जाने लिवर ट्रांसप्लांट की लागत कितनी है

लिवर ट्रांसप्लांट क्या होता है ? (What is Liver Transplant?)

 

 

यह एक सर्जिकल प्रक्रिया होती है जिसमे एक विशेषज्ञ सर्जन(Specialist surgeon) आपके प्रभावित और खराब हुए लिवर को एक स्वस्थ लिवर के साथ पुनर्स्थापित करता है। इस प्रक्रिया में एक “डोनर” यानी दाता की आवश्यकता होती है, इसे सफल बनाने के लिए। यदि आपके पास कोई भी डोनर नहीं है तो आप कैडेवरिक लिवर के माध्यम से इस प्रक्रिया को सफल बना सकते, किन्तु इस प्रक्रिया के दौरान आपको कैडेवर लिवर(cadaver liver) का इंतजार करना पड़ सकता है।

 

कैडेवर लिवर(Cadaver liver): कैडेवरिक लिवर वह लिवर है ब्रेन डेड, कार्डियक पेशेंट(Cardiac patient) के द्वारा प्राप्त किया जाता है। यह है विशेष प्रक्रिया होती है जिसमे सूचीबद्ध डोनर के लिवर और कैडेवरिक लिवर की जांच होती है और फिर उस मरीज़ को यूएनओएस की प्रतीक्षा सूची में रखा जाता है। यह प्रक्रिया मरीज की क्रिटीकेलिटी(Criticality) के आधार पर प्रयोग में ली जाती है।

 

 

 

लिवर ट्रांसप्लांट के विकल्प (Liver Transplant Options)

 

 

भारत में लिवर ट्रांसप्लांट(Liver Transplant in India) के लिए कई विकल्प उपस्थित है जिनका आनंद आप अपने प्रभावित लिवर और आपकी शारीरिक हालत को समझते हुए ले सकते है।

 

 

भारत में उपलब्ध लिवर ट्रांसप्लांट के विकल्पों की सूची कुछ इस प्रकार है:

 

 

1. विभाजित डोनर प्रत्यारोपण(Split Donor Transplant): इस प्रक्रिया में एक मृत डोनर के लिवर को शल्य चिकित्सा द्वारा दो या दो से अधिक भागो में विभाजित करके पर्याप्तकर्ता के लिवर से बदला जाता है। इस प्रक्रिया को विभाजित लिवर ट्रांसप्लांटेशन, आंशिक लिवर ट्रांसप्लांटेशन या विभाजित डेड डोनर लिवर ट्रांसप्लांटेशन के नामो से भी जाना जाता है।

 

 

2. डेड ऑर्गन डोनेशन ट्रांसप्लांट(Dead Organ Donation Transplant): यह एक मृत आंख दान प्रत्यारोपण यानी ट्रांसप्लांट है, मृतक अंग दान आम तौर पे तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति का बाईरन डेड हो जाता है या फिर किसी ऐसी बीमारी से उसकी मृत्यु हो जाती है जो स्थायी ऑर्गन फेलियर का कारण बनती है।

 

 

3. संपूर्ण लिवर प्रत्यारोपण(Total liver Transplant): यहां एक वरिष्ठ हेपेटोलॉजिस्ट रोगी के प्रभावित लिवर को संपूर्ण तौर पे एक स्वस्थ लिवर से बदल देता है यह एक गंभीर प्रक्रिया होती है जिसमे काई बातों का ख्याल रखते हुए इसे पूरा किया जाता है।

 

 

4. बाल चिकित्सा यकृत प्रत्यारोपण(Pediatric liver Transplant): इस प्रकार के लिवर ट्रांसप्लांट में किसी जीवित या मृत डोनर के स्वस्थ लिवर को शल्य चिकित्सा द्वारा एक बीमार या डैमेज्ड लिवर वाले बच्चे में ट्रांसप्लांट किया जाता है।

 

 

5. वयस्क लिवर प्रत्यारोपण(Adult Liver Transplant): इस प्रक्रिया में केवल व्यस्क लिवर प्रत्यारोपण होता है, जिसमे किसी भी मृत ये जीवित डोनर के से एक स्वस्थ लिवर को रोगी में शल्य चिकित्सा द्वारा प्रत्यारोपित किया जाता है, जिसमे बीमार या डैमेज लिवर होता है।

 

 

 

 

लिवर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया किस प्रकार होती है ? (How is the Liver Transplant Process?)

