बैक पेन (Back Pain) की समस्या में कुछ लोगों को कमर दर्द के साथ एड़ियों और मांसपेशियों (Muscles) में सूजन की भी शिकायत होती है। कुछ को कमजोरी तो किसी को बैक पेन के साथ-साथ यूरिन में ब्लड आने की शिकायत भी हो जाती है।
बैक पैन के कारण
इस बारे में हम थोडा बात करते है क्योंकि शरीर का अस्वस्थ होने में जितना योगदान पर्यावरण सम्बन्धी कारणों का है उस से कंही अधिक योगदान हमारी बदली जीवनशैली है इसलिए आप इन आदतों को बदल कर ‘बैक पेन’ से निजात पा सकते है ।
लम्बे समय तक बैठना
चूँकि हमारे शरीर में किसी भी अंग के मुकाबले हमारे सिर का भार सबसे अधिक होता है और सबसे ज्यादा हम इस्तेमाल भी इसे ही करते है । ऐसे में हमारे सिर की गतिशीलता को बनाये रखने के लिए हमारे रीढ़ की हड्डी (Spinal Cord) को बहुत मेहनत लगती है जिसके कारण अगर हम पूरा दिन एक ही स्थिति में बैठे रहते है या कंप्यूटर डिवाइस पर काम करते हुए दिन के काफी घंटे हम बिताते है तो ऐसे में हमारी मांसपेशिया थक जाती है जबकि अगर लम्बे समय तक अपनी इस आदत को नहीं बदलते है तो यही दर्द और थकान जो है वो स्थायी हो जाती है जिसका खामियाजा हमे बैक पैन के रूप में भुगतना पड़ता है।
व्यायाम करने के दौरान सावधानी बरते
जब भी आप टीवी या किसी पत्र पत्रिका में दिए व्यायाम (Exercise) के स्टेप्स को फॉलो करते है तो ध्यान रखें आपके शरीर में कोई असुविधा नहीं हो रही हो और ऐसे में किसी प्रशिक्षक की मदद लेना भी अच्छा विचार है क्योंकि गलत तरीके से किया गया व्यायाम आपके शरीर को कई तरह की परेशानियाँ दे सकता है जिसमे आपका बैक पैन (Back Pain) सबसे पहले आता है |
ज्यादा वजन ना उठाये
मोटे लोगो में अक्सर बैक पैन (Back Pain) की परेशानियाँ अधिक देखने को मिलती है इसलिए आप अपने वजन को अपनी लम्बाई के अनुसार संतुलित रखने की कोशिश करें एक युवा व्यक्ति के शरीर का अपेक्षित वजन उसकी लंबाई के अनुसार होना चाहिए, जिससे कि उसका शारीरिक गठन अनुकूल लगे। शरीर के वजन को मापने के लिए सबसे साधारण उपाय है बॉडी मास इंडेक्स और यह शरीर के व्यक्ति की लंबाई को दुगुना कर उसमें वजन किलोग्राम से भाग देकर निकाला जाता है।
बैक पैन के लक्षण
- जैसा की इसके नाम से ही पता चल रहा है तो इसका मुख्य लक्षण यही है कि इसमें आपको कमर के नीचे हिस्से में दर्द होने लगता है.
- आपको सोते वक़्त करवट बदलने, भरी सामान उठाने और उठने बैठने में दिक्कत होने लगती है.
- रोगी को ऐसा लगने लगता है जिसे की उसकी कमर में लचक आ गयी है.
- आप अधिक देर तक एक जगंह नही बैठ पाते बल्कि आपका मन बार बार सोने या लेटे
रहने का ही करता है. - आपको जल्दी थकान होने लगती है और आपका स्वभाव चिडचिडा हो जाता है.
बैक पैन के घरेलु उपाए
- ऑफिस में घंटों एक ही पोजीशन में बैठने की वजह से लोगों को कमर में दर्द होने लगता है जो बढ़कर गंभीर बीमारी का रूप धारण कर लेता है। इस वजह से लोग पेनकिलर दवाओं का सेवन करने लगते हैं जिससे उस समय तो दर्द से राहत मिल जाती है लेकिन इससे शरीर को काफी नुकसान पहुंचता है। ऐसे में कुछ आसान तरीके अपनाकर कमर दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है।
- 4 से 5 चम्मच नमक कढ़ाई में डालकर गर्म कर लें. इस गर्म नमक को एक मोटे सूती कपड़े में बांधकर पोटली बना लें. अब इस पोटली से कमर की सिकाई करें. दर्द में आराम मिलता है.
- गर्म तवे पर अजवाइन (Celery) को सेंक लें. ठंडा होने पर इसे धीरे-धीरे चबाकर निगल जाएं. इसके नियमित सेवन से बैक पैन में लाभ मिलता है.
- लगातार ज्यादा समय तक एक ही पोजीशन में बैठकर काम ना करें. बीच-बीच में उठ कर थोड़ा टहल लें. इससे कमर पर दबाव कम पड़ता है.
- खानपान का खास ध्यान रखें. क्योंकि कैल्शियम (Calcium) की कमी से भी हड्डियां कमजोर होने लगती है. इसलिए कैल्शियम युक्त चीजों का सेवन अवश्य करें.
- कुर्सी पर बैठकर जब कभी भी आप काम करें, तो ध्यान रखें की पीठ को कुर्सी पर इस तरह टिकाएं कि वह हमेशा सीधी रहे. गर्दन को सीधा रखने के लिए कुर्सी में पीछे की ओर मोटा तोलिया मोड़ कर लगाया जा सकता है.
- अगर आपको बैक पैन (Back Pain) की शिकायत है तो कभी भी भारी वजन उठाते समय या जमीन से किसी भी चीज को उठाते समय एकाएक से कमर के बल ना झुकें. बल्कि घुटने को मोड़कर नीचे झुकें और जब हाथ नीचे सामान तक पहुंच जाए तो उसे उठाकर घुटने को पहले सीधा करते हुए फिर खड़े हो जाएं.
- साथ ही बैक पैन से छुटकारा पाने के लिए सैर करना, स्विमिंग करना या साइकिल चलाना भी एक सुरक्षित व्यायाम (Exercise) है. जो कमर दर्द के लिए काफी लाभकारी है. ध्यान रखें कि साइकिल चलाते समय अपनी कमर को सीधी रखें. व्यायाम करने से मांस पेशियों को ताकत मिलती है. तथा वजन भी नहीं बढ़ता है.
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