नवरात्रि के व्रत में स्वास्थ्य का संरक्षण: सात्विक आहार के लाभ

नवरात्रि के पवित्र दिनों में धार्मिक आस्था के साथ-साथ आहार की विशेष महत्वता होती है। नवरात्रि के व्रत का पालन करने वाले श्रद्धालुओं ने व्रत के नियमों का पालन करते हुए अपने आहार में बदलाव किया है। इस विशेष समय के दौरान नमक, अनाज, और मांसाहारी आहार से बचकर व्रत का पालन किया जाता है। नवरात्रि के व्रत में आहार में परंपरागत खाद्यान्न के बजाय व्रती श्रद्धालुओं द्वारा विशेष आहार का सेवन किया जाता है। सब्जियों, फलों, साबूदाना, सिंघाड़े का आटा, कुट्टू का आटा, और दूध जैसे सात्विक आहार का सेवन किया जाता है।

 

नवरात्रि के इस अवसर पर पंडितों ने बताया कि व्रत के नियमों का पालन करने से सिर्फ आहार में नहीं, बल्कि आत्मिक और मानसिक शुद्धि का भी लाभ होता है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं को अपने अंतर्मन की शुद्धि के साथ-साथ शारीरिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की सलाह दी गई। नवरात्रि के इन नौ दिनों में श्रद्धालुओं के लिए आत्मा की शुद्धि और सात्विक आहार का सेवन करना ही प्राथमिकता है। इस व्रत के द्वारा वे न केवल अपने आहार में बदलाव लाते हैं, बल्कि अपने अंतरंग मन की शुद्धि के लिए भी संकल्पित रहते हैं। इस अवसर पर श्रद्धालुओं को सात्विकता और आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करने का भी महत्वपूर्ण संदेश दिया गया है। नवरात्रि के इन पावन दिनों में यह नहीं केवल आहार का विवेकपूर्ण चयन है, बल्कि यह आत्मा की शुद्धि और अन्य मानवीय गुणों को अपनाने का भी अद्भुत अवसर है।

 

 

 

नवरात्रि उपवास में स्वास्थ्य के लिए सही आहार क्या हैं ?

 

 

नवरात्रि के उपवास में उपरोक्त आहार के सेवन से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं और स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा, ये आहार उपवास के दौरान शरीर की ऊर्जा स्तर को भी बनाए रखते हैं और दिनभर की गतिविधियों में मदद करते हैं। नवरात्रि उपवास में स्वास्थ्य के लिए सही आहार की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यहां कुछ आहार के तत्व हैं जो नवरात्रि उपवास के दौरान सेवन किये जा सकते हैं और स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं:

 

 

  • फल और सब्जियां: नवरात्रि में फलों और सब्जियों का सेवन करना बहुत महत्वपूर्ण है। केला, सेब, अंगूर, आलू, तोरी, अरबी, लौकी, शिमला मिर्च आदि को सेवन कर सकते हैं। ये आहार फाइबर, विटामिन्स, और मिनरल्स का अच्छा स्त्रोत होते हैं।

 

  • साबूदाना, सिंघाड़ा, कुट्टू का आटा: ये सभी ग्लूटेन-फ्री अनाज होते हैं और उन्हें नवरात्रि के दौरान उपयोग किया जा सकता है। ये आहार उपवास के दौरान ऊर्जा प्रदान करते हैं और पाचन को सुधारते हैं।

 

  • दूध और दूध से बने उत्पाद: दूध, दही, पनीर, मिल्क प्रोडक्ट्स, आदि भी नवरात्रि में उपयोग के लिए उपलब्ध होते हैं। ये आहार कैल्शियम और प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत होते हैं।

 

  • ड्राई फल्स: अखरोट, काजू, मूंगफली, बादाम, आदि का सेवन कर सकते हैं। ये आहार ऊर्जा प्रदान करते हैं और बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकते हैं।

 

  • शाकाहारी प्रोटीन स्रोत: पनीर, सोया, राजमा, चने, मूंग, आदि का सेवन करें। ये सभी प्रोटीन के उत्तम स्रोत होते हैं और मांसाहारी आहार की जगह ले सकते हैं।

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