 

 

लिवर ट्रांसप्लांट एक इंपॉटेंट प्रक्रिया होती है जिसमे रोगी और डोनर दोनों को ही ट्रांसप्लांट के बाद कुछ समय तक अस्पताल में रहना पद सकता है यह निर्भर करता है यदि प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार समस्या उत्पन्न न हो।

 

  • सबसे पहले एनेस्थेसियोलॉजिस्ट डोनर और मरीज दोनों को ही एनेस्थीसिया देता है ताकि सर्जरी के दौरान किसी भी प्रकार का दर्द या सनसनाहट महसूस न हो।

 

  • इसके बाद सर्जन रोगी और डोनर के पेट में एक चीरा लगाता है।

 

  • फिर रोग-ग्रस्त लिवर को डोनर के स्वस्थ लिवर बदल दिया जाता है।

 

  • इसके पश्चात सर्जन बड़ी सावधानी से सर्जन धागे और स्टेपल की मदद से पेट के चीरे को सील कर देता है।

 

  • अंततः मरीज और डोनर दोनों को ही कुछ समय के आईसीयू(ICU) में रखा जाता है।

 

लिवर ट्रांसप्लांट एक गंभीर प्रक्रिया है जिसमे ३ से ५ घंटे तक लग सकते है, यह समय आपकी शारीरिक और मानसिक इस्तिथि पर निर्भर करता है।

 

 

 

नोट- लिविंग लिवर डोनेशन के बाद, डॉक्टर द्वारा बताई गई कुछ सावधानियों, दवाओं और दिशानिर्देशों का पालन करके एक डोनर अपने सामान्य जीवन में वापस आ सकता है।

 

 

 

भारत में लिवर ट्रांसप्लांट की लागत कितनी है ? (What is the Cost of Liver Transplant in India?)

 

 

भारत एक बहुत ही प्रसिद्ध स्वास्थ्य देखभाल गंतव्य है यहां पर आपको हर प्रकार के उपचार काम दामों उपलब्थ होंगे जैसे कि लिवर ट्रांसप्लांट। भारत में लिवर ट्रांसप्लांट कि लागत 15,00,000 रुपय से शुरू होती है तथा यह अस्पताल और चिकित्सक पर भी पूरी तरह से निर्भर करता हैं।

 

 

 

लिवर ट्रांसप्लांट के लिए भारत के प्रसिद्ध अस्पताल (Famous Hospitals in India for Liver Transplant)

 

  1. मैक्स मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल, पंचशील पार्क, दिल्ली
  2. कोकिलाबेन धीरूभाई अम्बानी अस्पताल एंड अनुसंधान संस्थान, अँधेरी, मुंबई
  3. फोर्टिस अस्पताल, बन्नेरघट्टा, बैंगलोर
  4. इन्द्रप्रस्ठा अपोलो अस्पताल, जसोला विहार, दिल्ली
  5. क्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, साकेत, दिल्ली
  6. एस्टर सीएमआई अस्पताल, सहकर नगर, बैंगलोर
  7. फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च सेंटर, गुरुग्राम
  8. बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, राजेंदर पैलेस, दिल्ली
  9. लीलावती अस्पताल एंड अनुसंधान केंद्र, बांद्रा, मुंबई
  10. वेंकटेश्वर अस्पताल, द्वारका, दिल्ली

 

 

लिवर ट्रांसप्लांट से संबंधित पूछे गए प्रश्न (FAQs related to liver transplant)

 

 

लिवर ट्रांसप्लांट के बाद लाइफ कितनी होती है ? (How long is life after liver transplant?)

 

रिपोर्ट्स कि माने तो लिवर प्रत्यारोपण के बाद १० वर्षों की सापेक्ष दर 65% है और २० साल तक जीवित रहने कि दर लगभग 55% है।

 

 

कौन लिवर डोनेट नहीं कर सकता है ? (Who cannot donate liver?)

 

लिवर ट्रांसप्लांट एक बहुत ही गंभीर प्रक्रिया होती है जिसमे कई प्रकार कि जाँच कराई जाती है ताकि वर्तमान में आपको किसी भी प्रकार कि समस्या का सामना न करना पड़े, अगर संभावित लीवर दाताओं को लीवर रोग, मधुमेह, हृदय रोग या कैंसर जैसी कोई गंभीर बीमारी होतो वह लिवर डोनेट नहीं कर सकते है।

 

यदि आप लिवर ट्रांसप्लांट कराना चाहते हैं, या इससे सम्बंधित किसी भी समस्या का इलाज कराना चाहते हैं, या कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें। इसके अलावा आप प्ले स्टोर (play store) से हमारा ऐप डाउनलोड करके डॉक्टर से डायरेक्ट कंसल्ट कर सकते हैं। आप हमसे व्हाट्सएप ( +91 9599004311) पर भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमे connect@gomedii.com पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।

Doctor Consutation Free of Cost=

Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।