आंखों के आसपास सूजन ऊतक में द्रव जमा होने के कारण हो सकती है। जब यह समस्या होती है तो उस वक़्त की आंखों में दर्द हो सकता है। हालांकि, कुछ मामलों में यह दर्द का कारण नहीं बनता है। पलकों में सूजन आने के कई सामान्य और गंभीर कारण हो सकते हैं, जो आंखों में संक्रमण, एलर्जी आदि हो सकती है। पलकों पर सूजन का इलाज करना बहुत जरूरी है।
पलकों की सूजन, जिसे चिकित्सकीय भाषा में ब्लेफेराइटिस के नाम से जाना जाता है, यह एक प्रकार का संक्रमण है जो आमतौर पर आंखों में होता है। यह संक्रमण कंजक्टिवाइटिस के ज्यादातर मामलों में देखा जाता है। दरअसल ब्लेफेराइटिस बचपन में शुरू हो सकता है यदि इसका इलाज समय पर नहीं किया गया तो यह जीवन भर रह सकता है। कुछ मामलों में, पलकों में सूजन की समस्या गंभीर हो जाती है और इसे ब्लेफेराइटिस का बाद का चरण कहा जाता है। यदि आपको आंखो से जुड़ी कोई भी समस्या है तो आपको तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए डॉक्टर से कंसल्ट करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
पलकों में सूजन के लक्षण क्या है? (What are the symptoms of blepharitis in Hindi)
- आंखो का लाल होना
- खुजली होना
- जलन
- पलक पर खुजली होना
- सूजन के साथ-साथ पलकें लाल हो जाना
- आंखों के आस-पास पपड़ी बनकर उतरना
- आंखो में गंदगी जमना
- रौशनी को सहन न कर पाना (रोशनी के प्रति संवेदनशीलता)
- पलकों के बाल उतरने लगना
पलकों की सूजन का इलाज (Treatment of blepharitis in Hindi)
पलकों की सूजन को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। इसका इलाज होने के बाद भी, यह फिर से विकसित हो सकता है। हालांकि, ब्लेफेराइटिस के लिए उपलब्ध उपचारों में शामिल हैं:
पलकों की सूजन का इलाज करने के लिए पलकों को साफ रखना बहुत जरूरी है। आपकी पलकों को साफ करने के लिए आपका डॉक्टर आपको बेबी शैम्पू या एक विशेष आईलिड क्लीनर का इस्तेमाल करने के लिए कहा जा सकता है। इसके साथ ही आपको पलकों को धोने का सही तरीका भी समझाया जा सकता है।
दवाएं: यदि डॉक्टर यह निर्धारित करता है कि पलकों की सूजन किसी जीवाणु के संक्रमण के कारण हुई है, तो इलाज के रूप में कुछ एंटीबायोटिक्स दिए जा सकते हैं। आपका डॉक्टर इन दवाओं को गोलियों या इंजेक्शन के रूप में दे सकता है।
आई ड्रॉप्स: अगर सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस या रोसैसिया जैसी समस्याओं के कारण पलको में सूजन आ जाती हैं, तो इस स्थिति के इलाज के लिए लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप्स और कृत्रिम आँसू (artificial tears) का उपयोग किया जा सकता है।
पलकों की सूजन के इलाज के लिए बेस्ट हॉस्पिटल (Best hospital for blepharitis in Hindi)
यदि आप इनमें से किसी भी अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9654030724) पर संपर्क कर सकते हैं।
ब्लेफेराइटिस कितने लोगों में देखने को मिलता है? (How common is blepharitis in Hindi)
यह रोग बचपन में विकसित होता है और जीवन भर रह सकता है, या यह वयस्कता के दौरान भी शुरू हो सकता है। हालांकि, कुछ रूप, जैसे स्टेफिलोकोकल ब्लेफेराइटिस, मुख्य रूप से महिलाओं (80% मामलों) को ज्यादा प्रभावित करते हैं। एक हालिया सर्वेक्षण जिसमें प्रतिभागियों के रूप में नेत्र रोग विशेषज्ञ और ऑप्टोमेट्रिस्ट थे, ने बताया कि वे लगभग आधे रोगियों में ब्लेफेराइटिस के लक्षण दिखाते हैं। हमने आपको इसके लक्षणों के बारे में बता दिया है।
क्या विभिन्न प्रकार के ब्लेफेराइटिस हैं? (Are there different types of blepharitis in Hindi)
ब्लेफेराइटिस को आपकी पलकों पर इसके स्थान से परिभाषित किया जाता है। इसके दो प्रकार होते हैं:
एंटीरियर ब्लेफेराइटिस (Anterior blepharitis): तब होता है जब पलक के सामने का बाहरी भाग, जहां से पलकें निकलती हैं, लाल और सूजी हुई होती हैं।
पोस्टीरियर ब्लेफेराइटिस (Posterior blepharitis): शायद अधिक सामान्य प्रकार, तब होता है जब पलक के नीचे में तेल (मेइबोमियन) ग्रंथियां गलत तरीके से तेल का उत्पादन करती हैं।
पलकों की सूजन का निदान कैसे किया जाता है? (How is blepharitis diagnosed in Hindi)
ब्लेफेराइटिस के निदान के दौरान, डॉक्टर पहले आपकी आंखों की बारीकी से जांच करते हैं और इस दौरान सूजन की गंभीरता का अनुमान लगाया जाता है। इसके साथ ही मरीज से अन्य लक्षणों के बारे में पूछा जाता है। आमतौर पर, आंखों के आसपास पपड़ी बनने की समस्या का निदान ब्लेफेराइटिस के रूप में किया जाता है।
हालांकि कुछ टेस्ट के नमूने लिए जाते हैं और उन्हें जांच के लिए लैब में भेजा जाता है। इस नमूने की मदद से डॉक्टर संक्रमण और अन्य समस्याओं का पता लगाने में सक्षम होते हैं, जो इस बात की जानकारी देते हैं कि पलकों में सूजन किस कारण से हो रही है।
पलकों की सूजन और सूजी हुई आँखों की सूजन में क्या अंतर है? (What is the difference between blepharitis and swollen eyes in Hindi)
“पलकों की सूजन” का अर्थ “आँखों की सूजन ” नहीं है। दोनों शब्द अलग-अलग स्थितियों से संबंधित हैं:
पलकों की सूजन, या आंखों के आसपास सूजन, एलर्जी, संक्रमण या चोट के कारण होने वाली एक समस्या है। पलकों की सूजन केवल एक आंख में या दोनों आंखों में हो सकती है।
आंखें की सूजन आमतौर पर नींद की कमी, उम्र बढ़ने के साथ टिश्यू के ढीलेपन और सामान्य जल प्रतिधारण से संबंधित होती हैं। यदि आपकी आंखें सूज गई हैं, तो यह आमतौर पर दोनों आंखों को प्रभावित करती है।
हमने आपको पलकों की सूजन से जुड़ी कुछ बातें बताई है और इसका इलाज कैसे हो सकता है यह भी बताया है। यदि आप इससे सम्बंधित किसी भी तरह की जानकारी चाहते हैं तो इसके लिए आप यहाँ क्लिक करें या आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9654030724) पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें Connect@gomedii.com पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।
Disclaimer: GoMedii एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।