ब्रेन हेमरेज
आज दुनियाभर में खतरनाक एवं जानलेवा बीमारियों ने लोगो को परेशान करने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। दूषित खान पान और लोगो की जीवनशैली इसका एक प्रमुख कारण बन रही हैं। तो आज हम ऐसे ही एक जानलेवा और घातक बीमारी के बारे में बात करेंगे जिसका नाम है ब्रेन हेमरेज।
आप सब जानते होंगे की मस्तिष्क हमारे शरीर को नियंत्रण में रखता है और दिमाग का सीधा प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है। ऐसे में अगर हमारे मस्तिष में कोई दिक्कत जन्म ले रही है तो यह एक खतरे की घंटी है।
क्या होता है ब्रेन हेमरेज ?
जब आघात से रक्त मस्तिष्क के ऊतकों को परेशान करता है, तो यह सूजन का कारण बनता है। इसे सेरेब्रल एडिमा के रूप में जाना जाता है। जमा हुआ रक्त एक द्रव्यमान में इकट्ठा होता है जिसे हेमेटोमा कहा जाता है। ये स्थितियाँ पास के मस्तिष्क के ऊतकों पर दबाव बढ़ाती हैं, और जो महत्वपूर्ण रक्त प्रवाह को कम करती हैं और मस्तिष्क कोशिकाओं को मारती हैं।
मस्तिष्क में रक्तस्राव क्यों होता है?
ब्रेन हेमरेज के बहुत से कारण हैं, आइये इन पर नज़र डालते हैं
1. उच्च रक्त चाप
रक्त चाप का बढ़ा हुआ या कम हुआ होना आपके मस्तिष्क पर गलत प्रभाव डालता है। अगर आप यह बहुत लम्बे समय से अनुभव कर रहे हैं तो आप खतरे में हैं।
2. अनुरिस्म
इसे रक्त वाहिका पर कमज़ोरी और उन वाहिकाओं की दीवार में सूजन से सम्भोधित किया जाता है। यह आपके दिमाग में फट सकता है और खून लीक होने के कारण आपको ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है।
3. रक्त वाहिकाओं में असामान्यताएं
यह असमानताएं मस्तिष्क में रक्त वाहिकाओं की कमज़ोरी को दर्शाता है। यह जन्म से आपके साथ हो सकता है परन्तु पता सिर्फ तब चल पाता है जब इसके सिम्पटम्स का अनुभव हो।
4. माइलॉयड एंजियोपैथी
बढ़ती उम्र और हाई ब्लड प्रेशर से रक्त वाहिकाओं में आयी कमज़ोरी और असमानताओं को माइलॉयड एंजियोपैथी कहते हैं। बड़ा खतरा देने से पहले यह अवस्था कई बार आपके मस्तिष्क में हलके हलके खून के चक्के बनाकर आपको परेशानी में डाल सकता है।
इनके अलावा भी कई कारण है जिनसे आपको ब्रेन हेमरेज का खतरा होता है जैसे जिगर की बीमारी,
ब्रेन ट्यूमर और दिमागी चोट। मस्तिष्क में आया हल्का सा झटका भी कई बार घातक साबित हो सकता है। इससे बचने के लिए आपको सतर्क रहने और छोटी से छोटी परेशानी के लिए डॉक्टर से ज़रूर कंसल्ट करें। समय रहते इलाज करवाना ही इसका एक उपाय है।
अब आप सोच रहे होंगे की अगर आपको यह दिक्कत तो आप कैसे पता लगा सकते हैं।
पता लगाने के लिए अपने शरीर में इन सिम्पटम्स को पहचानने की कोशिश करीये और अगर इनमे से कुछ सिम्पटम्स आप महसूस कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- हाथ या पैर में कमजोरी
- उलटी अथवा मितली
- घटी हुई सतर्कता; सुस्ती
- दृष्टि में परिवर्तन
- झुनझुनी या सुन्नता
- बोलने या समझने में कठिनाई
- निगलने में कठिनाई
- लिखने या पढ़ने में कठिनाई
- ठीक मोटर कौशल का नुकसान, जैसे हाथ कांपना
- समन्वय की हानि
- संतुलन की हानि
- स्वाद की असामान्य भावना
मस्तिष्क में कोई भी परेशानी छोटी नहीं होती है और इसे नज़रअंदाज़ करने की गलती कदापि न करें। ऐसी किसी परेशानी के होने में विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करके अपनी अवस्था के बारे में जाने और इलाज करवाएं, आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें Connect@gomedii.com पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।
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