हर्निया एक सामान्य बीमारी हैं यह बीमारी घातक और जानलेवा साबित नहीं होती परन्तु इसका इलाज करवाना अवश्य होता है। हर्निया के अधिकतर मामले पेट में ही दिखने को मिलते हैं तथा यह स्त्री या पुरुष दोनों में से किसी को कोई भी उम्र में हो सकती हैं। हर्निया की स्थिति में मांसपेशी या ऊतक कमजोर होकर फट जाती है या उसमें छेद हो जाता है और उसके अंदर का अंग उभर कर बाहर आ जाता है जिसकी वजह से पेट में सूजन भी आ जाती हैं। हर्निया के कुछ मामले ऑपरेशन के द्वारा ठीक करने पड़ते हैं।
हर्निया के प्रकार।
हर्निया एक प्रकार का नहीं होता हैं इस बीमारी के कई अन्य प्रकार भी होते हैं तथा ये हर्निया के प्रकार सभी मनुष्य में अलग-अलग हिस्सों में पाए जाते हैं।
हाइटल हर्निया
हाइटल हर्निया एक आम प्रकार का हर्निया है। इसमें पेट का हिस्सा डायाफ्राम में छाती की और फैलता है जो की खाई हुई सामग्री गले या नाक के और रिफ्लक्स कर देता है, जिससे की सीने में जलन या गले में जलन महसूस होती है।। ऐसे में खाने में परेशानी हो सकती है या पेट में दर्द भी हो सकता है। हाइटल हर्निया होने का खतरा बड़ी आयु के लोगो में जयादा होता है।
इनगुइनल हर्निया
इनगुइनल हर्निया सबसे ज्यादा पाए जाने वाले हर्निया में गिना जाता है। इसमें छोटी आंत और पेट की सामग्री पेट की दीवार के कमज़ोर हिस्से से बाहर निकल जाता है। यह अधिकतर पुरुषों में पाया जाता है। इनगुइनल हर्निया में आमतौर पर दर्द नहीं होता बल्कि इसमें कमर में सूजन व् उलटी जैसा महसूस हो सकता हैं। यह जांघ के निकट अधिक पाया जाता है
अम्बिलिकल हर्निया
अम्बिलिकल हर्निया ज्यादातर छोटे बच्चों या नवजात शिशुओं में पाया जाता है। हालांकि यह बड़ी उम्र में होना भी संभव है। यह नाभि पर होता है और यह खतरनाक नहीं माना जाता लेकिन अगर इसका इलाज जल्द न हो तो यह गंभीर हो सकता है।अम्बिलिकल हर्निया का अधिकांश रूप से कोई लक्षण नहीं होता लेकिन यह नाभि पर देखा जा सकता है।
इंसिजनल हर्निया
इंसिजनल हर्निया अधिकतर उन लोगो में पायी जाती है जिनकी पेट की सर्जरी पहले हो चुकी हो। यह सर्जरी दौरान चीरा लगने वाली जगह पर हो सकता है, जो की बहुत दर्दनाक भी हो सकती है। ऐसे में पीड़ित को तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
फेमोरल हर्निया
फेमोरल हर्निया कई बार बहुत दर्दनाक हो सकता है। यह ज्यादातर जांघ के पास होता है जिस कारण पीड़ित की कमर में सूजन और चलने में मुश्किल हो सकती है । यह महिलाओं में अधिकतर पाया जाता है। जल्द उपचार न होने से यह गंभीर भी हो सकता है ।
हर्निया के लक्षण किस प्रकार नज़र आते हैं ?
हर्निया के लक्षण बहुत सामान्य होते इन लक्षणों से इस बीमारी का पता लगाना मुश्किल होता हैं, अगर मनुष्य को ऐसे लक्षण होते हैं तो वह इससे अधिकतर नज़रअंदाज़ कर देते है परन्तु ऐसा नहीं करना चाहिए हर्निया जैसी बीमारी में लक्षण कुछ इस प्रकार आते हैं –
- प्रभावित हिस्सा उभरा हुआ दिखना।
- शरीर में अधिक भारीपन महसूस होना।
- मल-मूत्र त्याग करते समय कठिनाई होना।
- शरीर के किसी भी हिस्से से चर्बी का बहार आना।
- देर तक खड़े रहने से परेशानी होना।
- दौड़ – भाग करने में तथा उठने – बैठने में अधिक तक़लीफ़ होना।
- गांठ हो जाना तथा उसके आसपास के क्षेत्र में दर्द महसूस करना।
- सीने में जलन होना।
- खाना निगलने में परेशानी होना।
- अधिक ज्यादा खासी होना भी हर्निया की ओर संकेत करता हैं।
हर्निया होने के कारण क्या होते हैं ?
