ओवेरियन सिस्ट होता हैं जो महिलाओं के गर्भाशय में होने वाली एक पानी युक्त गांठ होती हैं। यह सिस्ट आमतौर पर बिना लक्षण के भी हो जाता हैं और कभी-कभी ठीक भी हो जाता हैं तथा यह सिस्ट बड़ी होने पर कुछ लक्षण दिखा सकती हैं यदि किसी महिलाओं के यह समस्या होती हैं और सिस्ट अगर बढ़ जाती हैं तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
ओवेरियन सिस्ट के प्रकार।
ओवेरियन सिस्ट के कई प्रकार होते हैं।
- फोलीकुलर सिस्ट
- कॉर्पस लुटियम सिस्ट
- डरमोइड सिस्ट
- एंडोमेट्रियोड सिस्ट
ओवेरियन सिस्ट के लक्षण क्या होते हैं ?
ओवेरियन सिस्ट के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं –
- पेट के निचले हिस्से में दर्द या अस्वस्थ महसूस करना।
- पेट की त्वचा कसी हुई महसूस होना।
- पेट के आसपास दर्द या ऐंठन या खिचाव होना।
- पेट के आसपास सूजन और भारीपन महसूस होना।
- मासिक धर्म की अनियमितता जैसे की बहुत ही कम या बहुत अधिक मासिक धर्म, छोटे अवधि या लम्बे अवधि के बिच मासिक धर्म का होना।
कई मामलों में, ओवेरियन सिस्ट बिना लक्षणों के हो सकती हैं यदि आपको ऐसे लक्षण महसूस होते हैं तोआपको एक चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए डॉक्टर जाँच करेंगे और आपकी स्थिति के अनुसार उपचार करेंगे।
ओवेरियन सिस्ट का निदान।
अगर महिला को ओवेरियन सिस्ट का कोई लक्षण महसूस नहीं हो रहा है, तो उसका लक्षण महसूस होना मुश्किल हो सकता है। ओवेरियन सिस्ट के निदान में आमतौर पर निम्न टेस्ट कराए जा सकते हैं –
- शारीरिक परीक्षण – इसमें महिला से उसको महसूस हो रहे लक्षणों के बारे में पूछा जाता है और अन्य शारीरिक जांच की जाती हैं।
- अल्ट्रासाउंड – अंडाशय में बनी सिस्ट के आकार, आकृति, स्थिति और गंभीरता का पता लगाने के लिए अल्ट्रासाउंड किया जा सकता है।
- सीटी स्कैन – हालांकि, प्रजनन उम्र में महिलाओं का सीटी स्कैन नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि सीटी स्कैन के दौरान निकलने वाली शक्तिशाली एक्स रे विकिरणें उसकी प्रजनन क्षमता को जीवनभर के लिए प्रभावित कर सकती है।
- ब्लड टेस्ट – कैंसर आदि का पता लगाने के लिए सीए-125 नामक ब्लड टेस्ट किया जा सकता है। इस टेस्ट की मदद ये यह पता लगता है कि ओवेरियन सिस्ट कहीं किसी प्रकार के कैंसर से तो नहीं जुड़ी है।
ओवेरियन सिस्ट का इलाज।
ओवेरियन सिस्ट का इलाज आमतौर पर तीन अलग-अलग कारकों पर निर्भर करता है, महिला की उम्र क्या है, सिस्ट का आकार क्या है और अल्ट्रासाउंड में सिस्ट कैसी दिख रही है। ओवेरियन सिस्ट के निम्न इलाज शामिल हैं –
- मेडिकल आब्ज़र्वेशन – अगर महिला की उम्र 40 साल के आसपास है और उसके मासिक धर्म सही चल रहे हैं, तो उन्हें आमतौर पर फॉलिक्युलर सिस्ट होती है। आमतौर पर इस सिस्ट से किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है। निदान के दौरान मिली समस्याओं के अनुसार 40 के आसपास की उम्र में हुई ओवेरियन सिस्ट में नियमित रूप से डॉक्टर से जांच जरूर होती है और मैलिग्नैंट ओवेरियन सिस्ट में तुरंत इलाज शुरू करने की आवश्यकता पड़ती है।
- सर्जरी – अगर ओवेरियन सिस्ट के दौरान ट्यूमर विकसित हो गया है, तो बिनाइन या मैलिग्नैंट दोनों ही स्थितियों में सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। अगर बिनाइन ट्यूमर फट कर रक्तस्राव हो रहा है, तो यह एक इमरजेंसी स्थिति हो सकती है। अगर निदान के दौरान कैंसर या कैंसर युक्त ट्यूमर मिला है, तो उसे फैलने से रोकने के लिए तुरंत सर्जरी करने की आवश्यकता पड़ सकती है।
- दवाएं – ओवेरियन सिस्ट का इलाज करने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है, हालांकि, फंक्शनल सिस्ट का इलाज करने में ये प्रभावी रूप से काम नहीं कर पाती हैं।
ओवेरियन सिस्ट में क्या नहीं खाना चाहिए।
ओवेरियन सिस्ट के लिए कुछ खाने की परेशानी नहीं होती है, लेकिन कुछ आहारों को खाने से बचना चाहिए जो हॉर्मोनल बलेंस को प्रभावित कर सकते हैं या सिस्ट को बढ़ा सकते हैं। इसमें निम्नलिखित शामिल है:
- बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन करना, जैसे कि प्रोसेस्ड सुगर, सफेद आटा, सफेद चावल, और अन्य प्रकार के प्रोसेस्ड फ़ूड्स।
- अधिक तेलीय और अधिक मसालेदार खाने से बचें।
- अधिक कैफीन का सेवन करना।
- अधिक सोडियम या नमक का सेवन करना।
- अधिक फास्ट फ़ूड का सेवन करना।
- अधिक अल्कोहल का सेवन करना।
इन आहारों का सेवन कम करके और स्वस्थ आहार की ओर ध्यान देकर ओवेरियन सिस्ट की समस्याओं को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, आप अपने चिकित्सक से परामर्श कर सकते हैं जिससे आपको अपने व्यक्तिगत स्थिति के आधार पर खाने के बारे में और सलाह मिल सके।
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