किसी भी महिला के लिए गर्भवती होना बहुत सम्मान की बात है और इसमें उनका गर्भाशय बहुत एहम भूमिका निभाते है। यह महिलाओं की प्रजनन प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। अगर हम आंकड़ों की बात करें तो इसके अनुसार, पांच में से चार महिलाएं गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं से परेशान रहती हैं। लेकिन इसमें से कुछ महिलाएं इसे नजरअंदाज करती है, उन्हें नहीं लगता की उनके गर्भाशय में किसी तरह की समस्या है। लेकिन बाद में यही समस्या किसी गंभीर बीमारी का रूप ले लेती है।
गर्भाशय में सूजन को डोक्टर की भाषा में एंडोमेट्राइटिस (Endometritis) कहा जाता है। महिलाओं के गर्भाशय में सूजन आमतौर पर उस दौरान होती है जब हर महीने उनका पीरियड होता है, ऐसे में उन्हें अपना बहुत ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि उस समय उन्हें इन्फेक्शन होने का खतरा ज्यादा रहता है। लेकिन गर्भधारण के समय महिलाओं के गर्भाशय में सूजन हो सकती है।
आज के समय में महिलाओं में ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। उनकी गलत खान-पान की आदतें और शारीरिक श्रम में कमी, अनियमित दिनचर्या उन्हें इस बीमारी का शिकार बनाती है। वैसे भी महिलाओं को इन्फेक्शन होने का खतरा ज्यादा रहता है इसलिए उन्हें अपना बहुत ध्यान रखने की जरूरत होती है। गर्भाशय में सूजन उनके लिए तो खतरानक होती ही है, बल्कि उनके होने वाले बच्चे के लिए भी बहुत नुकसान दायक होती है।
गर्भाशय में सूजन के कारण
एक जगह पर बैठे रहना : जो महिलाऐं पूरे दिन एक ही जगह पर बैठकर काम करती है उन्हें ये समस्या ज्यादा होती है। क्योंकि इसकी वजह से गर्भाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे उसमें सूजन आ जाती है। कुछ महिलाओं को यह मोटापा महसूस नहीं होता है लेकिन पेट फूलने के कारण उन्हें पेट सख्त और फूला हुआ महसूस होता है।
ज्यादा भोजन करना : ऐसा बहुत बार होता है की आप स्वाद के चक्कर में बहुत ज्यादा भोजन कर लेते है, जो गर्भाशय में सूजन का कारण बनता है।
दवाइयों का दुष प्रभाव : कई बार ऐसा होता है की जब महिलाएं कोई हाई डोज की दवाएं खा लेती है, तो उसकी वजह से भी उनके गर्भाशय में सूजन होने लगती है।
टाइट कपड़े पहनना : महिलाओं के लिए बहुत ज्यादा टाइट कपड़े पहनना भी नुकसानदायक होता है, इसकी वजह से उन्हें कई समस्या हो सकती है जिनमें से ये एक है।
ज्यादा एक्सरसाइज करना : बदलता मौसम भी इसका एक कारण होता है, लेकिन जो महिलाएं बहुत ज्यादा देर तक एक्सरसाइज करती है उनके गर्भाशय में भी इस तरह की दिक्कत आती है।
गर्भाशय में संक्रमण : जब आप कुछ गलत खा लेते है या आपकी दिनचर्या में बदलाव होता है तो ये आपके लिए हानिकारक हो सकता है। कई बार गर्भाशय में पाए जाने वाले बैक्टीरिया एंडोमेट्रैटिस का कारण बनती हैं।
एसिडिटी और कब्ज रहना : जिन महिलाओं को अधिक समय तक एसिडिटी होती है या खाना सही से पचता नहीं है, तो उन्हें कब्ज की समस्या होने लगती है जो गर्भाशय में सूजन का कारण बनती है।
गर्भाशय में सूजन किसी भी महिला के लिए बहुत पीढ़ा दाई होती है। इस समस्या को समझने के लिए आपको इसके लक्षणों को जानना होगा। गर्भाशय की सूजन के मामले में, महिलाओं के पेट का आकार बढ़ जाता है और यह गर्भावस्था जैसा दिखता है। इसके अलावा हल्का बुखार, उलटी, सिरदर्द, पेट में गैस, पीठ में दर्द, पीरियड के समय तेज दर्द होना और शरीर में कमजोरी महसूस होती है।
गर्भाशय में सूजन से बचने के उपाए
बादाम
रात में सोने से पहले 3 या 4 बादाम पानी में भिगो दें। उसके बाद सुबह एक गिलास दूध के साथ उन्हें छील कर खा लें, इससे महिलाओं के गर्भाशय में होने वाली समस्या नहीं होगी। जिन्हें सूजन है उन्हें भी इस समस्या से राहत मिलेगी।
अलसी के बीज
1 चम्मच पिसे हुए अलसी के बीजों को दूध में तब तक उबालें जब तक वह आधा न रह जाए उसके बाद इसे रात को सोने से पहले खाएं इससे आपको काफी राहत मिलेगी।
फ़ास्ट फ़ूड न खाएं
अक्सर महिलाओं को फ़ास्ट फ़ूड खाने का बहुत मन करता है और यही उनके पूरे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इसलिए बाहर का खाना खाने से बचे।
हल्दी
इसका प्रयोग भारत के सभी घरों में किया जाता है ज्यादातर इसका प्रोयग लोग अपने रोजाना के खाने में करते है उसके बाद जब किसी व्यक्ति को चोट लगती है तब उन्हें हल्दी का दूध दिया जाता है इसका इस्तेमाल महिलाओं के लिए भी अच्छा होगा। हल्दी को रुई की मदद से योनि में लगा सकते हैं इससे आपकी गर्भाशय की सूजन कम होने लगेगी।
नीम्बू
नींबू एक ऐसी दवा है जिसका इस्तेमाल शरीर के किसी भी हिस्से में मौजूद संक्रमण को खत्म करने के लिए किया जाता है। आपको बता दें की नींबू में एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं और यह आपके संक्रमण को खत्म करने में आपकी मदद करता है। आप सुबह और शाम एक गिलास नींबू पानी में एक चुटकी काला नमक मिलाकर इसका सेवन करें तो आपको इससे काफी आराम मिलेगा।
अरंडी के पत्ते
इसका इस्तेमाल हमेशा से कई बीमारियों में किया जा रहा है। यदि आपको गर्भाशय का संक्रमण है, तो अरंडी के पत्तों का रस निकालें और इसे रुई में भिगोकर थोड़ी देर तक योनी में रखें। यदि आप ऐसा रोजाना करेंगे तो आपके गर्भाशय का संक्रमण दूर हो जाएगा।
यह महिलाओं में होने वाली बहुत ही आम समस्या है यह एक महिला को किसी भी उम्र में हो सकती है ऐसा होने पर उनका लापरवाही करना उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसकी वजह से उन्हें यौन संबंधी समस्याएं भी हो सकती है ऐसा होने पर आप हमारे डॉक्टर से भी सलाह लें सकते है।
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