कैंसर एक जानलेवा बीमारी है इस बात से सभी वाकिफ़ हैं। कैंसर के ज्यादातर मामलों में पारिवारिक इतिहास होना, आने वाली पीढ़ियों में इस बीमारी के होने की संभावना को बढ़ाता है। आज हम बात कर रहें हैं ओरल कैंसर के मरीज के बारे में जिनका नाम है जयंत शर्मा। जयंत को ओरल कैंसर था लेकिन उन्हें इसके लक्षणों का पता नहीं था। इस कारण उन्होंने इसे नज़रअंदाज कर दिया। ओरल कैंसर की शुरुआत में मुँह या होंठ पर दर्द होता है, और ओरल कैंसर के मरीज के मुंह के अंदर सफेद या लाल रंग के धब्बे दिखाई देते हैं जिसे पहचानना थोड़ा मुश्किल होता है। यदि किसी को ओरल कैंसर होता है तो उसे सबसे पहले दांत के डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
GoMedii की मदद से जयंत शर्मा ने अपोलो हॉस्पिटल में ओरल कैंसर को हराया?
जयंत शर्मा के लक्षणों की बात करें तो उन्हें मुँह में छाले और जलन महसूस होती थी। जयंत काफी पहले तम्बाकू का सेवन कर रहे थे जिसका नतीजा ये हुआ की उन्हें ओरल कैंसर की बीमारी हुई। जयंत के मुँह में छाले लगातार होने लगे और उन्हें लगा की यह शायद पेट में अल्सर की वजह से हो रहा है। ऐसा होने पर उनके मुँह से काफी बदबू भी आने लगी थी। जब समस्या काफी बढ़ गई तो उन्होंने दन्त के डॉक्टर से संपर्क किया।
जब वह डॉक्टर के पास पहुंचे तो डॉक्टर ने बताया इसे ठीक होने में लगभग एक हफ़ते का समय लगेगा। डॉक्टर ने यह भी बताया की अगर यह एक हफ़्ते के भीतर ठीक नहीं होता है, तो जरूर यह कोई बड़ी बीमारी हो सकती है। डाॅक्टर से दवा लेने के बाद जयंत को किसी भी तरह का आराम महसूस नहीं हुआ और उनके छालों में से खून आने लगा। जयंत की स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने आशंका जताई की यह ओरल कैंसर हो सकता है।
जयंत के डॉक्टर द्वारा जताई गई आशंका सच हुई, लेकिन फिर भी उन्हें डॉक्टर पर भरोसा नहीं हुआ इसलिए GoMedii ने उन्हें दूसरे डॉक्टर से कंसल्ट करवाया और उस डॉक्टर ने भी ओरल कैंसर की पुष्टि कर दी। अगर हम कैंसर के इलाज की बात करें तो हम सभी जानते हैं कि इसका इलाज बहुत महंगा होता है। जयंत को जब ओरल कैंसर का पता चला तो उन्होंने इसका इलाज कराने के लिए ऑनलाइन सर्च करना शुरू किया उसी दौरान उन्हें हमारे बारे में (GoMedii) पता चला और उन्होंने हम से संपर्क किया। GoMedii ने जयंत की स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए उनके इलाज के लिए अपोलो हॉस्पिटल को चुना।
डॉक्टर ने ओरल कैंसर के इलाज के लिए सर्जरी को चुना
जयंत ने बताया की जब उन्हें मुँह के कैंसर का पता चला तो वह काफी घबरा गए थे। लेकिन अपोलो हॉस्पिटल के डॉक्टर ने जब उनकी रिपोर्ट देखी तो डॉक्टर ने बताया की जयंत के ओरल कैंसर सेकंड स्टेज में था। अधिकतर कैंसर के मामलों में सेकंड स्टेज के कैंसर का इलाज आसानी से किया जा सकता है और यह बात सुनकर जयंत की घबराहट काफी कम हो गई। डॉक्टर ने जयनत को मुंह के कैंसर की जाँच के लिए कुछ टेस्ट करवाने को कहा। वैसे तो डॉक्टर सबसे पहले शारीरिक परीक्षा करते हैं उसके बाद उन्होंने बायोप्सी करने का फैसला किया।
बायोप्सी के नतीजे को देखते हुए डॉक्टर ने इलाज की प्रक्रिया को शुरू किया, इसके लिए उन्होंने सर्जरी को उनके लिए चुना। इस सर्जरी में सर्जन ने ट्यूमर को काट दिया और सभी कैंसर कोशिकाओं को हटा दिया गया है। सर्जरी के दौरान डॉक्टर को जयंत की जीभ का छोटा सा हिस्सा भी निकालना पड़ा क्योंकि कैंसर उनकी जीभ में भी फैल चूका था।
कैंसर के इलाज के बाद जयंत को हुई कुछ स्वास्थ्य समस्याएं
आपको बता दे की कैंसर के इलाज के बाद कई मरीजों को अन्य तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। आपको बता दें की हर मरीज में अलग स्वास्थ्य समस्या होती है। जयंत का इलाज पूरा होने के बाद उन्हें खाना खाने में समस्या होती थी। इसके अलावा उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ महसूस हो रही थी। लेकिन उनके इस सफर में GoMedii उनके साथ था।
इलाज पूरा होने के बाद भी हमने जयंत से फॉलो-अप लिया और उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखी। जयंत और उनकी पत्नी ने GoMedii की पूरी टीम का ध्यानवाद किया। उनकी इलाज की पूरी प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए हमारी टीम ने हर तरीके से जयंत कि मदद करने की कोशिश करी और उनका कम लागत में सबसे अच्छे हॉस्पिटल में इलाज करवाया।
यदि किसी को कैंसर से संबंधी कोई भी सवाल पूछना है तो यहाँ क्लिक करें या आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9654030724) पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें Connect@gomedii.com पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी। हम आपका सबसे अच्छे हॉस्पिटल में इलाज कराएंगे।
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