ओवेरियन सिस्ट के प्रकार कितने होते हैं जानिए इसका इलाज कहां कराएं?

महिलाओं के शरीर में अंडाशय प्रजनन तंत्र का एक एहम हिस्सा हैं। दरअसल ओवेरियन सिस्ट एक तरह के तरल पदार्थ से भरे छोटे-छोटे छाले या गांठ होते हैं, जो अंडाशय के अंदर बनने लगते हैं। ज्यादातर मामलों में जब तक यह गांठ बड़ी नहीं हो जाती, तब तक न तो इस गांठ के कोई लक्षण नजर आते हैं और न ही इसमें दर्द होता है। ये ओवेरियन सिस्ट कुछ दिनों से लेकर कुछ महीनों तक बने रहते हैं। फिर यह अपने आप बढ़ने लगता है। महिलाओं में यह मुख्यतः तीन प्रकार का होता है।

 

 

ओवेरियन सिस्ट के प्रकार कितने होते हैं? (What are the types of ovarian cysts in Hindi)

 

 

कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट

अंडा निकलने के बाद फॉलिकल सैक अपने आप गायब हो जाता है। लेकिन अगर थैली अपने आप गायब नहीं होती है, तो इसके अंदर एक और तरल पदार्थ बनना शुरू हो जाता है और इसे कॉर्पस ल्यूटियम कहा जाता है।

फॉलिकल सिस्ट

महिला के मासिक धर्म चक्र के दौरान, एक थैली में एक अंडा बनना शुरू हो जाता है, जिसे फॉलिकल कहा जाता है। हर महीने यह थैली फट जाती है और अंडा निकल जाता है। लेकिन यह फटता नहीं है, तो अंडाशय के अंदर एक सिस्ट बन जाता है।

पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम

पीसीओएस महिलाओं में होने वाली एक आम स्वास्थ्य समस्या है। अगर इस समस्या का समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो अन्य समस्याएं जैसे उच्च रक्तचाप, हृदय की समस्या या उच्च कोलेस्ट्रॉल या तनाव या चिंता होने लगती है। इतना ही नहीं ओवरी के अंदर कई सिस्ट भी बनने लगते हैं, जो बाद में इनफर्टिलिटी का कारण बनते हैं।

 

 

ओवेरियन सिस्ट का इलाज कहां कराएं? (Where to get treatment for ovarian cyst in Hindi)

 

आप ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए इनमें से किसी भी हॉस्पिटल को चुन सकते हैं। GoMedii आपके स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार आपको सही सलाह लेने में मदद करेगा।

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए ग्रेटर नोएडा के बेस्ट अस्पताल

 

  • शारदा अस्पताल (Sharda Hospital)

 

  • यथार्थ अस्पताल (Yatarth Hospital)

 

  • बकसन अस्पताल (Baksan Hospital)

 

  • जेआर अस्पताल (JR Hospital)

 

  • प्रकाश अस्पताल (Prakash Hospital)

 

  • दिव्य अस्पताल (Divya Hospital)

 

  • शांति अस्पताल (Shanti Hospital)

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए हापुड़ के बेस्ट अस्पताल

 

  • शारदा अस्पताल (Sharda Hospital)

 

  • जीएस अस्पताल (GS Hospital)

 

  • बकसन अस्पताल (Baksan Hospital)

 

  • जेआर अस्पताल (JR Hospital)

 

  • प्रकाश अस्पताल (Prakash Hospital)

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए मेरठ के बेस्ट अस्पताल

 

  • सुभारती अस्पताल (Subharti Hospital)

 

  • आनंद अस्पताल (Anand Hospital)

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए दिल्ली के बेस्ट अस्पताल

 

 

  • यशोदा अस्पताल (Yashoda Hospital)

 

 

 

 

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए गुरुग्राम के सबसे अच्छे अस्पताल

 

 

 

 

  • पारस अस्पताल, गुरुग्राम (Paras Hospital, Gurugram)

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए कोलकाता के सबसे अच्छे अस्पताल

 

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए मुंबई के सबसे अच्छे अस्पताल

 

 

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए बैंगलोर के सबसे अच्छे अस्पताल

 

 

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए चेन्नई के सबसे अच्छे अस्पताल

 

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए हैदराबाद के सबसे अच्छे अस्पताल

 

  • ग्लेनीगल्स ग्लोबल हॉस्पिटल्स, लकडी का पूल, हैदराबाद (Gleneagles Global Hospitals, Wooden Pool, Hyderabad)

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए अहमदाबाद के सबसे अच्छे अस्पताल

 

  • केयर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, सोला, अहमदाबाद (Care Institute of Medical Sciences, Sola, Ahmedabad)

 

यदि आप इनमे से कोई अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर संपर्क कर सकते हैं।

 

 

ओवेरियन सिस्ट के इलाज का खर्च कितना है? (What is the ovarian cyst treatment cost in Hindi)

 

ओवेरियन सिस्ट का इलाज उसके प्रकार पर निर्भर करता है यदि डॉक्टर ओवेरियन सिस्ट को हटाने की सर्जरी करवाने को कहते हैं तो इसकी औसत लागत लगभग  1,70,000 रुपय से शुरू होती है। हालांकि, अलग-अलग शहरों के अस्पतालों के आधार पर कीमतें अलग-अलग हो सकती हैं।

