लोगों में बेरी बेरी रोग होना आम बात है, यह शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन थायमिन (thiamin or vitamin B) की कमी के कारण होता है। यह
वर्तमान समय में महिलाओं के यौन स्वास्थ्य को लेकर अनेक परेशानियां देखने को मिल रही हैं जो कि एक बड़ी चिंता का विषय हैं। देखा जाता हैं कि महिलाएं
व्यायाम हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं जब शारीरिक फिटनेस की बात आती हैं तो व्यायाम बहुत जरुरी और फायदेमंद होता हैं परन्तु जब मानसिक स्वास्थ्य की
बढ़ती उम्र में महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता में बढ़ोतरी के साथ-साथ उच्च अनुसंधान और चिकित्सा विकास के दौर में, स्वास्थ्य जांच की
आधुनिक जीवनशैली और तनाव से भरी दिनचर्या के कारण लोगों में छाती में घबराहट का अनुभव होना आम हो गया है। यह तकलीफ़ न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को
अंडकोष में गांठ की समस्या एक बड़ी समस्या बन गई है जिससे लोग प्रभावित हो रहे हैं। यह समस्या अक्सर लोगों में ज्यादातर उम्र के बाद देखी जाती है,
पीरियड्स को माहवारी भी कहते हैं। पीरियड के दौरान गर्भाशय के अंदर से रक्त और उत्तक योनि के द्वारा बाहर निकलते हैं। आमतौर पर यह महीने में एक बार
भारत में पहला लेजर एंजियोप्लास्टी उपचार भारत के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञों में से एक डॉ. अरुण कल्याणसुंदरम द्वारा रायपुर में किया गया था। इस
बच्चेदानी में सूजन एक आम समस्या हैं जो महिलाओं में अक्सर देखने को मिलती हैं, बच्चेदानी में सूजन को बल्की यूट्रस (Bulky uterus) और गर्भाशय में
गर्भाशय (Uterus) को आमतौर पर महिला की कोख या बच्चेदानी (woman’s womb) के नाम से भी जाना जाता है। औसतन महिला के गर्भाशय का आकार 2.5 इंच से 3-4 इंच