घुटनों के गठिया रोग का उपचार

 

घुटनों का आर्थराईटिस एक आम प्रकार का ओस्टियो आर्थराईटिस होता है और घुटनों के गठिया रोग को जोड़ों का “अपकर्षक रोग” भी कहा जाता है। घुटनो का गठिया रोग ज्यादातर वयस्कों को होता है, वयस्कों में बढ़ती उम्र की वजह से उनकी हड्डियां कमजोर हो जाती है जिस वजह से यह रोग उनमें अधिक पाया जाता है और जिनका वज़न आवश्यकता से अधिक होता है उनमे भी यह रोग होने की संभावना होती है।

 

आर्थराईटिस रोग अनुवांशिक भी होता है, मतलब कि यह रोग पीढ़ी दर पीढ़ी जारी रहता है। घुटनों के संधिशोथ के अन्य कारण हैं, जैसे की – घुटने में चोट, अस्थिबंध को हानि, और जोड़ के आसपास की हड्डी का टूटना।

 

 

घुटनों के संधिशोथ के लक्षण

 

 

घुटनों के आर्थराइटिस के आम लक्षण इस प्रकार हैं –

 

  • गतिविधि के कारण पीड़ा

 

  • घुटनों में अकड़न

 

 

  • जोड़ों की विकृति

 

घुटनों के गठिया रोग का उपचार शारीरिक जांच और एक्स रे से करनी चाहिए और अगर समस्या अधिक बढ़ जाती है, तो आपको ऑपरेशन कराने की आवश्यकता पड़ सकती है। हर रोगी पर एक ही तरह का इलाज कारगर नहीं होता, और अपने लिए सही इलाज की सलाह अपने चिकित्सक से लेना ज़रूरी होता है।

 

 

घुटनों के गठिया रोग का उपचार

 

 

वज़न कम करना

अगर आपके घुटने में गठिया रोग की समस्या है या जोड़ो में दर्द की समस्या रहती है, तो आपको अपने वजन को नियंत्रण में रखना होगा। अधिक वजन होने की वजह से यह रोग होता है, इसलिए संतुलित आहार और नियमित रूप से एक्सरसाइज करे और अपने वजन को बढ़ने न दे।

 

एक्सरसाइज करें

ऑस्टियोआर्थराइटिस के दर्द को दूर करने के लिए एक्सरसाइज करें। रोज एक्सरसाइज करने से क्षतिग्रस्त जोड़ों के आसपास की मांसपेशियाँ मजबूत रहती है।

 

थेरेपी कराएं

फिजियोथेरेपी के द्वारा ऑस्टियोआर्थराइटिस के दर्द को दूर किया जा सकता है। इसमें इलाज का एक अलग तरीका होता है, जिसमें एक्सरसाइज, हाथों की कसरत, पेन रिलीफ मूवमेंट द्वारा दर्द को दूर किया जाता है।

 

मसाज करवायें

मसाज ऑस्टियोआर्थराइटिस के दर्द के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे जोड़ों के आसपास की मांसपेशियों में लचीलापन और मजबूती आती है।

 

जीवन शैली में बदलाव लाकर

अपने जीवन शैली में बदलाव लाकर भी इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है, जैसे की स्वस्थ वजन बनाए रखना और नियमित रूप से व्यायाम करना।

 

 

घुटनों के गठिया रोगी को इन आहारों से करना चाहिए परहेज

 

 

  • अत्यधिक मात्रा में सोडियम के सेवन से शरीर में सूजन हो सकती है, जिस कारण घुटनों में गठिया की समस्या हो सकती है।

 

  • चीनी वाले पदार्थों का ज्यादा सेवन भी इस रोग को बढ़ावा दे सकता है, इसलिए केक, चॉकलेट, आइसक्रीम, कुकीज, कोल्ड ड्रिंक्स आदि के सेवन से बचें।

 

  • डेयरी प्रोडक्ट्स से परहेज करे।

 

  • रिफाइन्ड, आटे से बने प्रोडक्ट्स, जैसे – व्हाइट ब्रेड, चपातियां और मैदे से बने प्रोडक्ट्स जैसे पास्ता, बिस्किट, नूडल्स आदि भी घुटनों के गठिया रोगी के लिए नुकसानदायक हैं।

 

 

घुटनों के गठिया रोग का कोई इलाज नहीं है, पर इसकी स्थिति में समय-समय पर सुधार किया जा सकता है। अगर किसी भी तरह का कोई दर्द महसूस हो तो उसे नजरअंदाज न करे, तुरंत ही डॉक्टर से जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह ले।

 

 

अगर आपको जोड़ों में दर्द, चलने-फिरने, उठने-बैठने और घुटनों को मोड़ने में परेशानी हो रही हो या हड्डियों में दर्द से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या हो रही हो, तो आज ही अपने निकटतम स्पाइन सर्जन से अपॉइंटमेंट बुक करें और स्वास्थ्य सम्बन्धी किसी भी तरह की जानकारी के लिए सलाह ले।

 

 

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