 

 

जाने ओवेरियन सिस्ट के लक्षण? (Know the symptoms of ovarian cyst in Hindi)

 

 

ओवेरियन सिस्ट या ओवरी में गांठ एक महिला के शरीर में कुछ हफ्तों से लेकर कई महीनों तक रह सकती है और अपने आप बढ़ती रह सकती है। इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि आपको अपने अंडाशय में गांठ के बारे में बिल्कुल भी जानकारी न हो। लेकिन कभी-कभी महिलाओं का शरीर इसके विभिन्न लक्षणों को महसूस करता है। ओवेरियन सिस्ट के लक्षण इस प्रकार हैं:

 

  • कमर के आकार में वृद्धि

 

  • पेट या पैल्विक दर्द

 

  • कम भूख

 

  • संभोग के दौरान दर्द होना

 

  • जल्दी जल्दी पेशाब आना

 

  • पेट में अत्यधिक सूजन या सूजन

 

  • मलाशय या मूत्राशय पर दबाव

 

  • मल त्याग में समस्या या अत्यधिक दर्द महसूस होना

 

 

ओवेरियन सिस्ट चीजों के सेवन से परहेज करना चाहिए? (Ovarian cyst things should be avoided in Hindi)

 

ओवेरियन सिस्ट के दौरान परहेज करने वाली चीजों में रेड मीट सबसे पहले आता है, जिससे वजन बढ़ने और पीसीओएस होने की संभावना अधिक हो जाती है। इसके बाद आता है प्रोस्टेट फूड, शरीर में बढ़ती सूजन पीसीओएस का मुख्य कारण है और प्रोस्टेट फूड में मौजूद तत्वों के कारण शरीर का इंसुलिन लेवल बढ़ता है, इंसुलिन भी एक हार्मोन होता है और इसके कारण यह भी बढ़ता है। इंसुलिन में। सूजन हो जाती है।

 

अब हम बात करेंगे व्हाइट शुगर की, आपका इंसुलिन लेवल भी बढ़ता है और पीसीओएस होने का खतरा भी अधिक होता है। इसलिए आपको ओवेरियन सिस्ट के दौरान भी वाइट शुगर के सेवन से बचना चाहिए, या अगर आप इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इसे जितना हो सके कम करें। अब अगली बात सामने आती है, जिससे हमें ओवेरियन सिस्ट में भी बचना चाहिए और वह है कैफीन। दरअसल ज्यादा कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए यह इस स्थिति को बढ़ावा देता है।

 

इसके पीछे का कारण कॉफी द्वारा एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ावा देना है और यह एस्ट्रोजन महिलाओं के पीरियड्स के साथ-साथ उनकी प्रजनन क्षमता को भी नुकसान पहुंचता है। अब बात करते हैं शराब की, इसके अधिक सेवन से हार्मोन में असंतुलन पैदा होता है और एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है।

 

 

ओवेरियन सिस्ट के निदान (Ovarian cyst diagnosis in Hindi)

 

  • सीटी स्कैन: एक बॉडी इमेजिंग डिवाइस जिसका उपयोग आंतरिक अंगों की क्रॉस-सेक्शनल इमेज बनाने के लिए किया जाता है।

 

  • एमआरआई: एक परीक्षण जो आंतरिक अंगों की गहराई से जांच करने के लिए एक छवि बनाने के लिए चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग करता है।

 

  • अल्ट्रासाउंड डिवाइस: एक इमेजिंग डिवाइस जिसका उपयोग अंडाशय के अंदर देखने के लिए किया जाता है।

 

डॉक्टर इन टेस्ट की रिपोट्स के बाद ही यह निर्णय लेते हैं कि मरीज के लिए कौन सा इलाज सही रहेगा।

 

 

ओवेरियन सिस्ट का इलाज (Ovarian cyst treatment in Hindi)

 

 

डॉक्टर मरीज को गर्भनिरोधक गोलियां लेने के लिए कह सकता है। ताकि ओव्यूलेशन को रोका जा सके और साथ ही नए सिस्ट को बनने से रोका जा सके। मौखिक दवाएं भी ओवेरियन के कैंसर के खतरे को काफी कम कर सकती हैं। लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन ना करें।

 

  • लैप्रोस्कोपी: यदि आपका सिस्ट बहुत छोटा है और कैंसर के लक्षण दीखते हैं, तो आपका डॉक्टर सिस्ट को बाहर निकालने के लिए इस प्रक्रिया का उपयोग कर सकता है। इस प्रक्रिया में, आपका डॉक्टर आपकी नाभि के पास एक छोटा सा कट लगाएंगे और सिस्ट को निकालने के लिए एक उपकरण का उपयोग करेंगे।

 

  • लैपरोटॉमी: यदि सिस्ट बड़ा है, तो आपका डॉक्टर शल्य चिकित्सा द्वारा मरीज के शरीर से एक बड़ा कट लगाएंगे।

 

आपको अपने शरीर में सिस्ट के लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए और कोई भी लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

 

यदि आप ओवेरियन सिस्ट की सर्जरी कराना चाहते हैं या इससे संबंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें या आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311)  पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें Connect@gomedii.com पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।

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