जब कसी व्यक्ति की छाती में दर्द (Chest Pain) होता है तो उसे हार्ट अटैक का खतरा होता है। ये समस्या ज्यादातर उन लोगों को होती है जिन्हें हृदय से जुड़ी समस्या रहती है। इसलिए ऐसा होने पर उन्हें अपना बहुत ध्यान रखना पड़ता है। हार्ट अटक के ज्यादा मामलों में उस मरीज की मौत हॉस्पिटल पहुँचने से पहले ही हो जाती है। छाती में दर्द होने पर कई लोगों को सीने में जलन भी होती है, आखिर ऐसा क्यों होता है आइये जानते है।
छाती में दर्द के कारण-
- मांसपेशियों में खिचाव : कई लोगों की मांशपेशियों में खिचाव तब आता है, जब वह कोई ज्यादा भारी चीजें उठा लेते है।
- पसली में लगना : कुछ काम करते वक़्त आपकी छाती में चोट लग जाने पर भी दर्द होने लगता है या कभी-कभार आपकी पसली में चोट लग जाती है तो भी ऐसा होता है।
- मायोकार्डिटिस : ये एक तरीके की दिल की बीमारी है, जिसमें हृदय की मांशपेशियों में सूजन आ जाती है। इसकी वजह से भी छाती में दर्द होता है।
- हाथ की बाह का सुन्न होना : जब किसी व्यक्ति की बाह में या हाथ में सुन्नता आने लगती है, तो ये भी इसके कारण हो सकते है।
- ज्यादा तली और चिकनाई की चीजें खाना : जो लोग अपने खाने में ज्यादा चिकनाई वाली चीजें खाते है उन्हें छाती में दर्द की समस्या ज्यादा होती है।
- सांस फूलना : जब आप कोई भाग-दौड़ वाला काम अधिक करते है, तो उसकी वजह से भी आपकी सांस फूलने लगती है।
- रक्त धमनियों में थक्का जमना : ऐसा तब होता है जब आप शारीरिक श्रम कम करते है और आपको ज्यादा आराम करने की आदत है तो उसे बदले।
- एनजाइना : इस स्थति में आपके ह्रदय की मांसपेशियों में रक्त की मात्रा कम होने लगती है जिसकी वजह से ऐसा होता है।
- उच्च रक्त चाप (High Blood Pressure): जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या रहती है, उन्हें ऐसा होने की ज्यादा संभावना रहती है।
- हाई कोलेस्ट्रॉल (High cholesterol): यह शरीर में मौजूद एक केमिकल होता है जिसकी मात्रा अचानक तब बढ़ती है जब हम अधिक खा लेते है।
- हृदय रोग: जिस व्यक्ति को पहले से ही ह्रदय से जुड़ी समस्या रहती है उन्हें भी छाती में दर्द हो सकता है।
- एसिडिटी : जब कोई व्यक्ति अधिक खाना खा लेता है और उसके बाद वह ज्यादा देर तक बैठा रहता है तो ये एसडीटी का कारण बनती है और बाद में छाती में दर्द होने लगता है।
- तनाव : जो लोग अक्सर तनाव लेते है उन्हें भी ऐसी समस्या होने का खतरा होता है। तनाव लेने से आपको कई और गंभीर बीमारी हो सकती है।
क्या है छाती में दर्द के लक्षण-
गलत आहार : आप कुछ भी खाते है उसका सीधा असर आपके पूरे शरीर पर पड़ता है, जिसमें सबसे एहम है आपका हार्ट जो लोगों ज्यादा मैदा और फ़ास्ट फ़ूड खाते है उन्हें अक्सर ऐसी समस्या होती है।
छाती में तेज चुभन : जब किसी व्यक्ति को अचानक छाती में चुभन महसूस होती है तो ये भी छाती में दर्द (Chest Pain) के लक्षण हो सकते है।
साँस लेने में तकलीफ : यदि आपको सांस लेने में तकलीफ होती है तो एक बार आपको डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए। क्योंकि ये किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है।
घबराहट या चिंता : जो लोग अक्सर घरबराए हुए रहते है या किसी चिंता में डूबे रहते है, तो उन्हें भी छाती में दर्द उठ सकता है।
छाती में दर्द से बचाव-
- मुलेठी ये एक आयुर्वेदिक उपचार का तरीका है। जिसे गले में खराश होने पर अक्सर चूसा जाता है। इसको चूसने से निकलने वाला रस, छाती के दर्द में आराम पहुंचाता है।
- तुलसी के सेवन से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहता है। सर्दी या जकड़न होने पर भी यह काफी फायदा करती है और यह छाती के दर्द (Chest Pain) में राहत देता है।
- यदि आपको ऐसी समस्या है तो लहसुन के एक या दो कली को रोजाना सुबह खाली पेट खाए इससे न सिर्फ आपके कोलेस्ट्रोल कम रहेगा, बल्कि हृदय की धमनी के दीवार पर फैट की परत भी नहीं बनेगी, अगर छाती में दर्द की शिकायत भी दूर हो जाएगी।
- जब आपको कभी अंदरूनी चोट लग जाती है तो आप हल्दी का प्रयोग करते है तो छाती के दर्द में भी आप हल्दी का प्रयोग करें। यह दिल की सेहत के लिए भी अच्छा होता है।
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