ग्रीन टी (Green Tea) और रेड वाइन (Red Wine) में मौजूद घटक व्यक्ति के विकास एवं मानसिक रोग जैसे गंभीर विकारों को फैलाने में सहायक विषैले अणुओं के निर्माण को अवरुद्ध करने में मदद कर सकते हैं.
एक अध्ययन में यह पाया गया कि ग्रीन टी एवं रेड वाइन से निश्चित जन्मजात मेटाबोलिक (Metabolic) रोगों के निदान में मदद मिल सकती है. अनुवांशिक मेटाबोलिक विकारों से ग्रस्त अधिकतर लोगों में जन्म से ही दोषपूर्ण जीन होते हैं जिसके परिणामस्वरूप एंजाइम की कमी हो जाती है.
ग्रीन टी के फायदे
ग्रीन टी (Green Tea) के लाभ के बारे में हम सब जानते हैं, एक शोध (Research) के मुताबिक रोजाना 2 कप ग्रीन टी ह्रदय रोग होने की आशंकाओं को कम करती हैं, इसके साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर को भी कम करती हैं। साथ ही ग्रीन टी शरीर पर जमा अतिरिक्त वशा को भी दूर करने में मदद करती हैं।
रेड वाइन के फायदे
रेड वाइन (Red Wine) एक तरह का पेय पदार्थ है जो काले अंगूर (Black Grapes) से बनाया जाता है। इसमें विटामिन बी 6,आयरन, मैग्निशियम (Magnesium) के अलावा और भी बहुत से जरूरी तत्व शामिल होते हैं जो स्वास्थय (Health) लाभ पहुंचाते हैं। हफ्ते में एक बार सीमित मात्रा में इसका सेवन करने से फायदा मिलता है। इसका सेवन करने पाचन शक्ति मजबूत होती है। इससे पेट के बैक्टिरिया खत्म हो जाते हैं और पेट का अल्सर भी कम हो जाता है।
कोलेस्ट्रॉल के रोगियों के लिए रेज वाइन बहुत लाभकारी है। यह बुरे कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है। अगर आप रेड वाइन पीने से परहेज करते हैं तो इसकी जगह पर अंगूर का सेवन कर सकते हैं।
इसमें पाया गया कि ग्रीन टी एवं रेड वाइन में स्वाभाविक रूप से मौजूद निश्चित घटक विषैले मेटाबोलाइट के निर्माण में अवरोधक हो सकते हैं. इस्राइल में तेल अवीव यूनिवर्सिटी (टीएयू) से एहूद गजट की अगुवाई में अनुसंधानकर्ताओं ने दो घटकों : एपिगैलोकैटेचिन गैलेट (ईजीसीजी) एवं टैनिक एसिड (Tanic Acid) पर विचार किया|
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