आज कल लोगों की लगातार बदलती जीवन शैली न केवल उनके शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही है बल्कि ये उन्हें मानसिक रूप से भी बीमार बना रही है जो उनके पूरे शरीर के लिए बहुत हानिकारक है। अगर हम वर्तमान समय की बात करें तो हर दिन सभी लोगों को कई समस्याओं से जूझना पड़ता है.
इसका सीधा असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है और यही उन लोगों को मानसिक रूप से ज्यादा प्रभावित करता हैं। आपको बता दें की पूरी दुनिया में हजारों लोग मानसिक बीमारी (Mental illness) से पीड़ित हैं। इसकी वजह से उनके परिवार को भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
मानसिक बीमारी का क्या मतलब है?
मानसिक रूप से बीमार होने का मतलब होता है जब कोई व्यक्ति अपने दिमाग से ठीक से कुछ भी सोचने में असमर्थ होता है, अपनी मन की भावनाओं और व्यवहार पर उसका जोर नहीं चलता है, तो ऐसी स्थिति को मानसिक बीमारी (Mental illness) कहा जाता है।
आपको बता दें की एक मानसिक रोगी दूसरों की बातों को भी आसानी से नहीं समझ पाता है और आपने दैनिक कार्यों को करने में उसे कठिनाई होती है और अगर वो उसे करता भी है तो ठीक से नहीं कर पाता है।
मानसिक बीमारी के लक्षण
- उदास महसूस करना : जब आप हमेशा उदास रहते है तो ये किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। यदि आपके साथ या आपके किसी जानने वाले के साथ ऐसा होता है तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- एकाग्रता में कमी : ऐसा होने पर आपकी एकाग्रता भी कम होने लगती है। ये मानसिक बीमारी (Mental illness) के लक्षण होते है।
- अत्यधिक चिंता : कई लोग हमेशा किसी भी चीज को लेकर बहुत चिंता करते है, ऐसा कसी भी व्यक्ति के साथ तब होता है जब वह किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित होता है।
- मनोदशा में अत्यधिक परिवर्तन : जब आपके स्वाभाव में बहुत ज्यादा परिवर्तन आने लगे तो ये इसके लक्षण होते है।
- दोस्तों और अन्य गतिविधियों से अलग होना : लोगों के साथ बिल्कुल बात न करना और अपने दोस्तों से भी दूर रहना ये सब मानसिक बीमारी (Mental illness) के लक्षण होते है।
- थकान : जब किसी इंसान के शरीर में थकान अक्सर रहने लगे या बिना काम किये उसके शरीर में थकान रहती है तो ये इसी के लक्षण होते है।
- ऊर्जा की कमी या सोने में समस्याएं : शरीर में ऊर्जा की कमी होना और नींद में कमी ये मानसिक बीमारी (Mental illness) के मुख्य लक्षण होते है।
- मन में भ्रम : जब आपके मन में किसी भी बात को लेकर भ्रम रहने लगे वो भी बिना किसी वजह के, तो ये आपके लिए इस बीमारी का संकेत हो सकते है।
- किसी काम को करने में असमर्थ होना : जब आप किसी भी काम को करने में असमर्थ होते है और आपकी बार-बार कोशिशो के बाद भी उस काम को नहीं कर पाते तो ये भी मानसिक बीमारी (Mental illness) के लक्षण होते है।
मानसिक बीमारी से बचने के उपाए
खुद को समय दें
यह बहुत जरुरी है कि आप व्यस्त रहने के बावजूद खुद को भी समय दें, हमेशा काम में लगे रहना आपके लिए किसी बीमारी की वजह बन सकता है। इसलिए काम के साथ आराम भी बहुत जरुरी है ।
लिखना शुरू करें
अपने रोजाना के कामों को लिखे और उनके बारे में सोचे की आप और कैसे इसे अच्छे तरीके से कर सकते है। आप चाहे तो अपने पास एक डायरी या कॉपी रखें जिसमें आप अपने दैनिक कार्यो के बारे में लिखें, आप खुद अपने बारे में क्या महसूस करते हैं। ऐसा करने से आप खुद को अवसाद से दूर रख पाएंगे।
संतुलित भोजन करें
मौसमी फल, हरी सब्जियां, मांस, और कार्बोहाइड्रेट आदि को संतुलित मात्रा में ही खाएं। आपका भोजन आपके मन और दिमाग को ऊर्जा प्रदान करता है। संतुलित आहार लेने से न केवल एक अच्छा शरीर बनाता है, बल्कि यह आपको कई मानसिक बीमारियों से बचाता है।
सामाजिक बने
अपनी समस्याओं के बारे में अपने लोगों से बातें करें, इससे आप खुद को तनाव से दूर रख पाएंगे। ऐसे बहुत से लोग है जो बहुत कम बात करते है। ऐसा करने से आप लोगों के बारे में जानेंगे और खुद को खुश भी रख पाएंगे।
एक मनोचिकित्सक की तलाश करें
अवसाद को दूर करने का सबसे महत्वपूर्ण और आसान तरीका मनोचिकित्सक से परामर्श करना है। मनोचिकित्सक की सलाह आपको अवसाद की जड़ तक पहुंचने और उसे दूर करने में मदद करेगी।
मानसिक बीमारी किसी भी व्यक्ति को हो सकती है, लेकिन लोगों को इसके लक्षणों का पता नहीं चलता है, जिसकी वजह से उन्हें इस बीमारी का शिकार होना पड़ता है। यदि आपके परिवार में भी कोई व्यक्ति मानसिक बीमारी से पीड़ित है तो आप हमारे डॉक्टर से सलाह लें सकते है और अपनी इस गंभीर समस्या का समाधान कर सकते है।
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