ओवेरियन कैंसर ट्रीटमेंट के लिए हॉस्पिटल।

महिलाओं में ओवेरियन कैंसर के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे है। कैंसर बहुत ही गंभीर रोग होता हैं यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता हैं यह स्थिति तब पैदा होती हैं जब शरीर की कोशिकाएं कंट्रोल से बाहर होने लगती हैं। ओवरी के अंदर किसी भी हिस्से में विकसित होने वाले ट्यूमर को ओवेरियन कैंसर कहा जाता हैं। ओवेरियन कैंसर को अलग – अलग श्रेणियों में वर्गीगृत किया जा सकता हैं। ओवेरियन कैंसर की शुरुआत से पहले इसके कई शुरूआती संकेत और लक्षण देखने को मिलते हैं जिन्हें समय रहते पहचान कर डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए और इसका इलाज समय से करवा लेना चाहिए।

 

 

 

ओवेरियन कैंसर के प्रकार।

 

 

  • एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर: यह सबसे आम प्रकार का ओवेरियन कैंसर होता हैं ओवरी में होने वाले 90 प्रतिशत ट्यूमर एपिथेलियल होते हैं।

 

  • प्राइमरी पेरिटोनियल कैंसर: यह पेरिटोनियम का एक दुर्लभ कैंसर होता हैं जो की एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर के समान ही होता हैं तथा यह महिलाओं में कम देखने को मिलता हैं।

 

  • फैलोपियन ट्यूब कैंसर: ओवेरियन कैंसर का यह प्रकार सबसे गंभीर माना जाता हैं इसके होने की सम्भवना कम होती हैं परन्तु इसका इलाज कठिन होता हैं।

 

  • ओवेरियन टेराटोमा: इस तरह का ओवेरियन कैंसर सबसे ज्यादा 20 से 25 साल की उम्र वाली महिलाओं में देखने को मिलता हैं।

 

  • ओवेरियन ग्रैनुलोसा ट्यूमर: इस समस्या में एक प्रकार से स्ट्रोमल ट्यूमर मौजूद होते हैं और इसका इलाज भी बहुत कम हो पाता है।

 

  • बॉर्डरलाइन ओवेरियन ट्यूमर: इस समस्या में अंडाशय में असामान्य रूप से ट्यूमर की कोशिकाएं फैलने लगती हैं और अंडाशय के बाहरी ऊतकों में फैल जाती हैं। आमतौर पर इस समस्या में सर्जरी का सहारा लिया जाता है।

 

 

 

ओवेरियन कैंसर होने के लक्षण किस प्रकार नज़र आते हैं ?

 

 

ओवेरियन कैंसर के शुरूआती लक्षण नज़र नहीं आते परन्तु ओवेरियन कैंसर जब विकसित हो जाता हैं तब उसके लक्षण नज़र आने लगते हैं। ओवेरियन कैंसर के शुरूआती लक्षण कुछ इस प्रकार होते हैं जैसे की –

 

  • पेट फूलना

 

  • भूख न लगना

 

 

  • मासिक धर्म चक्र में अनियमितता

 

  • पेट में सूजन

 

  • अधिक थकान

 

  • अचानक वजन का कम हो जाना

 

  • अपच और गैस की समस्या

 

 

  • शरीर के निचले हिस्से में दर्द

 

 

 

ओवेरियन कैंसर की स्टेज कितनी होती हैं ?

 

किसी भी तरह के कैंसर मे अलग-अलग स्टेज होती हैं, जिससे की यह पता चलता हैं की शरीर में कैंसर कितना फ़ैल चूका हैं तथा मरीज को कितना नुकसान पहुँचा चूका हैं। ओवेरियन कैंसर मे चार स्टेज होती हैं और ओवेरियन कैंसर का पता आखिरी स्टेज मे ही चलता हैं। ओवेरियन कैंसर की चार स्टेज कौन-सी होती हैं।

 

  • स्टेज – 1 = पहली स्टेज में जो कैंसर होता हैं वह ओवरी यानि अंडाशय तक ही रहता हैं और कैंसर टिश्यू की शुरुआत होने लगती हैं।

 

  • स्टेज – 2 = दूसरी स्टेज मे कैंसर की कोशिकाओं का फैलना शुरू हो जाता हैं।

 

  • स्टेज – 3 = तीसरी स्टेज में कैंसर की समस्या पेट तक फ़ैल चुकी होती हैं।

 

  • स्टेज – 4 = चौथी स्टेज में कैंसर अधिक मात्रा मे ओवरी , पेट तथा पेट के बहार भी फ़ैल चूका होता हैं।

 

 

 

ओवेरियन कैंसर का इलाज किस प्रकार से हो सकता हैं ?

 

 

ओवेरियन कैंसर का इलाज कैंसर की स्टेज और मरीज की स्थिति पर निर्भर करता हैं। डॉक्टर के अनुसार ओवेरियन कैंसर के इलाज के विकल्प कुछ इस तरीके से हो सकते हैं जैसे की –

 

  • सर्जरी: ओवेरियन कैंसर से ग्रस्त मरीज के लिए सबसे पहला विकल्प सर्जरी होता हैं इस सर्जरी में कैंसर ग्रस्त अंडाशय को हटाया जाता हैं। यदि कैंसर एक अंडाशय में हो तो उससे हटाने से महिला गर्भधारण कर सकती हैं परन्तु दोनों अंडाशय कैंसर ग्रस्त हो और सर्जरी के समय दोनों को ही हटाया जाए तो महिला गर्भधारण नहीं कर सकती।

 

