भारत में कार्डियक कैथीटेराइजेशन की लागत क्या है।

कार्डियक कैथीटेराइजेशन एक महत्वपूर्ण डायग्नोस्टिक और चिकित्सा प्रक्रिया है जो दिल के रोगो को समझने में मदद करती हैं और इसके माध्यम से उपचार करने में सहायता प्रदान करती हैं। इस प्रक्रिया की मदद से डॉक्टर हृदय और धमनियों की स्थिति को जाँच कर सकते हैं तथा हृदय के किसी भी रोग का पता लगा सकते हैं।

 

 

कार्डियक कैथीटेराइजेशन एक प्रक्रिया हैं जिसमें हृदय की जाँच करने के लिए कैथेटर को पेशीय प्रणाली में डाला जाता हैं यह एक चिकित्सा प्रक्रिया हैं जिसका उपयोग विभिन्न हृदय समस्याओं का पता लगाने और उनका उपचार करने के लिए करी जाती हैं। इस प्रक्रिया के द्वारा हृदय की वास्कुलर सिस्टम की विभिन्न आतंरिक संरचनाओं को देखा जा सकता हैं और हृदय रोगो का मूल्यांकन किया जा सकता हैं।

 

 

 

कार्डियक कैथीटेराइजेशन की प्रक्रिया से पहले जाँच किस प्रकार होती हैं ?

 

 

 

कार्डियक कैथीटेराइजेशन से पहले की जाँच कई तरीको से की जा सकती हैं जैसे की –

 

 

  • फिजिकल एग्जाम: फिजिकल एग्जाम के द्वारा शरीर की जाँच करी जाती हैं इसमें रक्तचाप, नज़र, ध्वनि, दिल की धड़कन, संबंधी कई चीज़ो की जाँच करी जाती हैं।

 

 

  • एलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी: एलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी एक साधारण परीक्षण है जिसका उपयोग आपके दिल की लय (Heart rhythm) और विद्युत गतिविधि (electric signal) की जांच के लिए किया जा सकता है। इसे ईसीजी (ECG) और ईकेजी (EKG) के नाम से भी जाना जाता है।

 

 

  • ब्लड टेस्ट: रक्त परिक्षण उचित रक्तचाप, रक्त सक्रियता, लिपिड प्रोफाइल, खून की गमी का मापन, और अन्य रोगों के लक्षण जाँच करने के लिए किया जाता हैं।

 

 

  • इकोकार्डियोग्राफी: यह ऐसा टेस्ट है जो हार्ट को हर तरीके से जांच करने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करता है उसे इकोकार्डियोग्राफी कहते है । उससे जो डायग्राम बनता है वो इको यानी इकोकार्डियोग्राम के रूप में जाना जाता है |

 

 

भारत में कार्डिएक कैथीटेराइजेशन की लागत क्या है?

 

 

कार्डिएक कैथीटेराइजेशन की लागत विभिन्न कारणों पर निर्भर करती हैं, जैसे की रोगी की स्थिति, अस्पताल का क्षेत्र, और उपयोग किए जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता तथा इसकी लागत विभिन्न अस्पतालों और शहरों में भी अलग हो सकती हैं। आमतौर पर कार्डिएक कैथीटेराइजेशन की कुल लागत भारत में 50 ,000 से 1,00,000 रुपये तक हो जाती हैं यदि आपको कार्डिएक कैथीटेराइजेशन की लागत के अधिक जानकारी प्राप्त करनी हैं तो डॉक्टर से संपर्क करे।

 

 

कार्डिएक कैथीटेराइजेशन के बाद देखभाल कैसे करें?

 

 

कार्डिएक कैथीटेराइजेशन का बाद देखभाल करना मह्त्वपूर्ण होता हैं। यदि किसी व्यक्ति का कार्डिएक कैथीटेराइजेशन होता हैं तो उससे अपनी देखभाल कुछ इस प्रकार करनी चाहिए जैसे की –

 

 

  • कार्डिएक कैथीटेराइजेशन के बाद कुछ समय के लिए अस्पताल में रहना पड़ता हैं तथा डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाइयों का सेवन करना चाहिए। कार्डिएक कैथीटेराइजेशन के बाद मरीज को अपना ख्याल अवश्य रखना चाहिए |

 

 

  • कार्डिएक कैथीटेराइजेशन के बाद शरीर में थकान और कमजोरी हो सकती हैं इसलिए प्रारंभिक दिनों में ज्यादा आराम करना चाहिए तथा व्यायाम या शारीरिक क्रियाओं को रोके।

 

 

  • मरीज को डॉक्टर द्वारा बताए गए नियमों का पालन करना चाहिए जिसमें की दवाइयों का सेवन, घरेलु इलाज, आहार और अन्य उपचारों का सही से पालन करना चाहिए।

 

 

  • कार्डिएक कैथीटेराइजेशन के बाद रक्त संचार को ध्यान से देखना चाहिए इसके लिए मरीज को डॉक्टर द्वारा दवाइयों का सेवन करना होगा साथ ही मरीज को रक्त प्रवाह के लक्षण जैसे की घबराहट, सांस लेने में तकलीफ, छाती में दर्द महसूस हो सकते हैं तो वह डॉक्टर से अवश्य संपर्क करे।

 

 

 

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