ओटिटिस मीडिया (कान की सूजन)जैसी समस्या में कान के मध्य भाग में संक्रमण और सूजन हो जाता हैं, जिस वजह से कान में बहुत तेज दर्द होता है, जिस स्थिति को “एक्यूट ओटिटिस मीडिया” कहा जाता हैं। यह समस्या छोटे बच्चो और वयस्कों में भी पायी जाता है।
कान में जब कोई संक्रमण होता है, तो यह कान के परदे के पीछे पीप और म्यूकस को इकठ्ठा कर देता है, जिस वजह से कान की नली अवरुद्ध हो जाती है और कान में दर्द और सूजन होने लगता हैं। जब कान के मध्य हिस्से में तरल बनता है, तो इस स्थिति को “बहाव के साथ मध्य कान का दर्द” भी कहा जाता है।
ओटिटिस मीडिया होने पर रोगी के कान का ईयर ड्रम लाल और उभरा हुआ दिखने लगता है।
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ओटिटिस मीडिया (कान की सूजन) के लक्षण
- कान में खिंचाव और खुजली होना,
- बहुत तेज कान में दर्द,
- कान में दबाव लगना,
- तरल पदार्थ का बहना,
- चिड़चिड़ाहट व बेचैनी महसूस करना,
- कान से बदबू आना,
- बुखार होना,
- सिरदर्द,
- उल्टी,
- चक्कर आना,
- सुनाई देने की समस्या,
ओटिटिस मीडिया (कान की सूजन) के होने कारण
- कान में संक्रमण होने से वह बैक्टीरिया या वायरस उत्पन्न करते हैं, जो की शरीर में नाक और मुँह के द्वारा प्रवेश करते हैं।
- श्वसन संक्रमण, विभिन्न एलर्जी, और वायु में उपस्थित प्रदूषक (जैसे कि सिगरेट के धुएँ का अप्रत्यक्ष सेवन) आदि की वजह से कान में संक्रमण हो सकता है.
ओटिटिस मीडिया की अन्य समस्याएँ क्या हैं?
- सुनने की क्षमता में कमी,
- एडिनोइड का बढ़ना,
- मस्तिष्क ज्वर, आदि हैं।
कान में सूजन (ओटिटिस मीडिया) के प्रकार
हालाँकि, कान में सूजन आना एक आम समस्या है जो बच्चो में अधिक देखने को मिलती है। वैसे, मध्य कान में होने वाली यह समस्या मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है। जो की इस प्रकार हैं –
एक्यूट ओटिटिस मीडिया (AOM)
- तीव्र ओटिटिस मीडिया (एओएम) एक दर्दनाक प्रकार का कान संक्रमण है। यह तब होता है जब मध्य कर्ण नामक कर्ण के पीछे का क्षेत्र सूजन और संक्रमित हो जाता है।
- कान की सूजन के इस प्रकार में कोई खास लक्षण देखने को नहीं मिलते है। बस, आपके कान और जबड़े की खाली जगह में तरल बनने से आपको कान का हर समय भरा हुआ होना महसूस होता है।
ओटिटिस मीडिया विथ ऐफ्फुसिऑन (OME)
- वैसे तो यह तरल जीवाणुरहित होता है। पर सर्दी-जुखाम और गले के संक्रमण के कारण उत्पन्न विषाणु-जीवाणु इसे भी संक्रमित कर देते है। जिससे मध्य कान में दर्द व सूजन की समस्या होती है।
- यूस्टेशियन ट्यूब आपके कान से आपके गले के पीछे तक तरल पदार्थ ले जाता है। यदि यह बंद हो जाता है, तो ओटिटिस मीडिया का प्रवाह (ओएमई) हो सकता है।
- यदि आपके पास ओएमई है, तो आपके कान का मध्य भाग द्रव से भर जाता है, जिससे कान के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
- OME बहुत आम है। एजेंसी ऑफ हेल्थकेयर रिसर्च एंड क्वालिटी के अनुसार, लगभग 90 प्रतिशत बच्चों में 10 साल की उम्र तक कम से कम एक बार ओएमई होगा।
जाँच और परीक्षण
- टिम्पेनोमेट्री,
- एकॉस्टिक रिफ्लेक्टोमेट्री,
- टिम्पेनोसेंटेसिस,
- ओटोस्कोप की मदद से कान के भीतर देख कर यह देखा जाता है कि कान के अंदर सूजन या तरल पदार्थ तो नहीं है।
ओटिटिस मीडिया (कान में सूजन) का घरेलु उपचार
ऐसे आसान घरेलु उपचार जिनका उपयोग आप कर सकते है –
गर्मी देना
- इस स्थिति में गर्मी देने से आपको बहुत राहत महसूस होगी।
- इससे आपके कान की सूजन कम होगी। आप ठंडी पट्टी या बर्फ की थैली का इस्तेमाल भी कर सकते है।
कोलाइडल सिल्वर
- यह एक रामबाण उपचार है, इसका उपयोग जीवाणु-विषाणु तथा फंगल (फफूँद) जनित संक्रमण का इलाज करने के लिए किया जाता है।
- इसके लिए आप कोलाइडल सिल्वर को पानीमें मिलाकर उस मिश्रण से अपने कानो को धो सकते है।
निष्कर्ष
अगर आपको कान में तीव्र दर्द की स्थिति, 100 से अधिक तापमान, कानों से पीप या रक्त का निकलना, चक्कर आना, गर्दन जकड़ना या सामान्य रूप से ना चल पाना, जैसी समस्या होने लगे तो आपको डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
यदि आपके कान में दर्द रहता है या कम सुनाई देता है तो इसके लिए दवाइयां उपलब्ध हैं। लेकिन एक बात ध्यान रहे कि बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई न लें। दवाई आर्डर करने से पहले आप हमारे डॉक्टर से संपर्क करें।
कान में दर्द की दवा (Medicines for Ear Pain in Hindi):
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