छोटे बच्चों में पेट फूलने की समस्या पेट की गैस की वजह से होती है और आमतौर पर इसका इलाज भी आसान है। गैस मुख्य रूप से गंधहीन वाष्प से बनती है, जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन और कभी-कभी मीथेन शामिल होती हैं। अतिरिक्त गैस जो आप पास नहीं कर सकते हैं, वे तीव्र पेट दर्द का कारण बन सकती हैं। यहां कुछ उपाय बताये गए हैं, जो बच्चों के पेट फूलने की समस्या और बच्चों में पेट के दर्द को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
आमतौर पर छोटे बच्चों के पेट फूलने की समस्या दूध पीने, पेट में कब्ज बनने और भी अन्य कारणों से होती है। जिस कारण वे कई दिनों तक लगातार रोते हैं और उल्टी भी होने लगती है और इस वजह से उन्हें तेज बुखार भी हो जाता है। इसलिए छोटे बच्चों में किसी भी तरह की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और थोड़ी सी भी परेशानी होने पर अपने डॉक्टर से जांच कराना चाहिए।
इस लेख में हम आपको छोटे बच्चों के पेट फूलने के कारण, लक्षण और उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।
छोटे बच्चों के पेट फूलने का कारण
कोलिक बन सकता है छोटे बच्चों के पेट फूलने का कारण
यह समस्या आमतौर पर तीन सप्ताह के छोटे बच्चों को होती है। जो की छोटे बच्चों के पेट फूलने का कारण बनता है। और भी कई वजह से उनके पेट में दर्द होता है। इसके अलावा मिट्टी खाने के कारण भी बच्चे का पेट फूलता है।
लैक्टोज की अधिकता
छोटे बच्चों के पेट फूलने की समस्या अत्यधिक लैक्टोज भी बन सकता है कारण और इस वजह से उनके पेट फूलने लगते है और बच्चे का पेट सूज जाता है और साथ ही पेट में ऐंठन भी होने लगती है।
संक्रमण (गैस्ट्रोएंटेरिटिस)
डॉक्टरों का कहना है कि, अगर बच्चों के पेट में किसी प्रकार का संक्रमण हो गया है, तो भी छोटे बच्चों के पेट फूलने की समस्या रहती है और संक्रमण की वजह से बच्चे को बुखार, डायरिया, आदि जैसी अन्य समस्याएं भी होने लगती हैं। जिसे गैस्ट्रोएंटेरिटिस कहा जाता है।
कब्ज के कारण
छोटे बच्चों के पेट फूलने का सबसे बड़ा कारण कब्ज भी हो सकता है। अगर छोटे बच्चों को मां के दूध के अलावा बॉटल का दूध पिलाया जाए या शरीर में पानी की कमी हो, तब उन्हें कब्ज होता है और पेट टाइट भी हो जाता है। इसके अलावा अगर मां को भोजन सही तरीके से नहीं पच रहा हो, तो भी बच्चों के पेट फूलने की समस्या हो सकती है।
सिलिएक रोग के कारण
इस रोग के कारण भी छोटे बच्चों के पेट फूलने की समस्या हो सकती है। सिलिएक रोग अधिक मात्रा में ब्रेड, पास्ता और मैगी जैसे खाद्य पदार्थ खाने से होता है। इसमें ग्लूटेन पाया जाता है, जो बच्चे का शरीर पचा नहीं पाता है। जिसके कारण उसे पेट फूलने के साथ-साथ पेट की अन्य बीमारियां हो जाती हैं।
छोटे बच्चों के पेट फूलने का लक्षण
- पेट फूल जाने की वजह से बच्चा कई दिनों तक मल नहीं कर पाता है या उसे मल करने में बहुत ही तकलीफ होती है।
- छोटे बच्चों के पेट फूलने पर बच्चा सही तरीके से दूध नहीं पी पाता है।
- छोटे बच्चो को दूध पिलाते वक़्त अगर वो दूध नहीं पी रहा और बार-बार उगल दे रहा हो या फिर उसे दूध पच नहीं रहा हो, तो यह बच्चों के पेट फूलने का लक्षण हो सकता है।
- यदि बच्चे को लंबे समय तक हिचकी और डकार आ रही हो, तो यह भी छोटे बच्चों के पेट फूलने का लक्षण है।
छोटे बच्चों के पेट फूलने की समस्या हो जाए तो क्या करना चाहिए
डकार दिलवाना
अगर आपके बच्चों को पेट फूलने की समस्या हो रही है, तो ऐसे में उसे डकार दिलवाने की आवश्यकता है। डकार दिलवाने के तीन तरीके हैं। आप इन तीनों को ही आजमा कर देखें। बच्चे को कंधों के ऊपर लगाएं और उसके कमर को अपने हाथ से धीरे-धीरे सहलाएं। ऐसे में बच्चे को डकार आने में आसानी होती है।
पेट के सहारे बैठाएं
- अपनी गोद में बच्चे को पेट के बल लिटाएं। बच्चे को एक हाथ से कसकर पकड़े रहें और दूसरे हाथ से उसकी पीठ को हल्के-हल्के मलें। ऐसा करने से डकार और पेट की गैस निकल जाती है, और छोटे बच्चों के पेट फूलने की समस्या भी ठीक हो जाती है।
हींग का पेस्ट
हींग का पेस्ट बनाने के लिए एक चम्मच में थोड़ा गर्म पानी डालें और उसमें 2 चुटकी हींग डालकर पेस्ट बना लें। बच्चे की नाभि के चारों तरफ गोलाकार विधि में घुमाते हुए इस पेस्ट को लेप लगा दें। कुछ ही देर में बच्चे को पेट दर्द से आराम मिल जायेगा।
गुनगुने पानी से नहलाएं
अगर बच्चे को पेट फूलने की समस्या हो रही हो, तो उसे गुनगुने पानी से स्नान कराना चाहिए। माना जाता है कि गुनगुना पानी आंत प्रणाली को सक्रिय करता है जिससे पेट की गैस बाहर निकलती है और बच्चे का पेट धीरे धीरे सामान्य हो जाता है।
मसाज करें
बच्चे की पीठ और पेट पर मसाज करने से पेट नहीं फूलता है। छोटे बच्चो को लंबे समय तक बिस्तर पर रहना पड़ता है, जिसके कारण उनका पेट फूलने लगता है। सही तरीके से और सही ऑयल से मसाज करने पर पेट की गैस भी बाहर निकल आती है, जिससे छोटे बच्चों के पेट फूलने की समस्या ठीक हो जाती है।
जीरे का पानी
छोटे बच्चों के पेट फूलने की समस्या हो रही हो, तो जीरे को पानी में उबालकर ठंडा करें और इसे छान लें। इस पानी को बच्चे को चम्मच से पिलाएं। ऐसा करने से बच्चो के पेट फूलने की समस्या खत्म हो जाएगी। जीरे में कुछ ऐसे तत्व पाये जाते हैं, जो अग्न्याशय में एंजाइम को स्रावित करते हैं जिसके कारण बच्चे का पाचन बेहतर होता है और पेट नहीं फूलता है।
अगर आपके बच्चों में भी पेट फूलने की समस्या है तो इसे नजरअंदाज न करे, और तुरंत ही बच्चों के डॉक्टर से मिलकर उनकी जांच करवाएं।
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