हार्मोनल असंतुलन के लक्षण, कारण और बचने के उपाय

 

 

हार्मोनल असंतुलन के लक्षण जानने से पहले ये जानना जरूरी है की ये हमारे शरीर में क्या काम करते हैं। दरअसल ये हमारे शरीर की कई प्रमुख प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, जिनमें चयपाचय और महिलाओं के प्रजनन से जुड़े कुछ कार्य शामिल हैं। जब आपके शरीर में हार्मोनल असंतुलन होता है, तो ये छोटे परिवर्तन आपके पूरे शरीर में गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं।

 

आपके शरीर में किसी एक चीज का बहुत अधिक या बहुत कम होना आपके पूरे स्वास्थ को प्रभावित करता है। जबकि आपके पूरे जीवनकाल में कुछ हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव होता है और यह सिर्फ प्राकृतिक रूप से या उम्र बढ़ने का परिणाम हो सकता है, अन्य परिवर्तन तब होते हैं जब आपकी जीवनशैली गलत होती है।

 

 

 

क्या होते हैं हार्मोन्स ?

 

 

आपको बता दें की हार्मोन्स एंडोक्राइन ग्रंथि से बनने वाले ऐसे रसायन हैं, जो हमारे खून के जरिए शरीर के अन्य हिस्सों में पहुँच कर उन्हें अलग-अलग कार्य करने के निर्देश देते हैं। हार्मोनल असंतुलन की छोटी सी मात्रा के घटने-बढ़ने भर से ही शरीर की कोशिकाओं में सबसे पहले मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। मानव शरीर में कुल 230 हार्मोन्स होते हैं। कई हार्मोन, दूसरे हार्मोन्स के निर्माण और स्राव को भी काबू में रखते हैं। अब यह जानना जरूरी है की हार्मोनल असंतुलन के लक्षण क्या है ?

 

 

 

हार्मोनल असंतुलन के लक्षण

 

 

  • वजन बढ़ना, कमर पर चर्बी बढ़ना

 

 

  • बिल्कुल नींद न आना

 

 

  • तनाव बढ़ना

 

 

 

 

  • अधिक पसीना आना

 

 

  • सेक्स की इच्छा में कमी

 

 

 

 

  • ज्यादा प्यास लगना, ज्यादा ठंड या गर्मी लगना

 

 

  • हर वक्त थकान महसूस होना

 

 

  • शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन होना

 

 

  • बहुत अधिक भूख लगना या बिल्कुल भी भूख न लगना

 

 

 

 

  • चहरे पर मुहांसे व दाग धब्बे होना।

 

 

 

हार्मोनल असंतुलन के कारण

 

 

  • डायबिटीज

 

 

 

 

  • पौष्टिक भोजन में कमी

 

 

  • अनियमित जीवनशैली

 

 

  • अधिक दवाओं का सेवन

 

 

  • गंभीर बीमारी होना

 

 

  • समय पर भोजन न करना

 

 

  • समय पर न सोना

 

 

 

 

  • बहुत अधिक तेल और चिकनाई वाले भोजन का सेवन करना।

 

 

 

हार्मोनल असंतुलन के लक्षण के पीछे आपकी गलत आदतें होती है, जो आपके शरीर में छोटे से लेकर बड़े परिवर्तन का कारण बनती है, खान पान में लापरवाही आपके हार्मोनल असंतुलन का कारण बनती है। लेकिन हार्मोनल असंतुलन से बचने के उपाय भी हैं, जिन्हें करके आप इसे रोक सकते हैं और खुद को स्वस्थ रख सकते हैं।

 

 

 

हार्मोनल असंतुलन से बचने के उपाय

 

 

ये तो आपको मालूम ही है कि बाजार में ऐसी कई चीजें मिलती हैं, जो आपके शरीर में होने वाले हार्मोनल असंतुलन को ठीक कर सकती हैं।  लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के ऐसी किसी भी चीज का सेवन आपके शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

 

हालांकि इनमें से कई सप्लीमेंट्स में पौधे से उत्पन्न हार्मोन होते हैं। इनमें से कुछ को “जैव-रासायनिक” हार्मोन कहा जाता है क्योंकि वे रासायनिक रूप से शरीर के प्राकृतिक हार्मोन से मिलते जुलते हैं। यह सुझाव देने के लिए कोई सबूत नहीं है कि वे नियमित हार्मोन थेरेपी से बेहतर काम करते हैं या नहीं।

 

 

आप जीवनशैली में करें बदलाव :

 

 

योग और व्यायाम 

 

कुछ लोगों का मानना हैं कि योग हार्मोनल असंतुलन के लक्षणों का इलाज करने में काफी हद तक मदद करता है। लेकिन यह बात सच है योग आपके शरीर की ताकत, लचीलेपन और संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। यह आपके वजन को भी नियंत्रण में रखता है। जो सबसे पहले आपके शरीर में हार्मोनल असंतुलन का कारण बनता है।

 

 

 

वजन नियंत्रण में रखें 

 

यह बात पुरषों समेत महिलाओं पर भी लागो होती है जब उनके शरीर के वजन में 10 प्रतिशत की कमी होती है, खासकर की महिलाओं में तो उन्हें पीरियड्स के समय काफी तरह की परेशानी हो सकती है इसकी वजह से यह समस्या उनके लिए हमेशा बनी रह सकती है। अगर हम पुरुषों की बात करें तो उनमें वजन घटाने से स्तंभन क्रिया में सुधार करने में मदद मिल सकती है।

 

 

 

पौष्टिक भोजन खाएं

 

संतुलित आहार आपको बहुत हद तक स्वस्थ रखने में मदद करता है, साथ ही आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है। जो आपको रोगों से लड़ने में मदद करता है। मौसमी सब्जियां और फलों का सेवन आपको हार्मोनल असंतुलन के लक्षणों से बचाने में मदद करता है।

 

 

 

ज्यादा मात्रा में पानी पीएं

 

पानी उचित मात्रा में पीएं, क्योंकि तभी आप डिहाइड्रेशन से बच सकते हैं और हार्मोन्स में असंतुलन से भी। जब आपके शरीर में कब्ज और दस्त जैसे समस्या होती है तो इसके पीछे भी हार्मोनल असंतुलन जिम्मेदार होता है, इसलिए अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी पीते हैं तो आपके साथ ऐसा नहीं होगा।

 

 

 

 समय पर भोजन करें 

 

यदि आप हार्मोनल असंतुलन से बचना चाहते हैं, तो आपको हमेशा अपना भोजन समय पर करना चाहिए। क्योंकि एक समय के बाद आपके शरीर को बिना भोजन किए थकान ज्यादा होती है।

 

 

 

समय पर सोएं 

 

जब आप अपनी नींद पूरी नहीं करते हैं तो उसकी वजह से भी ऐसी समस्या होती है और आपको बहुत अधिक समय तक तनाव भी रहने लगता है। इसलिए समय पर सोएं और समय पर उठे, क्योंकि सारा दिन काम करने के बाद शरीर को आराम की भी सख्त जरूरत होती है।

 

 

हार्मोनल असंतुलन होने पर आपको सबसे पहले इसके लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए। तभी आप इससे बचने के उपाय कर सकते हैं, इसके अलावा अगर आपको किसी तरह के उपायों से भी आराम नहीं मिल रहा है तो ऐसे में आप हमारे डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं


Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।