चेचक और चिकनपॉक्स के बीच अंतर क्या है ?

कई लोगों को चेचक और चिकनपॉक्स (Chickenpox) के बीच अंतर क्या है इसका पता नहीं होता है। भारत में ऐसी कई जगह है, जहां चेचक को (छोटी माता के नाम) से जाना जाता है और चिकनपॉक्स को बड़ी माता के नाम से जाना जाता है। ये दोनों ही बीमारी वैरिकाला-ज़ोस्टर वायरस के कारण होने वाला एक इन्फेक्शन है। यह एक बेहद संक्रामक बीमारी है। जिसमें शरीर पर बहुत खुजली और लाल धब्बे पड़ जाते हैं। यह बच्चों के लिए सबसे आम संक्रामक रोगों में से एक माना जाता है। इसके लक्षण लगभग एक समान ही होते है।

 

चेचक और चिकनपॉक्स के बीच अंतर के लक्षण

 

चेचक और चिकनपॉक्स (Chickenpox) के बीच अंतर के लिए आप डॉक्टर की सलाह भी ले सकते है। चेचक होने पर इसके दाग चेहरे, पैर, हाथ पर ज्यादा होते है। जबकि चिकनपॉक्स होने पर इसके चकत्ते पीठ पर जायदा होते है और यह थोड़े बड़े भी होते है।

 

चेचक के लक्षण 

 

  • अधिक थकान
  • तेज पीठ दर्द
  • बुखार
  • बेचैनी
  • उलटी आना

 

चिकनपॉक्स (Chickenpox) के लक्षण 

 

  • बुखार
  • कम भूख लगना
  • गले में सूखापन
  • सिरदर्द
  • बदन दर्द
  • शरीर में अधिक खुजली होना
  • लाल रेशज

 

चिकनपॉक्स (Chickenpox) और चेचक ज्यादातर गर्मियाँ में ही होने का खतरा होता है, क्योंकि गर्मियों के समय ही इसके वायरस काफी सक्रीय होते है। इसलिए गर्मियों में आपको ज्यादा सावधान रहने की जरुरत है।

 

चेचक और चिकनपॉक्स के बीच अंतर और क्या है कारण

 

चेचक के कारण 

 

  • चेचक वाले व्यक्ति को छूने से चेचक होती है।
  • चेचक वाले व्यक्ति के करीब रहना

 

चिकनपॉक्स (Chickenpox) के कारण 

 

  • चिकनपॉक्स का टिका न लगना
  • चिकनपॉक्स पहले नहीं होना

 

चिकनपॉक्स (Chickenpox) और चेचक के बीच अंतर

 

दोनों में ज्यादा अंतर तो नहीं है, लेकिन ये संक्रमण ज्यादातर बच्चों को ही जल्दी होता है। इसलिए बच्चों को इससे ज्यादा सावधान रहने की जरुरत होती है। दरअसल कई जगह चेचक को छोटी माता और चिकनपॉक्स (Chickenpox) को बड़ी माता भी कहा जाता है।

 

चेचक और चिकनपॉक्स (Chickenpox) के बीच अंतर और इससे बचाव

 

यदि किसी बच्चे या बड़े को चेचक या चिकनपॉक्स हुआ है, तो एक बार तो उसे डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। यदि आपको या अपके अपने बच्चे को चिकनपॉक्स (Chickenpox) का टीका नहीं लगवाया है, तो एक बार इसका टिका जरूर लगवाए। क्योंकि इसका संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है। ज्यादातर मामलों में ये देखा गया है की जिन्हें ये नहीं हुआ है उन्हें एक बार ये जरूर होता है।

 

चेचक और चिकेनपॉक्स (Chickenpox) के बीच अंतर, तो आप सब समझ ही गए होंगे। लेकिन इन दोनों बीमारियों के होने पर आप, अपने नाख़ून से बिल्कुल भी खुजली न करें, इससे इसके बढ़ने के आसार भी ज्यादा होते है। और बार-बार खुजली करने से आपको अपनी त्वचा पर जलना भी होने लगती है। आप रोज नहा सकते है, लेकिन अगले दिन आपका तौलिया धूलकर ही इस्तेमाल करें, वरना इसके संक्रमण और फैलते है।

 

आयुर्वेदिक उपाए 

 

  • तुलसी के पांच पत्ते, पांच मुनक्का और एक बड़ी पीपल का पेस्ट बना ले उसके बाद इसका सेवन दिन में 1, 2 चम्मच सुबह शाम करें।

 

  • गिलोय की एक लम्बी बेल लें और इसे पीस लें और उसके बाद उसे उबाल कर ठंडा होने दें, उसके बाद उसे अपने शरीर पर लगाए।

 

  • एक दम ताजा शहद ले और उसको अपने शरीर पर लगाए इससे भी चेचक और चिकनपॉक्स (Chickenpox) में काफी आराम मिलेगा, इसमें एंटी-बायोटिक (Antibiotics) गुण पाए जाते है।

 

  • नीम के पत्तो को पीस कर पानी के साथ पूरे शरीर पर लगाए। यदि आप नीम के पत्तो को पानी में उबाल ले उसके बाद उस पानी से नहाए, तो इससे भी आपको काफी फायदा होगा।

 

यदि आप इन उपायों को भी करेंगे तो इससे भी आपको काफी फायदा होगा और जल्द से जल्द चेचक और चिकनपॉक्स से निजात मिल जाएगी। इस लेख में हमने आपको चेचक और चिकेनपॉक्स (Chickenpox) के बीच अंतर को समझाया है।

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