कमर दर्द और तनाव – भूलकर भी न करें नजर अंदाज

 

बीमारियों का नाम सुनते ही डर लगता हे ना ? और हम अपनी तरफ से हर कोशिश करते हैं कि ये सब बीमारियां हमारे गले न पडें, पर आजकल का लाइफस्टाइल ऐसा चल रहा है कि लाख कोशिश करने के बाद भी हम किसी ना किसी बीमारी के शिकार हो ही जाते हैं पर कई बार डायबिटीज, हार्ट अटैक, कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां होती हैं तो कई बार माइग्रेन, पेट दर्द, सर्वाइकल पेन, बैक पेन जैसी बीमारियां घेर लेती हैं जो जान तो नहीं लेती पर जब इसका दर्द शुरू होता है तब मरीज की तड़प देखकर जान सुख जाती है।

 

हमारे लाइफस्टाइल और बिजी लाइफ होने के कारण हम समझ ही नहीं पाते की हम कब तनाव के शिकार हो गए और इस तनाव के कारण बहुत सारी गंभीर बीमारियां हो जाती हैं जैसे की :

 

  • अनिद्रा

 

  • सर्दी-ज़ुकाम और बुख्रार

 

 

  • माइग्रेन

 

  • स्पॉन्डिलाइटिस

 

  • ओबेसिटी

 

  • त्वचा संबंधी समस्याएं

 

 

  • प्रजनन तंत्र पर प्रभाव

 

 

तनाव और बैक पैन का सम्बन्ध

 

 

  • अब बैक पेन की बात करें तो जाहिर सी बात है कमर हमारे शरीर का ऐसा हिस्सा होता है जिसके सहारे ही हम पूरे शरीर का सन्तुलन बना पाते हैं, इसलिए जब कमर दर्द होता है तब सिर्फ कमर का हिस्सा ही डिस्टर्ब नहीं होता बल्कि पूरा शरीर और साथ ही हमारा सारा काम डिस्टर्ब होने लगता है ।
  • कमर दर्द की तकलीफ किसी को भी हो सकती है जिसके लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं इसलिए इस दर्द से ज्यादा परेशान न होना पड़े इसके लिए हमें शुरुआती लक्षण की जानकारी समझ कर समय रहते इसका इलाज कर लेना चाहिए । तो आइए आज हम जानते हैं कमर दर्द के कारण, लक्षण और इलाज।
  • तनाव से संबंधित पीठ दर्द के कारणों के बारे में कई प्रकार के सिद्धांत हैं। महत्वपूर्ण रूप से, इन सभी सिद्धांतों में से एक सिद्धांत यह है कि मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक फैक्टर्स कुछ प्रकार के शारीरिक परिवर्तन का कारण बनते हैं, जिसके परिणामस्वरूप पीठ में दर्द होता है।

 

 

दर्द चक्र – The Pain Cycle in Hindi

 

 

तनाव से संबंधित पीठ दर्द के अधिकांश सिद्धांतों में, दर्द चक्र बड़ा खतरनाक होता है और यह समय के साथ तेज होता चला जाता है क्योंकि यह दर्द रोगी को डरा कर रखता है और उसके कारण रोगी हमेशा भयभीत रहता है और दर्द से झूंझता रहता है – निचे दिए गए चित्र में दर्द चक्र को समझे और समय रहते इसका इलाज कराएं :

kamar dard or tanaav - bhulkar bhi na kare najarandaaj in hindi

 

डॉ। प्रमोद सैनी के अनुसार , पीठ दर्द का कारण यांत्रिक या शारीरिक कारकों से नहीं, बल्कि रोगी की भावनाओं, व्यक्तित्व और आंतरिक मुद्दों के कारण होता है। मुख्य भावनाओं में क्रोध और स्ट्रेस होना शामिल हैं।

 

 

निम्नलिखित कारणों की वजह से स्ट्रेस और बैकपेन होता है

 

 

  • काम का अत्यधिक भार होना और उसके वजह से ज्यादा देर तक अपने कार्य स्थल पर बैठे रहना

 

  • पारिवारिक परेशानियों का होना , उसके बारें में अत्यधिक सोचना और तनाव की स्थिति में आकर अपने रीढ़ की हड्डी पर तनाव डालना जिसके कारण कमर दर्द उत्पन होता है

 

  • सिगरेट का अत्यधिक सेवन करना और कमर दर्द जैसे रोग को बढ़ावा देना

 

  • विटामिन की कमी होना और उसे इगनोर करना

 

  • ऐल्कहॉल का अधिक सेवन करना और डाइट पर ध्यान न देना

 

  • समाजिक ईर्ष्या होना और उसके कारण मानसिक तनाव में आना

 

  • इसके अलावा भी बहुत सारे कारण होते हैं जिनके कारण आप तनाव में आतें हैं और फिर कमर दर्द जैसी बीमारी की जकड़ में आ जाते हैं

 

 

तनाव और पुरानी पीठ दर्द का निदान – Diagnosis of Depression and Chronic Back Pain in Hindi

 

पुरानी पीठ दर्द के रोगी अक्सर महसूस नहीं करते हैं कि वे भी एक बड़े तनाव से पीड़ित हैं, और तनाव से मुक्ति लेने के बजाए कमर दर्द के इलाज के बारें में सोचते रहते हैं और होता ये है की तनाव और बढ़ जाता है जिसके कारण दर्द में भी बढ़ोतरी होती रहती है।

पुरानी पीठ दर्द से जुड़े तनाव के उपचार के लिए एक विशेष दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। जैसे की आमतौर पर स्वीकार किया जाता है कि दर्द और तनाव का एक साथ इलाज किया जाना चाहिए। तनाव के उपचार के लिए आपको अक्सर एक मनोवैज्ञानिक की सहायता लेनी पड़ सकती है जैसे परामर्श, विश्राम प्रशिक्षण, आदि) और तनाव – रोधी दवा शामिल होती है।

अगर आप अपने तनाव को कम कर पाएंगे तो आप देखेंगे की आपके कमर दर्द में भी कमी आती जाएगी और आप पहले से अच्छा महसूस कर पाएंगे , इसके लिए आपको कुछ ज्यादा तनाव को कम करने के लिए निचे दिए गए उपाय करने हैं जो की आप अपने घर पर भी कर सकते हैं :

 

  • तुलसी के पत्तों का सेवन

 

  • अशवगंधा का सेवन

 

  • लैवेंडर तेल का उपयोग

 

  • कैमोमाइल चाय का उपयोग करने से

 

 

  • ब्रह्मी जड़ी बूटी के पाउडर का उपयोग

 

  • शंखपुष्पी का सेवन

 

  • हेड मसाज लेना और बॉडी मसाज

 

 

अगर आपको ऐसा लगता है कि आपके जीवन में तनावपूर्ण स्थिति आने वाली है और या चल रही है तो आप पहले से ही उस स्थिति का सामना करने के लिए अपने आपको मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार कर लें। यदि आप पहले से ही तनाव का अनुभव कर रहे हैं, तो आपको चिकित्सक की सहायता लेनी होगी

 

 


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