महिलाओं को क्यों होती है किडनी रोग की ज़्यादा समस्या ? जानिए 7 वजहें

गलत लाइफस्टाइल (lifestyle) के कारण आजकल लोगों में किडनी (kidney) स्टोन, इंफैक्शन (infection) और अन्य समस्याएं बढ़ती ही जा रही है। मगर किडनी से जुड़ी प्रॉब्लम पुरूषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। किडनी शरीर से विषैले पदार्थों (Toxic substances) को बाहर निकालने का काम करती है। जब किडनी काम करना बंद कर देती है तो शरीर में बेकार पदार्थ जमा होने शुरू हो जाते हैं, जिससे आप की बीमारियों की चपेट में आ जाती हैं। मोटापे, डायबिटीज (Diabetes) और हाई ब्लड प्रैशर (High blood pressure) के कारण भी ज्यादातर महिलाएं किडनी डिसीज का शिकार हो जाती है। इसके अलावा ऐसे और बहुत से कारण है, जोकि महिलाओं में किडनी से जुड़ी प्रॉब्लम का खतरा बढ़ाते हैं। तो चलिए जानते हैं किडनी रोग के लक्षण, कारण और बचाव के तरीके, जिससे आप किडनी से जुड़ी परेशानियों से बच सकती हैं।

 

किडनी रोग के लक्षण (Symptoms of kidney disease)

 

  • खून की कमी

 

  • पेशाब से खून आना

 

  • भूख कम लगना

 

  • थकान

 

  • जी मिचलाना

 

  • वजन में अचानक बदलाव आना

 

  • हाई ब्लड प्रैशर

 

महिलाएं इस रोग से क्यों होती हैं ज्यादा प्रभावित?

 

यूरिन इंफैक्शन (Urine infections), प्रजनना क्षमता (Breeding capacity) में कमजोरी, तनाव आदि का असर किडनी पर पड़ता है, जिससे महिलाओं की किडनी खराब होने लगती हैं। वहीं, गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान महिलाओं में इक्लैम्पसिया (Eclampsia) के अलावा और भी बहुत-सी स्वास्थ्य संबंधी कमजोरियां आनी शुरू हो जाती है, जोकि किडनी डिसीज (Kidney disease) का कारण बनती है। इसके अलावा खून की कमी, पूरी नींद न लेना, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता की परेशानी औरतों में ज्यादा देखने को मिलती है, जो किडनी डिसीज का सबसे बड़ा कारण है।

 

महिलाओं में किडनी रोग के कारण

 

1. अधिक देर तक पेशाब रोकना

 

ज्यादा देर तक मूत्र को रोकने से ब्लैडर (Bladder) भर जाता है और वह किडनी की तरफ चला जाता है। इससे बैक्टीरिया (Bacteria) के कारण गुर्दे (Kidney) से जुड़ी समस्याएं हो जाती है।

 

2. ज्यादा मीठी चीजों का सेवन

 

मीठी चीजों, चॉकलेट, पैकेज्ड स्नैक्स और कोल्ड ड्रिंक (cold drink) में फ्रुक्टोज (Fructose) नाम तत्व होता है, जो किडनी को नुकसान पहुंचाता है। ज्यादा फ्रुक्टोज का सेवन करने से यूरिक एसिड के स्तर भी बढ़ जाता है, जिससे किडनी खराब होने का खतरा रहता है।

 

3. भरपूर नींद न लेना

 

काम के चक्कर में अक्सर महिलाएं अपनी नींद पूरी नहीं कर पाती लेकिन आपको बता दें कि इससे आप किडनी से जुड़ी समस्याओं का शिकार हो सकती हैं। भरपूर नींद न लेने से भी किडनी पर बहुत बुरा असर पड़ता है।

 

4. दर्द विवारक दवाओं का सेवन

 

जरूरत से ज्यादा दर्द निवारक दवाओं का सेवन करना भी किडनी के लिए हानिकारक है। यह दवाइयां किडनी को नुकसान पहुंचाकर इंफैक्शन या किडनी फैलियर (Kidney failure) का कारण बन सकती है।

 

5. हाई ब्लड प्रैशर

 

आपको हमेशा अपने ब्लड प्रैशर (blood pressure) को कंट्रोल में रखना चाहिए। क्योंकि हाई ब्लड प्रैशर (High blood pressure) गुर्दे के खराब होने का सबसे मुख्य कारण है।

 

6. सोडियम युक्त आहार

 

महिलाएं अक्सर भोजन में नमक या सोडियम की मात्रा अधिक लेती है लेकिन इससे आपका ब्लड प्रैशर बढ़ जाता है, जोकि गुर्दे पर बुरा असर डालता है। इसलिए नियमित मात्रा में सोडियम और नमक का सेवन करें।

 

7. कम पानी पीना

 

हर किसी को दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। मगर महिलाएं बिजी होने और प्यास न लगने के कारण पानी पीना जरूरी नहीं समझती, जो किडनी डिसीज का खतरा बढ़ा देता है। अधिक पानी पीने से किडनी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।

 

किडनी की बीमारी रोकने के लिए क्‍या करें?

 

किडनी रोग किसी को भी प्रभावित कर सकता है और महिलाओं को इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है। अगर आप इस समस्‍या से खुद को दूर रखना चा‍हती हैं तो अपने लाइफस्टाइल (Lifestyle) में थोड़ा-सा बदलाव लाएं। किडनी को हैल्दी रखने के लिए सिगरेट (smoking), शराब (alcohol), नशीले पदार्थों और सोडियम युक्त आहारों से भी परहेज रखें। इसके साथ ही भरपूर पानी का सेवन, हरी सब्जियां, फल और अंगूर खाएं और नियमित रूप से व्यायाम जरूर करें।

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