स्टडी : Stroke और Heart Disease से होने वाली मौतें बढ़ने की सबसे बड़ी वजह है मोटापा

 

 

जाने क्या होता है दिल का दौरा

 

 

दिल का दौरा तब होता है जब एक कोरोनरी धमनी (रक्त वाहिका जो हृदय को रक्त पहुंचाती है) ब्लॉक हो जाती है और आमतौर पर रक्त के थक्के के कारण संकुचित हो जाती है। यह हमारे दिल को ऑक्सीजन युक्त रक्त से वंचित करता है, जो मांसपेशियों की कोशिकाओं, यानी मांसपेशियों की कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, जिससे हमारा हृदय शरीर के सभी भागों में पर्याप्त रक्त पंप करने में कमज़ोर हो जाता है। और दिल का दौरा पड़ने के चान्स बढ़ जाते हैं।

 

 

अध्ययनो के अनुसार

 

 

शोध से पता चलता है कि मोटापा और गलत खान-पान, दिल से जुड़ी बीमारियों से होने वाली मौतों का मुख्य कारण है। मोटापा स्ट्रोक, दिल का दौरा और दिल से संबंधित अन्य बीमारियों के कारण मृत्यु का प्रमुख जोखिम कारक है।

 

 

एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि उच्च आय वाले देशों में दिल से संबंधित बीमारियों और स्ट्रोक के कारण होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इंटरनैशनल जर्नल ऑफ एपिडेमोलॉजी में इस स्टडी के नतीजे प्रकाशित हुए हैं जिसमें 23 हाई-इनकम देशों को शामिल किया गया।  और 23 में से 12 देशों में, मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

 

 

यूनिवर्सिटी ऑफ मेल्बर्न के अनुसंधानकर्ताओं ने कार्डिवस्क्युलर डिजीज यानी दिल से जुड़ी बीमारियों की वजह से होने वाली मौतों के ट्रेंड की जांच की जिसमें उच्च आय वाले 23 देशों में साल 2000 से लेकर अब तक मुख्य रूप से हार्ट डिजीज और स्ट्रोक से हुई मौतों के आंकड़ों की जांच की गई। स्टडी में यह बात सामने आयी कि दिल से जुड़ी बीमारियों की वजह से 35 साल से 74 साल के बीच के लोगों की मौत के आंकड़े कम नहीं हो रहे बल्कि 23 में से 12 देशों में तो लगातार ज्यादा बढ़ रहे हैं।

 

 

 

जबकि हाल ही के वर्षों में अमेरिका और कनाडा में हृदय रोग से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड जैसे देशों में दिल की बीमारियों के कारण लोगो की मृत्यु 20 से 50 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न के प्रोफेसर एलन लोपेज कहते हैं, “हमारे शोध से पता चलता है कि मोटापे और खराब आहार की आदतें दिल से जुड़ी बीमारियों से होने वाली मौतों का प्रमुख कारण हैं। इन सभी देशों में, मोटापे का स्तर बहुत अधिक है। ऑस्ट्रेलिया में तो करीब एक तिहाई वयस्क मोटापे का शिकार हैं।

 

 

मोटापा हृदय रोग का एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक है

 

 

शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि दिल से जुड़ी बीमारियों से होने वाली मौतों के लिए मोटापा सबसे महत्वपूर्ण जोखिम कारक है। इसके अलावा, धूम्रपान, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह अन्य महत्वपूर्ण जोखिम कारक हैं। इन मुद्दों पर ध्यान न देने के कारण दिल से संबंधित बीमारियों के कारण होने वाली मौतों में वृद्धि हो रही है और जीवन प्रत्याशा यानी लोगों की उम्र कम हो रही है।

 

 


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