अचानक एक्सरसाइज छोड़ने से हो सकती है ये घातक बीमारियां

आज की भागदौड़ बड़ी जिंदगी में बहुत जरुरी है कि आप काम के साथ साथ सही एक्सरसाइज भी करें। इस बात को अब धीरे धीरे काफी लोग जान भी चुके है। इसीलिए बहुत से युवा अपनी बिज़ी लाइफ में से कुछ समय निकालकर जिम जाकर पसीना बहाते है। मगर कुछ ही समय बाद उनका जोश ठंडा पड़ जाता है और एक या दो हफ्ते बाद वह फिर से अपनी उसी अनहेल्दी रुटिन में लौट आते है। लेकिन शायद आप इस बात से पूरी तरह से अंजान है कि आपका यह तरीका आपके दिमाग को प्रभावित करता है। इस तरह एक्सरसाइज बंद करने से आपके दिमाग पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। चलिए जानते हैं कि व्यायाम न करने से आपके दिमाग का कौन सा हिस्सा प्रभावित होता है।

 

अपने शरीर को फिट रखने के लिए ज्यादातर युवा जिम में रेगुलर वर्कआउट करते हैं। लेकिन कई बार वे व्यस्तता के चलते इसे ज्यादा लंबे समय तक जारी नहीं रख पाते और कसरत बीच में ही बंद कर देते हैं। लेकिन शायद आपको यह मालूम नहीं कि इस तरह बीच में अचानक वर्कआउट बंद करने से आपके स्वास्थ पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इससे न सिर्फ मानसिक अवसाद बढ़ेगा, बल्कि आप कई तरह की घातक बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। नियमित रूप से व्यायाम करने वाले व्यक्ति अगर अचानक बीच में कसरत करना छोड़ दें तो एक से चार सप्ताह के बीच में उनका शरीर सुस्त पड़ने लगेगा और मांसपेशियां सिकुड़ने लगेंगी, जो कि अस्वस्थ होने के लक्षण हैं।

 

बीच में एक्सरसाइज छोड़ने के नुकसान

 

दिमागी बीमारी होने का खतरा

 

आपको बता दें न्यूरोडीजेनेरेटिव एक दिमागी बीमारी है। इस दिमारी में हमारे दिमाग की न्यूरॉन कोशिकाएं सिकुड़ जाती है, जो आगे चलकर पर्किन्सन रोग का कारण बनती है। एक्सरसाइज न करना आपको इन खत्तरनाक बीमारी का शिकार बना सकता है।

 

दिल की बीमारियां

 

अचानक जिम छोड़ देने से दिल से जुड़ी बीमारियों से लोग घिर सकते हैं। दिल से जुड़ी बीमारियां अगर लम्बी चलती है तो जान को भी खतरा पहुंच सकता है।अचानक जिम छोड़ने से इम्यून सिस्टम पर भी खराब असर पड़ता है। जिम करते समय खानपान का खासा ध्यान रखा जाता है लेकिन लोग जिम छोड़ने के बाद खानपान के प्रति लापरवाह हो जाते हैं। इस कारण इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है।

 

फिटनेस में कमी

 

जिम छोड़ने के सिर्फ 3 महीने के बाद ही फिटनेस लेवल में गिरावट आने लगती है। जिम के समय फिटनेस जहां बनी रहती है जिम छोड़ देने से वह फिटनेस भी चली जाती है।

 

कमजोर मांसपेशियां

 

जिम छोड़ने के बाद मांसपेशियों में कमजोरी आने लगती है। साथ ही मांसपेशियों की क्षमता में भी कमी आने लगती है।

 

वजन में बढ़ोतरी

 

जिम करना बीच में ही छोड़ देने से शरीर का वजन बढ़ने लगता है। वर्कआउट करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और कैलोरी बर्न होती है लेकिन जब जिम छोड़ देते हैं तो वजन बढ़ने लगता है।

 

तंदुरुस्ती में कमी

 

एकदम से जिम छोड़ने से आपके फिटनेस में कमी आने लगती है। अधिकांश समय आप खुद में थकान महसूस करेंगे। जिम छोड़ने के 3 से 4 महीने के अंदर आपके फिटनेस लेवल में आपको भारी कमी महसूस होगी। जिस फिटनेस को आपने पसीना बहाकर हासिल की थी वो फिटनेस जिम छोड़ते ही धीरे-धीरे चली जाती है। फिटनेस की जरूरत को देखते हुए बीच में जिम छोड़ने का फैसला ना लें।

 

बीच में जिम छोड़ने से शारीरिक और मानसिक दोनों तकलीफों से गुजरना पड़ता है। फिट रहने के और भी कई साधन है। आप घर पर ही व्यायाम कर सकते है, टहलने जा सकते है, योगा कर सकते है, खान-पान पर कंट्रोल कर सकते है, तैराकी कर सकते है, मेडीटेशन कर सकते है, जॉगिंग कर सकते है। इसके अलावा भी आप कुछ हल्की-फुल्की कसरत या कोई भी वर्कआउट जो आप आसानी से कर सके और नियमित भी रख सके।

 

दोस्तों, बीच में जिम छोड़ने के परिणाम से तो आप वाकिफ हो गये। यह रिसर्च के आधार पर दिए गये परिणाम है। इसलिए सब पर यह परिणाम लागू हो यह जरूरी भी नहीं। लेकिन कुछ नुकसान से नकारा भी नहीं जा सकता। फिर भी आप जिम जाने के शौकीन है तो ध्यान रखे बीच में अचानक से वर्कआउट करना बंद ना करे।

 

विशेषज्ञ की सलाह के बाद उसी हिसाब से फैसला लें, कि आपके लिए क्या उचित है जिससे आपके स्वास्थ्य पर किसी भी तरह का कोई विपरीत असर ना पड़े। हमने जानकारी के आधार पर यह लेख लिखा है। हमने आपसे सिर्फ ज्ञानवर्धक जानकारी साझा की है। अपनी सूझ-बुझ का इस्तेमाल हमेशा करे. सदैव खुश रहे और स्वस्थ रहे।

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