जिन्हें डायबिटीज होती है उन्हें नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर टेस्ट कराते रहना चाहिए। लेकिन अब सवाल ये उठता है की ब्लड शुगर टेस्ट कैसे और कब कराना चाहिए ? यह सवाल आपके मन में उठना लाज़मी है, क्योंकि ब्लड शुगर का लेवल बिगड़ने पर एक डायबिटीज के मरीज का पूरा स्वास्थ्य बिगड़ जाता है। आज कल ऐसे बहुत से लोग है जो अपने घर पर ही ब्लड शुगर टेस्ट करते हैं इसके लिए आपके पास ब्लड शुगर टेस्ट करने वाला यंत्र होना चाहिए जोकि आसानी से बाजार में या ऑनलाइन मिल जाता है।
ब्लड शुगर क्या है?
जब कोई व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित होता है तो उसके पीछे की वजह यही होती है। उसका ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। दरअसल मानव शरीर के खून में ग्लूकोस होता है यही उसकी कोशिकाओं के लिए ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत होता है और आप जितना भी कार्बोहायड्रेट लेते है, यह उसे ग्लूकोस में परिवर्तित कर देता है। आज के समय में लोगों का खान-पान खराब होने की वजह से ही उन्हें इस बीमारी का शिकार होना पड़ता है।
ब्लड शुगर बढ़ने के कारण
- बिल्कुल भी शारीरिक श्रम ना करना,
- फास्ट फ़ूड का सेवन ज्यादा करना,
- पेय पदार्थ में मीठे का सेवन ज्यादा करना,
- तेल और चिकनाई वाला भोजन ज्यादा करना,
- अधिक उम्र होना,
- अधिक मोटे होना,
- घर में पहले किसी को डायबिटीज होना,
- ब्लड प्रेशर की समस्या होना।
ब्लड शुगर टेस्ट क्यों करना चाहिए
आपको दिन में कई बार अपने ब्लड शुगर की जाँच करने की जरुरत हो सकती है, खासकर कि भोजन से पहले या व्यायाम करने के बाद, सोते समय, ड्राइविंग से पहले, और जब आपको लगता है कि आपके रक्त में शर्करा का स्तर कम है।
हर व्यक्ति का शरीर अलग है और उसे अलग-अलग तरह की समस्याएं होती है, इसलिए अपने डॉक्टर से पूछें कि आपको अपनी ब्लड शुगर की जाँच कब और कितनी बार करनी चाहिए। यदि आप एक डायबिटीज के मरीज है, तो आपको संभवतः अपने ब्लड शुगर अधिक बार टेस्ट करना होगा। दरअसल इस टेस्ट के द्वारा ये पता लगाया जाता है कि आपके ब्लड में शुगर की कितनी मात्रा होती है। अगर ये बढ़ती है, तो इससे आपको डायबिटीज होने का खतरा रहता है।
ब्लड शुगर टेस्ट से डायबिटीज के लिए उपयोगी जानकारी प्राप्त होती। यह हमारे स्वास्थ्य के बिगड़ने से पहले कुछ संकेत देता है :
ब्लड शुगर टेस्ट कराने से आप अपनी डायबिटीज को दवाओं से कंट्रोल कर सकते हैं। उच्च या निम्न ब्लड शुगर के स्तर की जाँच करने से अपने समग्र उपचार के लक्ष्यों तक पहुँचने में और अपने स्वास्थ्य को ट्रैक पर रख सकते है। आप अपने आहार और व्यायाम से रक्त शर्करा के स्तर को कैसे प्रभावित करते हैं इस बात का ध्यान आपको नहीं होता है।
ब्लड शुगर बढ़ने के लक्षण
- शरीर में कमजोरी होना : ऐसा आपके साथ तब भी होता है जब आप काफी समय तक भूखे रहते हैं, इसकी वजह से आपको पूरे शरीर में कमजोरी महसूस होने लगती है।
- वजन बढ़ना : इंसान का शरीर चीनी को ऊर्जा में परिवर्तित करने में सक्षम नहीं होता है, जिसके कारण आपके पेट या कमर के आसपास मास इकट्ठा होने लगता है। इसके कारण शरीर में मोटापा बढ़ने लगता है।
- बार-बार बीमार होना : इसका संबंध आपके इम्यून सिस्टम से होता है जब आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है, तो इसकी वजह से ही आप बीमार होते हैं।
- थकान रहना : जब आपके शरीर में शुगर बढ़ती है तो आपके शरीर में ऊर्जा भी कम होने लगती है। आपको बता दें की चीनी शरीर की सारी ऊर्जा को अवशोषित कर लेती है, जिससे आपको थकान महसूस होती है।
- आँखों की रौशनी कम होना : ऐसे बहुत से लोग है जिन लोगों की आँखों की रौशनी बहुत तेजी से कम होने लगती है, लेकिन वह इसे नज़रअंदाज़ करते हैं।
- नींद में कमी : भोजन में चीनी की मात्रा अधिक होने पर आप ठीक से सो नहीं पाते हैं। इसके अलावा, रोजाना चीनी का अधिक सेवन अनिद्रा का कारण भी बन सकता है।
- ज्यादा तनाव लेना : तनाव आपको कई बीमारियों का शिकार बनाता है। ऐसे बहुत से लोग है जो तनाव लेते है और अपने स्वास्थ्य को ख़राब करते हैं।
- इम्यून सिस्टम कमजोर होना : यदि किसी व्यक्ति का इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है तो वह बहुत जल्दी बीमार होता है।
- शरीर में सूजन होना : जब शरीर में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, तो बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इसके कारण खाना खाने के बाद पेट में दर्द, गैस, पेट फूलना और पेट में सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- त्वचा पर झुर्रियां पड़ना : जब भी हम त्वचा की बता करते हैं तो सबसे पहले आपको अपने चेहरे का ख्याल आता है। आपकी आँखों के नीचे झुर्रियां पड़ने लगती है और आँखों के नीचे काला पड़ने लगता है।
इन सभी लक्षणों को ध्यान में रख कर आपको अपना ब्लड शुगर टेस्ट कराना चाहिए, क्योंकि ये आपकी ब्लड शुगर बढ़ने के लक्षण होते हैं। अगर आप इसका ध्यान रखेंगे तो इस तरह की बेमारी से बचे रहेंगे। अब आपको ये समझ आ ही गया होगा की आपको ब्लड शुगर टेस्ट कैसे और कब कराना चाहिए। क्योंकि इसका सीधा संबंध आपके स्वास्थ्य से होता है।
ब्लड शुगर टेस्ट कैसे किया जाता है ?
ब्लड शुगर टेस्ट करने के लिए एक छोटी सुई का उपयोग करके उसे आपकी बांह की एक नस से रक्त का सैंपल लिया जाता है। इसके बाद सुई डाले जाने के बाद, रक्त की एक छोटी मात्रा को टेस्ट ट्यूब या शीशी में एकत्र किया जाता है। जब सुई अंदर या बाहर जाती है तो आपको थोड़ा डंक लगने जैसा महसूस होता है।
यदि आपको मधुमेह है, तो आपका अपने स्वास्थ्य की देखभाल खुद भी करनी चाहिए। आपके रक्त शर्करा की जाँच के लिए एक किट की जरुरत पड़ सकती है या तो आप अपने नजदीकी चेकअप सेंटर जा सकते हैं। ब्लड शुगर की जाँच के लिए आपके रक्त की एक बूंद ही काफी होती है। यदि आपके पास किट है तो आप घर पर ही इसकी जाँच कर सकते हैं। यदि आपको इसमें कुछ भी बदलाव महसूस होता है तो आप हमारे डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
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