पेट में अल्सर (छाले) के लक्षण, कारण और घरेलु उपचार

पेट में अल्सर आज के समय में लोगों में पेट की समस्या एक आम समस्या है। लेकिन पेट में अल्सर (छाले) होना, पेट के असहनीय दर्द का कारण बन सकते हैं। ये घाव या छाले आम तौर पर H पाइलोरी (Helicobacter pylori) बैक्टीरिया के कारण आई सूजन के परिणामस्वरूप बनते हैं। यह समस्या आंतरिक रक्तस्राव और संक्रमण का कारण भी बन सकती है।

 

पेट में अल्सर क्या होता है

 

पेप्टिक अल्सर (छाले) (Peptic Ulcer) ऐसे घाव होते हैं जो पेट की अस्तर या अंदरूनी परत, ग्रासनली के निचले भाग या छोटी आंत में विकसित होते हैं। ऐसा तब होता है, जब पेट के अम्ल आपके पाचन तंत्र की सुरक्षात्मक परत श्लेष्म को नष्ट करता है। पेट में अल्सर (Peptic Ulcer) का सबसे आम कारण, H पाइलोरी (Helicobacter pylori) बैक्‍टीरिया और लम्बे समय से उपयोग की जाने वाली कुछ दवाएं जैसे – एस्पिरिन और NSAIDs ड्रग्स (nonsteroidal anti-inflammatory drugs) होती हैं। तनाव और मसालेदार खाद्य पदार्थ पेप्टिक अल्सर (छाले) का कारण नहीं बनते हैं, बल्कि ये लक्षणों को बढ़ाने में मदद करते हैं।

 

पेट में अल्सर एक बहुत ही सामान्य स्वास्थ्य समस्या है। पेट में छाले का सबसे सामान्य लक्षण पेट दर्द है। पेप्टिक अल्सर आंतरिक रक्तस्राव का कारण भी बन सकता है।

 

पेट में अल्सर के लक्षण

 

पेट में अल्सर (Peptic Ulcer) का सबसे आम लक्षण पेट में दर्द और जलन है, जो नाभि से छाती तक होती है। यह दर्द कम या बहुत अधिक हो सकता है। कुछ मामलों में, दर्द रात के समय अनिद्रा का कारण बन सकता है। छोटे पेप्टिक अल्सर (छाले) शुरुआती अवस्था में किसी भी तरह के लक्षण प्रगट नहीं कर सकते हैं।

 

पेट में अल्सर (छाले) के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं-

 

  • जी मिचलाना

 

  • उल्टी होना

 

  • उल्टी के साथ खून या काला रंग निकलना

 

  • अस्पष्ट रूप से वजन घटाने लगना

 

  • खट्टी डकार आना

 

  • भूख में परिवर्तन होना

 

  • छाती में दर्द होना

 

  • पेट में सूजन आना तथा जलन महसूस होना

 

  • साँस लेने में कठिनाई महसूस होना

 

  • मल के साथ खून आना या काले रंग का मल

 

  • हार्ट बर्न (Heartburn) की समस्या उत्पन्न होना

 

पेट में अल्सर के कारण

 

विभिन्न प्रकार के कारक पेट, ग्रासनली (एसोफैगस) और छोटी आंत में छाले (अल्सर) (Peptic Ulcer) उत्पन्न करने का कारण बन सकते हैं। इसमें शामिल है:

 

  • एक हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (Helicobacter pylori) नामक बैक्टीरिया, आम तौर पर पेट और छोटी आंत के ऊतकों को ढकने और संरक्षित करने वाली श्लेष्म झिल्ली में रहता है। अक्सर, H पाइलोरी बैक्टीरिया कोई समस्या पैदा नहीं करता है, लेकिन यह अल्सर के कारण पेट की भीतरी परत में सूजन का कारण बन सकता है।

 

  • पेट के कुछ अम्ल पाचन तंत्र की सुरक्षात्मक परत श्लेष्म को नष्ट कर पेट में छाले की समस्या का कारण बन सकते हैं। अतः यह एसिड एक दर्दनाक खुले घाव को पैदा कर सकते हैं जिनसे खून बह सकता है।

 

  • एस्पिरिन (aspirin) और अन्य एंटी-इंफ्लैमेटरी ड्रग्स (anti-inflammatory drugs) का लगातार सेवन (ज्यादातर 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं और पुरुषों में) भी पेट में छाले की समस्या का कारण बन सकता है।

 

  • यह स्पष्ट नहीं है कि H पाइलोरी (H pylori) संक्रमण कैसे फैलता है। इसे करीबी संपर्क से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रेषित किया जा सकता है। लोग H पाइलोरी वायरस को भोजन और पानी के माध्यम से भी ग्रहण कर सकते हैं।

 

  • इसके अतिरिक्त धूम्रपान का सेवन और बहुत ज्यादा शराब पीने के कारण भी पेट में छाले (Peptic Ulcer) की समस्या पैदा हो सकती है।

 

  • विकिरण उपचार और आमाशय का कैंसर भी पेप्टिक अल्सर का कारण बनता है।

 

पेट में अल्सर के लिए घरेलू उपचार

 

दही या प्रोबायोटिक्स का सेवन

 

पेट के छाले के इलाज के लिए प्रोबायोटिक्स (probiotics) युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बहुत फायदेमंद हो सकता है। इन पदार्थों में दही, गेहूं, शकरकंद, आचार, गोभी और पनीर शामिल हैं। दही (yogurt) प्रोबायोटिक्स का बहुत अच्छा स्त्रोत है। अल्सर में दही का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है।

 

दूध का सेवन

 

किसी भी व्यक्ति के लिए दूध पीना, अल्सर के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन दूध की अधिक मात्रा, बाद में अतिरिक्त एसिड उत्पादन का कारण बन सकती है, जिससे दर्द बढ़ सकता है। दूध पीने के बारे में अपने डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए।

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