  • कीमोथेरेपी: कीमोथेरेपी में दवाइयों का प्रयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता हैं यह थेरेपी 3 से 4 हफ्तों तक होती हैं जिसे की मरीज को रिकवर करने का समय मिल सके।

 

  • रेडिएशन थेरेपी: रेडिएशन थेरेपी कई हफ्तों की अवधि में दी जा सकती है। यह शायद ही कभी ओवेरियन कैंसर के प्राथमिक उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है, लेकिन कभी-कभी एक आवर्तक ट्यूमर को हटाने या एक पुनरावृत्ति के उपचार में माना जाता है।

 

  • हार्मोन थेरेपी: ओवेरियन कैंसर का इलाज भी हार्मोन थेरेपी के जरिए किया जाता है। हार्मोन एस्ट्रोजन को कैंसर कोशिकाओं तक पहुंचने से रोकने के लिए। एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी के कारण कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोका जा सकता है।

 

 

 

ओवेरियन कैंसर के इलाज के लिए अच्छे अस्पताल।

 

 

ओवेरियन कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली के बेस्ट अस्पताल। 

 

 

 

ओवेरियन कैंसर के इलाज के लिए ग्रेटर नोएडा के बेस्ट अस्पताल। 

 

  • शारदा अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • यथार्थ अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
  • बकसन अस्पताल ग्रेटर नोएडा
  • जेआर अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • प्रकाश अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • शांति अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
  • दिव्य अस्पताल , ग्रेटर नोएडा

 

 

ओवेरियन कैंसर के इलाज के लिए गुरुग्राम के बेस्ट अस्पताल। 

 

 

 

ओवेरियन कैंसर के इलाज के लिए चेन्नई के बेस्ट अस्पताल। 

 

  • एमजीएम अस्पताल, चेन्नई
  • फोर्टिस अस्पताल, चेन्नई
  • अपोलो अस्पताल, चेन्नई

 

 

ओवेरियन कैंसर के इलाज के लिए कोलकत्ता के बेस्ट अस्पताल।

 

  • फोर्टिस अस्पताल, कोलकत्ता
  • अपोलो अस्पताल, कोलकत्ता

 

ओवेरियन कैंसर के इलाज के लिए मेरठ के बेस्ट अस्पताल।

 

  • आनंद अस्पताल, मेरठ
  • सुभारती अस्पताल,मेरठ

 

 

ओवेरियन कैंसर के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न –

 

 

 

1. क्या ओवेरियन कैंसर जानलेवा होता हैं ?

 

ओवेरियन कैंसर एक बहुत गंभीर बीमारी होती हैं, इस बीमारी का सही समय पर इलाज होना अधिक आवश्यक होता हैं। ओवेरियन कैंसर कि चार स्टेज होती हैं, यदि शुरुआत में ही इस कैंसर का इलाज हो जाए तो यह ठीक हो सकती हैं परन्तु ओवेरियन कैंसर कि लास्ट स्टेज में इलाज न होने पर मरीज की जान जा सकती हैं।

 

 

2. क्या ओवेरियन कैंसर इलाज के बाद वापस आ सकता हैं ?

 

काफी कम बार ऐसा होता हैं की ओवेरियन कैंसर के इलाज के बाद यह वापस से हो जाए। यदि मरीज को दूसरी बार यह समस्या होती हैं तो उन्हें फिर से कीमोथेरेपी करवानी होती हैं, यदि आप कैंसर को जड़ से ही हटा देते हैं यानि की सर्जरी करवा लेते हैं तो यह बीमारी आपको वापस से नहीं होती हैं।

 

 

3. ओवेरियन कैंसर सर्जरी कितनी सफल होती हैं ?

 

ओवेरियन कैंसर सर्जरी का सफल होना उसकी स्टेज पर निर्भर करता हैं। यदि सर्जरी पहली या फिर दूसरी स्टेज में करी जाए तो सर्जरी के सफल होने की संभावना अधिक होती हैं परन्तु लास्ट स्टेज में सर्जरी के सफल होने की संभावना कम हो जाती हैं, क्योकि लास्ट स्टेज में कैंसर अन्य अंगो को भी प्रभावित करने लगता हैं।

 

 

4. ओवेरियन कैंसर में ओवरी निकलने के बाद क्या नुक्सान हो सकते हैं ?

 

ओवरी निकलने के बाद ओवेरियन कैंसर ठीक तो हो सकता हैं, परन्तु सर्जरी के बाद हफ़्तों तक संक्रमण रह सकता है। इससे तेज बुखार, चीरे के पास सूजन और दर्द की समस्या हो सकती है। कई बार प्रभावित क्षेत्र के पास की मांसपेशी कमजोर हो जाती है और हर्निया का खतरा बढ़ जाता है।

 

 

5. ओवेरियन कैंसर के शुरूआती लक्षण क्या होते हैं ?

 

ओवेरियन कैंसर के लक्षण महिलाओं के अंदर शुरुआत में नज़र नहीं आते परन्तु कुछ लक्षण ऐसे भी जो की सामान्य होते हैं जैसे की-पेट में सूजन, पेट में दर्द, बार-बार पेट में गैस, भारीपन।

 

 

6. ओवेरियन कैंसर होने के कारण क्या होते हैं ?

 

ओवेरियन कैंसर होने के कई सामान्य कारण होते हैं जैसे की शारीरिक गतिविधियों में कमी, खराब जीवनशैली, मोटापा, ब्रेस्ट कैंसर। ओवेरियन कैंसर होने की फैमिली हिस्ट्री हो तो महिलाओं में इसके होने की संभावना बढ़ सकती है।

 

 

 

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