कोलेस्ट्रॉल रोगी के लिए डाइट प्लान, जो रखें उसके कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित

आज के समय में बहुत से लोगों के लिए कोलेस्ट्रॉल भी एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। इसकी वजह से उन्हें काफी परेशानियां होती है। जो उनके पूरे स्वास्थ्य पर असर डालती है। इंसान के शरीर में दो तरह के कोलेस्टॉल होते है गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल। इन दोनों में से कोई भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने या कम होने से आपके ह्रदय पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

 

 

 

कोलेस्ट्रॉल क्या है?

 

 

कोलेस्ट्रॉल आपके लिवर से उत्पन्न होने वाला पदार्थ है यह एक प्रकार का मोम होता है, जो शरीर के हर हिस्से में पाया जाता है, ये मनुष्यों के सेल झिल्ली में शामिल होता है। आपको बता दें की कोलेस्ट्रॉल शरीर में विटामिन डी, हार्मोन और पित्त का उत्पादन करता है, जो शरीर के अंदर पाए जाने वाले वसा को पचाने में मदद करता है, शरीर में कोलेस्ट्रॉल मांसाहारी आहार से मिलता है जबकि अनाज, फलों और सब्जियों में कोलेस्ट्रॉल नहीं पाया जाता है।

 

 

 

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण

 

 

 

  • उच्च वसा वाले भोजन का सेवन करना,

 

 

  • अधिक वजन होना,

 

 

  • गलत खान-पान (फ़ास्ट फ़ूड),

 

 

  • तली और चिकनाई वाला भोजन करना,

 

 

  • नियमित व्यायाम ना करना,

 

 

  • परिवार के लोगों में पहले किसी को कोलेस्ट्रॉल रहा हो,

 

 

  • कई लोगों में कोलेस्ट्रॉल को उम्र के साथ बढ़ने के लिए भी देखा जाता है।

 

 

 

कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए डाइट चार्ट

 

 

 

सुबह के वक़्त: ल्यूक गर्म पानी

 

 

नाश्ता के समय 9 से10 बजे के बीच : टोंड मिल्क /वेजिटेबल सैंडविच / क्विनो का दलिया / अंडे का आमलेट + ब्राउन ब्रेड टोस्ट (केवल अंडे का सफेद भाग) / ब्राउन ब्रेड के साथ दूध / कीवी (1-2)

 

 

11 से 12 बजे के बीच :  छाछ / नारियल पानी

 

 

दोपहर का खाना 1 से 2 बजे के बीच : ओट्स डलिया / ओट्स चिल्ला, दही के साथ सलाद / ग्रिल्ड चिकन / सफेद अंडे की करी / सैलमन ग्रिल्ड फिश।

 

 

शाम के समय 4 से 5 बजे के बीच : पपीता 1 कटोरी / चाय और उच्च फाइबर वाले बिस्कुट के साथ।

 

 

रात के खाने के समय : वेजिटेबल सूप / साउटेड वेजिटेबल सूप / दाल का सूप / ब्राउन ब्रेड की 1 या 2 स्लाइस

 

 

रात के खाने के बाद – 1 कप टोंड दूध।

 

 

 

कोलेस्ट्रॉल होने पर खाए ये चीजें

 

 

 

नट्स का सेवन

 

यदि आपको कोलेस्ट्रॉल की समस्या रहती है तो आपको हल्की भूख लगने पर बादाम, पिस्ता और अखरोट आदि खाना चाहिए। यह आपके लिए बेहतर विकल्प होगा। दरअसल नट्स में मोनोअनसैचुरेटेड फैट अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो एलडीएल को कम करता है। इस पर किये गए एक अध्ययन से पता चलता है कि जो लोग दिन में एक अखरोट खाते हैं, उनमें हृदय से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या नहीं होती है।

 

 

 

कम वसा वाले खाद्य पदार्थ

 

मानव शरीर को अपने आहार में वसा की कुछ मात्रा की आवश्यकता होती है, लेकिन साथ ही यह भी जरुरी है कि आप किस प्रकार और कितनी मात्रा में वसा का सेवन कर रहे हैं। कैनोला व जैतून के तेलों में अनसैचुरेटेड फैट पाया जाता है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाता है। वही मीट और मक्खन आदि ज्यादा खाने से शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है जो ख़राब कोलेस्ट्रॉल माना जाता है।

 

 

योग या व्यायाम 

 

भोजन के साथ-साथ शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम भी आवश्यक है। यदि आप एक दिन में आधे घंटे भी व्यायाम करते हैं, तो यह आपके शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है ऐसा करने पर आपका वजन भी नहीं बढ़ता और आप बहुत आसानी से कई बीमारियों से बचे रहते हैं।

 

 

आपको बता दें की कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने और कम होने पर सबसे पहले आपके हृदय पर इसका सीधा असर पड़ता है। ज्यादातर लोगों में उच्च कोलेस्ट्रॉल यानि बैड कोलेस्ट्रॉल की समस्या ज्यादा देखी गई है। आपकी गलत खान पान की आदतें और अनियमित दिन चर्या आपको इस का शिकार बनाती है।

 

 

यदि आप भी अपनी कोलेस्ट्रॉल की समस्या से परेशान है तो आप हमारे डॉक्टर से संपर्क कर सकते है। क्योंकि इसे नज़रअंदाज़ करना आपके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है इसलिए अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना आपकी ही जिम्मेदारी है।


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