हर्निया होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे की –
- मांसपेशी की कमजोरी: यदि आपके शरीर की मांसपेशियां कमजोर हैं तो उनमे से किसी भी स्थान पर हर्निया हो सकता हैं।
- अधिक शारीरि क श्रम: कोई भी मनुष्य अधिक मात्रा में भरी वजन उठाता हैं या अधिक शारीरिक श्रम करते हैं तो इससे पेट पर भार पड़ता हैं जिससे की हर्निया होने की संभावना बढ़ जाती हैं।
- गलत खान-पान और व्यस्त जीवनशैली: यदि आप गलत आहार का सेवन करते हैं जैसे की अधिक मसालेदार और तला हुआ भोजन तो यह मनुष्य के पाचन तंत्र को प्रभावित करता हैं और हर्निया का कारण बन सकता हैं।
- उम्र: बढ़ती हुई उम्र के साथ शरीर को मांशपेशियां भी कमजोर हो जाती हैं जिससे की हर्निया का खतरा बढ़ जाता हैं।
- गर्भावस्था: महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान पेट की मांसपेशियों में दबाव बढ़ सकता हैं, जिससे हर्निया हो सकता हैं।
- अधिक मोटापा: मोटापा हर्निया के लिए प्रमुख कारक हो सकता हैं क्योंकि बढ़ते वजन से शरीर की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता हैं।
हर्निया का इलाज किस प्रकार होता हैं ?
- दवाई: यदि किसी मनुष्य को हर्निया होता हैं और वह सामान्य रहता हैं तो वह दवाइयों के सेवन से ठीक हो सकता हैं।
- सर्जरी: यदि आपकी हर्निया लगातार बढ़ रही है या उसमे दर्द बढ़ता जा रहा है, तो आपका डॉक्टर यह तय कर सकता है कि इसे सही करने के लिए क्या सबसे अच्छा है। हर्निया को सही करने के लिए, सर्जरी में आपका डॉक्टर पेट की दीवार में हुए छेद को सिल सकता है। आमतौर पर यह सर्जिकल जाल के साथ छेद को पैच करके किया जाता है।
हर्निया को ओपन सर्जरी (open surgery) या लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के साथ सही किया जाता है। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी (laparoscopic operation) के लिए केवल एक छोटे से कैमरे और कुछ छोटे- छोटे सर्जरीकल यंत्रों का उपयोग करती है। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी आसपास के ऊतकों के लिए कम हानिकारक है।
भारत हर्निया ऑपरेशन का खर्च क्या है?
प्रारंभिक चरण में हर्निया के ऑपरेशन की लागत का सामान्य अनुमान 70,000 रुपये से 85,000 रुपये के बीच आ सकता है। जबकि, अधिक जटिल और अंतिम श्रेणी के उपचार की लागत 85,000 रुपये से 1,00,000 रुपये और उससे अधिक के बीच हो सकती है। हर्निया किसी भी उम्र में हो सकता है।
हर्निया के ऑपरेशन के लिए अच्छे अस्पताल।
हर्निया के ऑपरेशन के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल –
- मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल , साकेत, दिल्ली
- फोर्टिस हार्ट अस्पताल, ओखला, दिल्ली
- बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, राजिंदर नगर, दिल्ली
- इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, सरिता विहार, दिल्ली
हर्निया के ऑपरेशन के लिए गुरुग्राम के अच्छे अस्पताल –
- नारायण सुपर स्पेशलिटी अस्पताल , गुरुग्राम
- मेदांता द मेडिसिटी, गुरुग्राम
- फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड, गुरुग्राम
- पारस अस्पताल , गुरुग्राम
हर्निया के ऑपरेशन के लिए ग्रेटर नोएडा के बेस्ट अस्पताल –
- शारदा अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
- यथार्थ अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
- बकसन अस्पताल ग्रेटर नोएडा
- जेआर अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
- प्रकाश अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
- शांति अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
- दिव्य अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
यदि आप इनमें से कोई अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर संपर्क कर सकते हैं।
हर्निया की समस्या से बचने के उपाय –
- मलाशय की ठीक प्रकार से सफाई।
- मोटापे व वजन बढ़ने की समस्या से बचें।
- प्रोटीन व विटामिन सी सप्लीमेंट का सेवन।
- आरामदायक अंडरगारमेंट ही पहनें।
- उन कार्यों से बचना चाहिए, जो हमारे पेट की मांसपेशियों पर अधिक दबाव डालते हों
- वजन भी संतुलित रखना चाहिए।
- अगर कब्ज की समस्या है तो इसका तुरंत उपचार कीजिए।
- रेशेदार पदार्थों का सेवन करें।
यदि आप हर्निया का ऑपरेशन कराना चाहते हैं, या इससे सम्बंधित किसी भी समस्या का इलाज कराना चाहते हैं, या कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें। इसके अलावा आप प्ले स्टोर (play store) से हमारा ऐप डाउनलोड करके डॉक्टर से डायरेक्ट कंसल्ट कर सकते हैं। आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमे connect@gomedii.com पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।
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