एंजियोप्लास्टी सर्जरी, जब दिल की धमनियों में ब्लॉकेज हो जाता है, तो उसे तुरंत खोलने में मदद करता है। कोरोनरी धमनियां दिल की मांसपेशियों को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से भरपूर रक्त की आपूर्ति करती हैं| एंजियोप्लास्टी सर्जरी क्या होती है, कब करायी जाती है और कैसे की जाती है, ऐसी ही कुछ जरुरी बातें आज हम बताने जा रहे है –
कब करायी जाती है एंजियोप्लास्टी सर्जरी
हमारे ह्रदय की धमनियों में एस्थ्रोस्क्लोरोसिस के कारण ब्लॉकेज की समस्या आने लगती है, जिस वजह से हमारे शरीर को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है | कोरोनरी धमनियां दिल की मांसपेशियों को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से भरपूर रक्त की आपूर्ति करती हैं। धमनियों में ब्लॉकेज के कान कुछ रोगियों को एंजियोप्लास्टी सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। अगर किसी व्यक्ति को हृदय कोरोनरी की समस्याएं हो जाए , तो उसे कोरोनरी एंजियोग्राम सर्जरी कराने की जरूरत होती है | इस सर्जरी में मनुष्य के ह्रदय की धमनी में एक ट्यूब कैथेटर के जरिये रक्त प्रवाह किया जाता है|
एंजियोप्लास्टी सर्जरी की प्रक्रिया
एंजियोप्लास्टी सर्जरी ज्यादातर मोटे और पीठ दर्द के मरीजों के लिए फायदेमंद है। इस सर्जरी में रक्त प्रवाह को ठीक करने के लिए कैथेटर में लगे बैलून का इस्तेमाल ब्लॉकेज की समस्या को खोलने में किया जाता है। इसमें रक्त धमनी को खुला रखने के लिए एक स्टेंट तार लगाया जाता है।
इस तकनीक में एक गाइड वायर के सिरे पर रखकर खाली और पिचके हुए बैलून कैथेटर को संकुचित स्थान में प्रवेश कराया जाता है। इसके बाद सामान्य रक्तचाप (6 से 20 वायुमण्डल) से 75-500 गुना अधिक जल दवाब का उपयोग करते हुए उसे एक निश्चित आकार में फुलाया जाता है।बैलून रक्त धमनी को बेहतर प्रवाह के लिए खोल देता है। इसके बाद गुब्बारे को पिचका कर कैथेटर के द्वारा वापस बाहर खींच लिया जाता है।
एंजियोप्लास्टी सर्जरी इस बात पर निर्भर करता है, कि ब्लॉकेज कितनी मात्रा में है और किस आर्टरी में है। पैरीफेरल आर्टरी में एंजियोप्लास्टी 98 फीसदी तक सफल रहती है।
हार्ट एंजियोप्लास्टी और स्टेंट प्लेसमेंट के बाद क्या होता है?
ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक के साथ आप इसका इलाज कर सकते हैं। रक्त को जमाव से बचाने के लिए दवा का उपयोग कर सकते है। जो की आपके शरीर को नए स्टेंट को समायोजित करने में मदद करता है।
स्टेंट प्लेसमेंट के बाद एंजियोप्लास्टी एक जीवन-रक्षक प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन आपको अपने दिल के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए अभी भी जीवन शैली के विकल्प बनाने की आवश्यकता है। यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो आपके स्वस्थ पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए अपने जीवनशैली की आदतों में संतुलित आहार, व्यायाम को शामिल करे और धूम्रपान करना छोड़ दे।
एंजियोप्लास्टी सर्जरी के खतरे
- सर्जरी अनुभवी सर्जन से ही कराये,
- एंजियोप्लास्टी सर्जरी में कई बार एक्स-रे डाई से एलर्जिक रिएक्शन भी होने का खतरा रहता हैं,
- हार्ट का वॉल्व या ब्लड वैसेल के क्षतिग्रस्त होने का भी डर रहता है,
- जिस हिस्से में नलिका या कैथिटर लगा है, उसमें ब्लीडिंग या क्लॉटिंग की भी समस्या हो सकती है,
एंजियोप्लास्टी सर्जरी के बाद बरते ये सावधानी
- संतुलित भोजन का सेवन करना चाहिये |
- सर्जरी के बाद कोई भारी काम ना करे |
- जूस का सेवन करे |
- तली हुई चीजो को खाने से बचे |
- सर्जरी के बाद व्यायाम या जिम ना करे|
- तनाव मुक्त रहने के लिए योगा करे |
- डॉक्टर की सलाह लेकर डाइट चार्ट बना ले और नियमित रूप से चेक-अप कराते रहें।
- कैलोरी, कोलेस्ट्रॉल और सोडियम की मात्रा को नियंत्रित रखे साथ ही जीवन शैली पर भी ध्यान दें।
इन चीजों का भूलकर भी सेवन न करे
- स्मोकिंग,
- दौड़-भाग न करें,
- वजन न उठाएं,
- ज्यादा वसा वाले खाने से परहेज करें।
अगर आप भी इसी प्रकार की कोई समस्या से ग्रस्त है, तो आप एक कार्डियोलॉजिस्ट से ऑपरेशन कराये और उनसे सलाह जरुर ले और तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करे।
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