लंग कैंसर किन कारणों से होता है, जानिए इसका इलाज क्या है?

इस दुनिया में कोई भी जीव जंतु बिना सांस लिए जीवित नहीं रह सकता है। सांस लेने के लिए आपके लंग्स इसमें बहुत ही एहम भूमिका निभाते है। यदि किसी को लंग कैंसर (lung cancer) होता है तो उसके लिए ये एक बड़ी परेशानी बन सकता है। आज के इस दौर में प्रदुषण (Pollution) बहुत खतरानक स्तर पर पहुँच गया है। जो सबसे पहले आपके लंग्स को नुकसान पहुंचाता है। ये आपके पूरे स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है, इसकी वजह आपको कई गंभीर बीमारियां होती है।

 

 

 

लंग कैंसर क्या है? (What is lung cancer)

 

 

इंसान के शरीर में लंग्स का काम होता है सांस लेने में मदद करना। लंग्स ही आपके शरीर के सभी कोशिकाओं (Cells) को ऑक्सीजन (Oxygen) देने में मदद करता हैं। दरअसल कैंसर ऐसी कोशिकाएं होती है जो असामान्य तरीके से बढ़ने लगती है। लंग कैंसर (lung cancer) की कोशिकाएं स्वस्थ कोशिकाओं की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ती और अलग होने लगती हैं। कुछ कैंसर कोशिकाएं ट्यूमर का रूप भी लेती हैं। लंग कैंसर किसी भी व्यक्ति को तब होता है जब उसके लंग्स की कोशिकाएं असामान्य होने लगती हैं। लंग कैंसर (lung cancer) की कोशिकाएं रक्त या लसीका तंत्र (Lymphatic system) के द्वारा शरीर के किसी अन्य हिस्से या अंग में भी जा सकती हैं। इसे मेटास्टेसिस (Metastasis) कहा जाता है।

 

 

 

लंग कैंसर के कारण (Causes of lung cancer in Hindi)

 

 

 

  • धूम्रपान करना : आज के समय में जो लोग बहुत ज्यादा धूम्रपान करते हैं, इन लोगों को लंग कैंसर होने की संभावना अधिक होती है।

 

 

 

 

  • प्रदूषण (Pollution) : आज के समय में वायु प्रदूषण (Pollution) इतना बढ़ गया है की इसके कारण भी लोगों को कई गंभीर बीमारियां हो रही है और ये लंग कैंसर का प्रमुख कारण भी है। क्योंकि यह शरीर में प्रदूषित हवा भेजता है, जो हमारी लंग्स को नुकसान पहुंचाता है।

 

 

  • तम्बाकू : आज के समय में पुरुषों में कैंसर का मुख्य कारण तो ये भी है, जो लोग तम्बाकू का सेवन करते है, उन्हें भी लंग कैंसर हो सकता है। ये मुँह के कैंसर का भी एक मुख्य कारण बनता है।

 

 

  • रेडॉन गैस : इसक शिकार वो लोग होते है जो कोयला, आर्सेनिक या प्रिंटिंग प्रेस में काम करते हैं, ये गैस लंग कैंसर का विकास करती हैं।

 

 

  • एस्बेस्टोस फाइबर (Asbestos fiber) : दरअसल इसका उपयोग घरों या दुकानों की छतों को बनाने में किया जाता है। इसमें मौजूद रसायन सांस के जरिए आपकी लंंग्स तक पहुंचते हैं और आपके लंग कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण बनते है।

 

 

कैंसर के लक्षण (Symptoms of lung cancer in Hindi)

 

 

 

हड्डियों में दर्द : लंग कैंसर के बढ़ने से जोड़ों, पीठ, कमर और शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द हो सकता है। कभी-कभी शरीर के किसी हिस्से की हड्डी में फ्रैक्चर भी हो सकते हैं।

 

 

 

