीरिक व्यायाम और संतुलित आहारों का सेवन करके इस बीमारी को खुद से दूर रखा जा सकता है। इस रोग की वजह से आप कुपोषण के शिकार भी हो सकते हैं। इसलिए अपने खान-पान का ख़ास ख्याल रखे।
क्या है क्रोन डिजीज
- क्रोन डिजीज होने पर पाचन तंत्र में सूजन आ जाती है, जिस वजह से पेट में दर्द होने लगता है। कई स्थितियों में ये बीमारी जानलेवा भी हो सकती है, इसलिए इसे एक खतरनाक बीमारी भी माना जाता है। शुरुआत में इस रोग से आंतों का अंतिम छोर ही प्रभावित होता है लेकिन अगर यह समस्या गंभीर हो जाती है, तो आंतों का बड़ा हिस्सा भी प्रभावित हो सकता है।
- कई बार ये बीमारी इतनी गहरी हो जाती है कि, मरीजों को मल त्याग करने में भी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। वैसे देखा जाये तो अबतक इस बीमारी का कोई कारण पता नहीं चला है। लेकिन कुछ दवाओं और ट्रीटमेंट द्वारा इसे ठीक किया जा सकता है।
क्या है क्रोन डिजीज का कारण
- इस बीमारी का मुख्य कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना है। रोग प्रतिरोधक क्षमता के कम होने की वजह से कई वायरस या बैक्टीरिया आंतों को प्रभावित कर सकता है, जिस वजह से आंतों में सूजन की समस्या आ जाती है और ये बीमारी हो सकती है।
- इसके अलावा ये अनुवांशिक कारणों से भी हो सकती है। अगर आपके परिवार में किसी भी सदस्य को पहले से ये बीमारी है, तो इसके होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है।
क्रोन डिजीज के लक्षण
- डायरिया
- बुखार
- थकान और सुस्ती
- पेट में मरोड़ और तेज दर्द
- गुदा द्वार से खून निकलना (Anal bleeding)
- मुंह में छाले होना
- पाचन क्षमता का कम हो जाना
- तेजी से वजन घटने लगना
- बवासीर और मल त्याग में तेज दर्द
- त्वचा, आंखों और जोड़ों में सूजन होना
- लिवर के आसपास सूजन होना
- बच्चों का विकास रुक जाना
कोलाइटिस क्या है
आंत में सूजन की समस्या, जलन या दूसरी तरह की अन्य बीमारियों को कोलाइटिस कहते हैं। यह बीमारी एक तरह की कोलाइटिस बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के अतिक्रमण से होती है। वायरस से होने वाले कोलाइटिस का इलाज थोडा मुश्किल होता है। वायरस से होने वाले कोलाइटिस में मरीज के शरीर में पानी कम होने की शिकायत होती है।
क्रोन रोग का इलाज
पोषण चिकित्सा (Nutrition therapy)
क्रोहन बीमारी (Crohn’s disease) के इलाज के लिए डॉक्टर एक फीडिंग ट्यूब (feeding tube) या पोषक तत्वों को नसों में इंजेक्ट कर सकते है। यह थेरेपी आंत को आराम देने और आंत की सूजन को कम करने के लिए काफी फायदेमंद होता है।
सर्जरी (Surgery)
क्रोहन बीमारी (Crohn’s disease) वाले 66% से 75% लोगों को इलाज के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है। जब दवाएं इस बीमारी की जटिलताओं को कम करने के लिए प्रभावी नहीं होती हैं, तब डॉक्टर द्वारा इलाज करने के लिए सर्जरी की जाती है। सर्जरी की सामान्य प्रक्रियाओं में शामिल हैं:
- एनास्टोमोसिस (Anastomosis)
- आइल्योस्टोमी (Ileostomy)
एनास्टोमोसिस (Anastomosis)
इस सर्जरी के दौरान सर्जन आंत्र के रोगग्रस्त हिस्से को हटाकर, दोनों स्वस्थ सिरों को एक साथ जोड़ता है। लेकिन सर्जरी कराने के बाद भी यह बीमारी (Crohn’s disease) वापस आ सकती है। इसलिए डॉक्टर की देखरेख में ही अपना इलाज करवाएं।
आइल्योस्टोमी (ileostomy)
यह सर्जरी तब उपयोग में लाई जाती है, जब गुदा (rectum) रोगग्रस्त होता है और एनास्टोमोसिस (Anastomosis) सर्जरी का उपयोग नहीं किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में आंत (intestine) को धड़ (torso) की त्वचा से जोड़ा जाता है।
क्रोन डिजीज के रोकथाम
- अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए
- धूम्रपान नहीं करना चाहिए
- अधिक तनाव न ले
- व्यायाम करे
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