गर्भावस्था के दौरान बड़ा और भारी हो जाता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाएं आमतौर पर वजन बढ़ाती हैं। बढ़े हुए वजन का मांसपेशियों और मुख्य रूप से कमर
प्रजनन स्वास्थ्य का सीधा संबंध हमारे जीवन की गुणवत्ता से है। खासकर महिलाओं के लिए, प्रजनन स्वास्थ्य का अच्छा होना न केवल संतान प्राप्ति के लिए
आईवीएफ एक अद्भुत चिकित्सा प्रक्रिया है जो कई लोगों को माता-पिता बनने का सपना साकार करने में मदद करती है। हालांकि, इसके साथ जुड़े साइड इफेक्ट्स और
फ्रोजन शोल्डर एक ऐसी समस्या है , जिसमे एक्सरसाइज न करने की वजह से पीठ, कमर, गर्दन और कंधे के दर्द जैसी समस्याएं होती हैं। इस समस्या में कंधे की
बचपन का तनाव (Childhood Stress) आज के बच्चों के बीच सामान्य स्वास्थ्य चिंताओं (Health concerns) में से एक के रूप में उभर रहा है। श्रेष्ठता के लिए
वायरल इन्फेक्शन एक ऐसी समस्या है जो आजकल तेजी से फैल रही है और यह बच्चों से लेकर गर्भवती महिलाओं तक सभी के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। हमारे
वर्तमान समय में महिलाओं के यौन स्वास्थ्य को लेकर अनेक परेशानियां देखने को मिल रही हैं जो कि एक बड़ी चिंता का विषय हैं। देखा जाता हैं कि महिलाएं
मेरठ की रहने वाली एक महिला जिनका नाम श्रीमती सुनीता शर्मा हैं वह कुछ दिनों से अच्छा महसूस नहीं कर रही थी। सुनीता जी से पूछे जाने पर पता चला कि
गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान स्त्रियों को कई तरह की परेशानियों से गुज़रना पड़ता है, उन्हीं में से एक होता है फंगल इन्फेक्शन (Fungal Infection) ।
यीस्ट इंफेक्शन (vaginal yeast infection in hindi) कैंडिडा नामक फंगस (Fungus) से होता है। वैसे तो यह कोई बीमारी नहीं है लेकिन अगर