चेहरे और गले में सूजन : लंग कैंसर के कारण भी चेहरे और गले में सूजन आ जाती है। यदि गले और चेहरे में कोई अचानक सूजन या परिवर्तन हो तो डॉक्टर से सलाह जरूर लेना चाहिए।

 

 

 

पुरानी खांसी : लंबे समय तक खांसी से लंग कैंसर भी हो सकता है। खांसी आमतौर पर 2 से 3 सप्ताह तक रहती है, लेकिन अगर लंबे समय तक खांसी, सीने में दर्द और बलगम ज्यादा निकलता है तो ये किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।

 

 

 

सांस फूलना : लंग कैंसर होना का सबसे मुख लक्षण होता है जब आपकी सांस अचानक फूलने लगती है। ऐसा तब भी होता है जब आप अचानक बहुत तेजी से दौड़ लगाते है।

 

 

 

खांसी में रक्त आना : ठंड के मौसम में सभी को हल्की खांसी हो जाती है। लेकिन जब आपकी खांसी में खून आने लगे तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी की जरुरत होती है।

 

 

 

भूख न लगना : जब आपको भूख बहुत कम लगने लगती है, तो ये भी लंग कैंसर के लक्षण होते है।

 

 

 

वजन कम होना : जब आप खाना ही नहीं खाएंगे तो आपका वजन अपने आप कम होने लगेगा।

 

 

 

बहुत थकान होना : अगर आपको थोड़ा सा काम करने में भी थकान या सांस फूलने लगती हैं, तो ये कैंसर के कारण भी हो सकते हैं।

 

 

 

सांस लेने में तकलीफ : सांस लेने में तकलीफ, छाती में दर्द, घबराहट होना इसके लक्षण होते हैं। जब भी आपके साथ ऐसा होता है, तो आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

 

 

 

लंग कैंसर का इलाज

 

 

 

लंग कैंसर का इलाज के लिए आपका डॉक्टर सबसे पहले उस मरीज का शारीरिक परीक्षण करता है और उसके बाद ही वो किसी निर्णय पर पहुँचता है।

 

 

  • सबसे पहले डॉक्टर उस व्यक्ति की छाती का X  Ray करता है।

 

 

  • जब X -Ray  से कुछ पता नहीं चलता है तब डॉक्टर सिटी स्कैन (Computerized Tomography CT scan) कराने की सलाह देते है।

 

 

  • जब बहुत ज्यादा गंभीर स्थति होती है, तब डॉक्टर  एम आर ई (Magnetic Resonance Image MRI) कराने को भी कहते है।

 

 

उसके बाद एक बायोप्सी कि जाती है। इस बायोप्सी के जरीए उस ट्यूमर का एक सैंपल लिया जाता है और उसमें ये देखा जाता है कि ये किस प्रकार का लंग कैंसर है, इसके बाद ही डॉक्टर उस मरीज की व्यक्तिगत स्थिति को देखते हुए उसका इलाज करता है। इसके सामान्य उपचार में शामिल हैं:

 

 

  • ट्यूमर और आस-पास के ऊतक को हटाने के लिए सर्जरी की जाती है।

 

 

  • कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए डॉक्टर सर्जरी का सहारा लेते है।

 

 

  • जब स्थिति काफी गंभीर होती है तभी कैंसर का उपचार करने के लिए उस मरीज की कीमोथेरेपी की जाती है, ताकि इस थेरपी के जरिये ख़राब  कोशिकाओं को नष्ट किया जा सके।

 

 

यदि आपके किसी जानने वाले में लंग कैंसर जैसे गंभीर बीमारी है, तो आप को किसी तरह की लापरवाही नहीं करनी चाहिए। क्योकि ऐसा करने से उस व्यक्ति की जान तक जा सकती है। लंग कैंसर होने पर आप हमारे डॉक्टर से भी सलाह लें सकते है। यदि आप इससे बचना चाहते है और प्रदुषण वाली जगह पर जाना आपकी मज़बूरी है तो आप अपने मुँह पर कपड़ा या मास्क का इस्तेमाल करें।

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