गलसुआ (Mumps) रोग क्या है, जानिए इसके लक्षण और बचने के उपाए

गलसुआ नाम सुनकर पता चलता है कि शायद ये यह गले की बीमारी है। दरअसल इसे कण्ठमाला भी कहते है जो इंसान के शरीर के विभिन्न भागों को प्रभावित कर सकती है। यह एक संक्रामक बीमारी है जो ज्यादातर गाल के नीचे और जबड़े के पास होती है।

 

इस बीमारी में संक्रमण के कारण एक तरफ का गाल सूज जाते हैं और इस बीमारी के लक्षण काफी बाद में दिखाई देते हैं। यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन इससे चेहरा बदसूरत दिखता है और गाल और गर्दन दोनों में दर्द होता है।

 

 

गलसुआ क्या है?

 

कण्ठमाला या गलसुआ एक तरह का वायरस के कारण होने वाला रोग है। यह लार के द्वारा फैलने वाला रोग है। यह मुख्य रूप से पैरोटिड ग्रंथि की ओर जाता है, ये ग्रंथियां मुँह में लार बनाती हैं। आपको बता दें की ग्रंथियों के तीन समूह होते हैं जो मुंह के तीनों तरफ कानों के पीछे और नीचे स्थित होते हैं। अक्सर बच्चों की तुलना में वयस्कों में इसके लक्षण काफी गंभीर होते हैं। सबसे हैरानी वाली बात तो यह है की लगभग एक तिहाई लोगों में इस बीमारी के कोई लक्षण नहीं होते हैं।

 

 

गलसुआ के लक्षण

 

 

इसके लक्षण 15 से 20 दिनों के बाद सामने आते है। वैसे आपको बता दें की इसके लक्षण टॉन्सिल की तुलना में अधिक मेल खाते हैं। इसके लक्षण कुछ इस प्रकार है।

 

 

 

  • सिर दर्द,

 

  • भूख न लगना,

 

  • कमजोरी,

 

  • खाना चबाने में दर्द,

 

  • निगलने में दर्द होना,

 

  • पेट में दर्द,

 

  • बहुत ज्यादा मुँह सुखना,

 

  • उल्टी।

 

 

गलसुआ के कारण

 

इसके लक्षण आमतौर पर किसी व्यक्ति के द्वारा आते है। जैसे उस व्यक्ति का जूठा खाना खाने से, उसके साथ एक ही बर्तन में खाने से, छींकना या खाँसना यह एक तरह का ऐसा संक्रमण है जो बहुत जल्दी फैलता है। यदि आपके आस-पास  किसी व्यक्ति को ये बीमारी है तो आपको उससे दूर ही रहना चाहिए नहीं तो ये आपको भी हो सकती है। इसके होने के बाद उस व्यक्ति को दर्द भी होता है और कुछ भी खाने में बहुत दिक्कत होती है। ऐसे होने पर कई बार उन्हें केवल तरल पदार्थ का सेवन करना पड़ता है।

 

 

गलसुआ के उपचार

 

नमक के पानी से सिकाई 

 

आप हल्का गुनगुना पानी कर लें। उसके बाद उस पानी में नमक मिलाकर उससे गाल की सिकाई करें। ऐसा करने से आपको काफी राहत मिलेगी।

 

 

बर्फ से सिकाई

 

गलसुआ को अंग्रेजी में मम्पस कहते है ऐसा होने पर आप या तो आईएस पैक का इस्तेमाल करें या घर पर ही एक कपड़े में बर्फ के टुकड़े को लपेटकर उस हिस्से की सिकाई करें आपको इससे काफी आराम मिलेगा।

 

 

जूठा खाना ना खाएं  

 

यदि आप इस संक्रमण से बचना चाहते है तो किसी का भी जूठा खाना बिल्कुल ना खाएं। क्योंकि यह एक प्रकार की एलर्जी की तरह फैलता है जो बहुत तेजी से फैलता है।

 

 

अदरक 

 

ताजे अदरक को टुकड़ों में काट लें और इन को धुप में सुखा लें। अब इसे काले नमक में लपेटकर चूसें। इससे आपको काफी राहत मिलेगी। इसके अलावा आप कच्चे अदरक को भी काले नमक के साथ चूस सकते है इससे भी आपको लाभ होगा, लेकिन ये सूखा अधिक फायदेमंद होगा है।

 

मेथी बीज 

 

मेथी के बीज का पाउडर बना कर उस हिस्से पर लगाए। इसमें एक चुटकी नमक की भी मिला लें और इसे हल्का गर्म करें उसके बाद इससे लगाए।

 

 

एलोवेरा 

 

गलसुआ को ठीक करने के लिए एलोवेरा का भी इस्तेमाल कर सकते है ये एक अच्छी औषधि है। आपको एलोवेरा बड़ी ही आसानी से मिल जाएगा आप इसे उस हिस्से में लगे जहां पर आपको ये संक्रमण हुआ है और उसमें आधी चम्मच हल्दी भी मिलाए। इससे आपको सूजन में राहत मिलेगी।

 

 

काली मिर्च 

 

आपको बता दें की काली मिर्च मम्प्स के लिए एक अच्छी दवा है। आप पहले इसका पाउडर बनाएं उसके बाद इसका प्रयोग करें। पानी में इस पाउडर को मिला लें और इसे संक्रमित हिस्से पर लगाएं। आपको जल्द ही राहत मिल जाएगा।

 

 

गलसुआ होने पर आपको इसमें लापरवाही करना काफी महंगा पड़ सकता है। इसलिए इसे नज़रअंदाज ना करें ऐसा होने पर आपको एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। आपको ऐसे मामलों में लापरवाही बिल्कुल नहीं करनी चाहिए, क्योंकि ये आपके लिए कोई बड़ी परेशानी की वजह बन सकता है इसके साथ ही आप इन घरेलु उपचार का इस्तेमाल भी कर सकते है।

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